नाम – रमेश कुमार
पद – सभासद (निर्दलीय), पूरन नगर, वार्ड 1 (उन्नाव)
नवप्रवर्तक कोड –
परिचय –
रमेश कुमार एक अनुभवी राजनेता व समाजसेवक हैं. उनका निवास- स्थान एवं कार्यक्षेत्र उन्नाव (उ.प्र.) है तथा जिले के वार्ड -1, पूरन नगर से सभासद के रूप
में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. वह पूर्व में बसपा में कार्य कर चुके हैं
तथा वर्तमान में निर्दलीय राजनीति में सक्रिय हैं. इसके साथ ही वह समाजसेवा के
कार्यों में भी संलग्न रहते हैं. जीविका के तौर पर उनका थोक दवाओं का व्यवसाय भी
है. उनके पिता जी बीडीसी रहे हैं तथा अपने पिता से ही उन्हें जनसेवा व
राजनीति के क्षेत्र में आने की प्रेरणा मिली है.
राजनीतिक पदार्पण –
एक साधारण परिवार से संबंध रखने के कारण आरंभ से ही रमेश कुमार आम जन के मुद्दों से जुड़ाव रखते हैं. लोगों के लिए कुछ करने के उद्देश्य से ही उन्होंने राजनीति में कदम रखा. संगठनात्मक राजनीति की शुरूआत करते हुए वह वर्ष 2009 में बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुए.
वह बसपा में वि.स. प्रभारी के रूप में कार्य कर चुके हैं. बाद में कुछ आंतरिक कारणों के चलते उन्होंने पार्टीगत राजनीति
से दूरी बना ली तथा निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का निर्णय लिया. जिसके बाद वर्ष 2017 में
निकाय चुनाव जीतते हुए वह निर्दलीय सभासद निर्वाचित हुए.
सामाजिक कार्य –
सामाजिक क्षेत्र में रमेश कुमार शुरू से ही अपना अहम योगदान देते आए हैं. उनका थोक दवा का व्यापार है, जिसके चलते वह जरूरतमंदों को कम कीमत पर अथवा निःशुल्क दवाएं उपलब्ध कराते हैं. इसके साथ ही वह दिन- रात जनता की सेवा में तत्पर रहते हैं तथा यदि आधी रात में कोई व्यक्ति इमरजेंसी में दवा लेने आता है, तो उसकी स्थिति को देखते हुए वह उसे मुफ्त दवाएं देते हैं.
अपने समाजसेवा अभियान को अविरल रखते हुए रमेश कुमार अब तक कई गरीबों व
जरूरतमंदों की दवा और ईलाज आदि का पूरा खर्चा वहन करते हुए उनकी सहायता करते रहते हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें –
अपने वार्ड के मुद्दों पर रमेश कुमार का कहना है कि बतौर सभासद उन्हें पालिका से पर्याप्त सहायता नहीं मिल रही, जिससे क्षेत्र का विकास कार्य बाधित हो रहा है. उनके अनुसार पूरन नगर शहर के बाहर स्थित वार्ड है, जहां मलिन बस्ती क्षेत्र अधिक है. उनके वार्ड में नई बस्ती है, जहां सड़कों का निर्माण नहीं हुआ है और इस कारण बारिश के मौसम में पूरे वार्ड में जलभराव की स्थिति बन जाती है.
रमेश कुमार के अनुसार, उनसे वार्ड
की 36 सड़कों का प्रस्ताव लिया गया है, किन्तु उन पर कोई कार्य नहीं हुआ है. इसके
अलावा नाला सफाई के लिए भी फंड पास हुआ, किन्तु अधिकारियों के भ्रष्ट आचरण के चलते नालों की स्थिति जस की तस है.
वार्ड में मलिन बस्तियों की स्थिति बदहाल है. वहीं शिक्षा और बिजली की व्यवस्था भी चरमराई हुयी हैं और वार्ड में करीब 300 परिवारों के बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों का अवलोकन –
रमेश कुमार के अनुसार, वर्तमान में राशन कार्ड द्वारा अनाज देने की व्यवस्था
समाप्त की जानी चाहिए, क्योंकि इस व्यवस्था में कोटेदारों द्वारा काफी भ्रष्टाचार
किया जाता है. जिसके चलते जरूरतमंद लोगों तक उनका हक नहीं पहुंच पाता. अतः सरकार
को राशन कार्ड से अनाज देने के बजाय उन लोगों के खातों में पैसे डाल देने चाहिए,
जिससे वह किसी भी दुकान पर जाकर अन्न खरीद सकें. इससे कोई भी व्यक्ति अपने अधिकारों
से वंचित नहीं रहेगा.