नाम- रामेंद्र कुमार गौतम (घनश्याम)
पद- जिला संयोजक (लघु उद्योग प्रकोष्ठ, भाजपा) जनपद चित्रकूट
नवप्रर्वतक कोड-71190298
जीवन परिचय, शिक्षा, विज़न -
जनपद चित्रकूट से भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले अपने जनसेवा कार्यों को विस्तार दे रहे रामेंद्र कुमार गौतम विगत 22 वर्षों से राजनीतिक सेवा क्षेत्र से जुड़े हैं। चित्रकूट के एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार से आने वाले रामेंद्र कुमार गौतम ग्रेजुएट हैं और पेशे से भरतकुट में खनिज व्यवसाय में संलग्न रहे हैं।
वर्तमान में वह तन-मन-धन से वरिष्ठ भाजपा नेता के रूप में समाज की उन्नति में अपना सफल योगदान अंकित करा रहे हैं। भाजपा में विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं देकर वे पार्टी को सुदृढ़ बनाने में सहायता देने के साथ ही स्थानीय जनता के लिए विकासपरक योजनाओं के क्रियान्वन में भी अग्रणी हैं।
समाज की अगुवाई –
मूल रूप से खनिज व्यवसायी रहे रामेंद्र कुमार गौतम हालांकि किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि से नहीं आते लेकिन समाज के प्रति कुछ करने की उनकी निष्ठा और देश के महापुरुषों जैसे पंडित मदन मोहन मालवीय, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, वीर क्रांतिकारी भगत सिंह इत्यादि के जीवन चरित्र से प्रभावित होकर उन्होंने समाज व राष्ट्र हित में योगदान देने का मन बना लिया।
इसके साथ ही छात्र जीवन से ही उनके मन से समाज के शोषित, दबे-कुचले और वंचित वर्गों के प्रति कुछ करने की इच्छा थी। जो उन्हें धीरे धीरे राजनीति की ओर ले गई और उन्होंने अनुभव किया कि राजनीति के अंतर्गत जनता की सेवा का मार्ग भी खुल जाता है।
वह व्यवसाय के अंतर्गत भी लोककल्याण के उद्देश्यों के साथ अक्सर जुड़े रहते थे और जनता की समस्याओं के लिए अधिकारियों के सामने खड़े हो जाते थे। इसी सेवा भाव से प्रेरित होकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में भागीदारी करने के उद्देश्य से उन्होंने जनहित कार्यों में अगुवाई करने का निर्णय लिया। रामेंद्र कुमार गौतम का मानना है कि समाज हित के लिए किये गये प्रत्येक प्रयास से व्यक्ति को एक नया और बेहतर अनुभव प्राप्त होता है।
राजनैतिक पदार्पण –
समाज में फैली असमानता और अन्याय को देखते हुए रामेंद्र कुमार गौतम ने सियासत में आने का निर्णय लिया और अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कॉंग्रेस पार्टी से की। 1990 में कॉंग्रेस ज्वाइन करने के एक वर्ष के भीतर ही वह यूथ कॉंग्रेस में ब्लॉक अध्यक्ष बने, इसके बाद क्रमश: अपनी कार्य कुशलता को साबित करते हुए उन्होंने जिला मंत्री, जिला महामंत्री, जिला उपाध्यक्ष सहित तमाम पदों पर सेवाएं दीं।
जिसके बाद वर्ष 2020 में उन्होंने देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों एवं भारतीय जनता पार्टी की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल होने का निर्णय लिया। 30 दिसम्बर, 2020 को जब श्री केशव प्रसाद मौर्या का भाजपा रैली के लिए चित्रकूट आगमन हुआ, तो रामेंद्र कुमार गौतम ने उनके सामने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
तभी से वह निरंतर भाजपा के विकास कार्यों में सहभागीदारी प्रदान कर रहे हैं। उनकी योग्यता को देखते हुए संगठन की ओर से उन्हें जनपद चित्रकूट के लघु उद्योग प्रकोष्ठ में जिला संयोजक का पदभार सौंपा हुआ है।
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें –
जनपद चित्रकूट के स्थानीय मुद्दों में रामेंद्र कुमार गौतम सर्वाधिक प्राथमिकता बुंदेलखंड में जल की समस्या को देते हैं। उनका मानना है कि जलापूर्ति में बाधा के कारण ही आज बुंदेलखंड पिछड़ा हुआ क्षेत्र बन गया है। किसानों को सिंचाई हेतु पर्याप्त जल नहीं मिलने से यहाँ की कृषि व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
साथ ही बुंदेलखंड क्षेत्र का भौगोलिक स्वरूप भी यहां कृषि के पिछड़ेपन का कारण है, जमीन का समतलीकरण होना रामेंद्र कुमार गौतम अति आवश्यक मानते हैं। साथ ही नदियों पर और अधिक बांध बनाए जाने को भी वह बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए लाभकारी मानते हैं।
इसके अतिरिक्त बुंदेलखंड में बिजली की समस्या भी गंभीर है, यहां कोई बड़ा विद्युत प्लांट नहीं होने के चलते आमजन को और खासकर उद्योगों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। रामेंद्र कुमार गौतम का कहना है कि इस समस्या के दूर होने के लिए क्षेत्र में अच्छे विद्युत प्लांट होने जरूरी हैं।
राष्ट्रीय मुद्दों पर अवलोकन –
रामेंद्र कुमार गौतम का मानना है कि मोदी जी ने आने के बाद से देश में काफी बदलाव हुआ है, हमारा देश डिजिटल भारत बन रहा है जो वाकई सराहनीय है। लेकिन फिर भी कुछ मुद्दे हैं, जिन पर मंथन करना वह जरूरी समझते हैं।
जैसे भारत जैसे कृषि प्रधान देश में वर्तमान कृषि व्यवस्था में सुधार लाने को आज रामेंद्र कुमार गौतम सबसे बड़ी राष्ट्रीय आवश्यकता मानते हैं। उनके अनुसार यदि देश में कृषि और उद्योगों के विकास पर और अधिक कार्य किया जाएगा तो देश भी सही दिशा की ओर अग्रसर होगा।
इसके साथ ही उनका मानना है कि आज देश में बेरोजगारी एक ज्वलंत मुद्दा है। कोरोना काल के बाद से तो बहुत से उद्योग बंद हो चुके है, इसलिए पुराने बंद हो चुके उद्योगों को फिर से शुरू करना, नए उद्योगों को स्थापित करना और प्राइवेट सेक्टर में भी युवा उद्यमियों को प्रोत्साहित करना आज बेहद जरूरी है ताकि देश के विकास को नया आयाम मिल सके।
प्रधानमंत्री जी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा होने के लिए रामेंद्र कुमार गौतम बेहतर कृषि व्यवस्था और औद्योगिकीकरण को सर्वाधिक आवश्यक मानते हैं।