नाम : राशिद
महमूद
पद : पार्षद (निर्दलीय), वार्ड-107, चमनगंज, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड :
71183799
परिचय
राशिद महमूद जी कानपुर के चमनगंज, वार्ड-107 से निर्दलीय पार्षद के पद पर कार्यरत हैं. क्षेत्रवासियों की समस्याओं को समझने वाले राशिद जी परास्नातक तक शिक्षा प्राप्त हैं. स्वेच्छा से राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश करने वाले राशिद जी जनकल्याण के कार्यों को पूर्ण करने के प्रति सदैव प्रयत्नशील रहते हैं.
राजनीतिक पदार्पण-
छात्र जीवन से ही राजनीति में प्रवेश करने वाले राशिद जी में अच्छी नेतृत्त्व क्षमता रही है. विगत 20 वर्षों से राजनीति में सक्रिय राशिद जी ने लगातार 2 वर्ष तक निर्दलीय पार्षद के चुनाव में भागीदारी कर सफलता प्राप्त की. इससे पूर्व महिला आरक्षित सीट होने के कारण उनकी पत्नी भी निर्दलीय पार्षद चुनी गयी और वर्तमान में राशिद जी वार्ड-107, चमनगंज, कानपुर से पार्षद पद पर अपनी सेवाएं दे रहें हैं.
सामाजिक सरोकार -
लोगों के मध्य रहकर उनकी समस्याएं सुनने व उनका निराकरण करने में अपना समय व्यतीत करने में राशिद जी को आत्मिक संतुष्टि का अनुभव होता है. इसी सेवाभाव से वह समाज सेवा से जुड़े रहे हैं और राजनीति में उनके शामिल होने का प्रमुख उद्देश्य भी यही रहा है.
प्रमुख क्षेत्रीय समस्याएं-
राशिद जी के अनुसार उनके वार्ड में सबसे प्रमुख समस्या जलभराव की है, हल्की सी बरसात होने से ही क्षेत्रवासियों को जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ता है, जिसका सबसे बड़ा कारण क्षेत्र में सीवर की उचित व्यवस्था नहीं होना है.
इसके अतिरिक्त वार्ड में
पेयजल की समस्या भी बेहद गंभीर है. इस समस्या से स्थानीय निवासियों को जल्द-जल्द
से निदान दिलाने के लिए वह प्रयासरत हैं.
संपन्न विकास कार्य-
क्षेत्रीय समस्याओं को गंभीरता से समझते हुए राशिद जी ने क्षेत्रवासियों को पेयजल की समस्या से निदान दिलाने के लिए कार्य किए. इसके अतिरिक्त वह वार्ड की सभी मौलिक व्यवस्थाओं के लिए कार्यशील रहते हैं, जिसके चलते उन्होंने बिजली आपूर्ति, सीवर तथा जल निकासी की व्यवस्था के लिए विभिन्न कार्य किये हैं.
विकास कार्यों में बाधाएं -
राशिद जी के अनुसार पार्षद
पद पर आसीन जो व्यक्ति क्षेत्र के विकास का सारा कार्य करता है, उसे सरकार की ओर से कोई विशेष सुविधा नहीं दी जाती और न ही नगर निगम को इतनी सुविधाएं
उपलब्ध करायी जाती. उनके अनुसार देश सही मायनों में तब तक विकसित नहीं हो सकता है.
जब तक देश में वास्तविक रूप से कार्य करने वालों को सुविधासम्पन्न नहीं बनाया
जाएगा.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार -
भ्रष्टाचार को भारत का सबसे बड़ा मुद्दा मानते हुए राशिद जी कहते हैं कि वर्तमान में रिश्वतखोरी के कारण हमारे देश की छवि पर दाग लग रहें हैं. इसीलिए देश को प्रगतिशील बनाने के मार्ग की सबसे बड़ी बाधा अथार्त भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने के निरंतर प्रयास करने चाहिए.