नाम : राम आसरे यादव
पद : राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राष्ट्रवादी शक्ति पार्टी, संगम विहार (दिल्ली)
नवप्रवर्तक कोड : 71183101
परिचय -
जन सामान्य का प्रतिनिधित्व करने वाले राजनीतिक नवप्रवर्तक रामआसरे यादव जी वास्तविक रूप से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के देवीपुर ग्राम में पले बढ़े हैं. गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने के कारण, आर्थिक संसाधनों के अभाव में वें केवल आठवीं कक्षा तक ही शिक्षा ग्रहण कर सके.
राजनैतिक क्षेत्र में रामआसरे जी का सफर दस वर्ष पूर्व ही आरम्भ हो चुका था, जब उन्होंने अपने ग्राम से प्रधान का चुनाव लड़ा था. वर्ष 1995 से रामआसरे जी दिल्ली के संगम विहार क्षेत्र में रहकर घरों के पुनर्निर्माण का कार्य कर जीविका अर्जन करते हैं. समाज के प्रति कुछ बेहतर करने की आकांशा लिए आज वें दिल्ली प्रदेश से हिन्दू यूवा वाहिनी पार्टी के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर रहे हैं.
संघर्षपूर्ण जीवन -
रामआसरे जी ने काफी संघर्षरत जीवन व्यतीत किया है, इसी कारण वें गरीबों के दुःख दर्द को बेहतर समझ पाते हैं. शिक्षा की आयु में उन्होंने अपने परिवार की जीविका को चलाने के लिए ग्राम में पर्वों पर लगने वाले मेलों में उपले बेचकर गुजरा किया. आय का यह साधन जब अपर्याप्त लगा तो उन्होंने गन्ना मिल में गन्ना बटोरने का कार्य केवल 18 रूपये प्रतिदिन के मेहनताने पर किया.
इसके उपरांत उन्होंने राजस्थान में भी रोजी रोटी के लिए कुछ समय कार्य किया. अंततः दिल्ली आकर उन्होंने सर्वप्रथम पेंटिंग का कार्य शुरू किया, तत्पश्चात कॉन्ट्रैक्ट पर आधारित घरों की मरम्मत का काम किया, जिसके बलबूते वें आज केवल परिवार ही नहीं, अपितु अपने संगठन के कार्यों को भी नई पहचान दे रहे हैं.
राजनीति में आने का कारण -
गाँव में पुश्तैनी ज़मीन को लेकर परिवार में हुए आपसी विवाद के बाद उन्होंने महसूस किया कि गाँव के मुखिया गलत लोगों के साथ खड़े हो गये. केवल पैसो के बलबूते पर ग्राम के प्रधान अनैतिक कार्य भी आराम से कर रहे थे, यही बात उनके मन को कचोट रही थी. इस कारण उन्होंने ग्राम में उक्त मुखिया के खिलाफ वर्ष 2010 में चुनाव लड़ा और भले ही उस समय वें चुनाव में विजयी नहीं हो पाए हो, परन्तु गाँव के अन्य लोगों में उन्होंने इतना साहस भर दिया कि काफी संख्या में लोगों ने चुनावों में भागीदारी दर्ज करनी शुरू कर दी. रामआसरे जी जमीन से जुड़े नेता हैं, इस कारण वें आज भी ग्राम के लोगों के साथ मिलकर सहयोग करना पसंद करते हैं. गरीबों के हमदर्द रामआसरे जी उनकी आवाज़ बनकर खड़े हुए हैं और ग्राम में दबंगों से आम लोगों को बचाने का कार्य वें एकजुटता के साथ करते हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें -
रामआसरे जी ने जनता के साथ मिलकर उनकी मूलभूत समस्याओं को बारीकी से देखा और परखा है. आम लोगों के साथ जब मौलिक आवश्यकताओं को लेकर असमानता का व्यवहार किया जाता है, तो वें उसके खिलाफ जरूर आवाज़ उठाते हैं. संगम विहार क्षेत्र में पेयजल, सीवर, सड़कों के मुद्दें को लेकर बेहद समस्या है. हाल ही में उन्होंने जल बोर्ड के खिलाफ चक्का जाम किया, क्योंकि पेयजल को लेकर निवासियों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. रामआसरे जी इन सभी समस्याओं को लेकर और विशेषत: पेयजल की दिक्कत को दूर करने को लेकर काफी प्रयासरत हैं.
राष्ट्रीय मुद्दें -
रामआसरे जी का मानना है कि वर्तमान सरकार का ध्यान केवल उच्च स्तर पर ही कार्य करने में है, सरकार आज केवल अपनी अंतर्राष्ट्रीय छवि सुधारने में लगी हुई है. जन सामान्य पर सरकार का अधिक ध्यान नहीं है, उनकी समस्याओं को अनदेखा कर दिया जाता है. किसी भी देश का विकास उसके मूल निवासियों के विकास से ही संभव है, यदि उनकी आवश्यकताओं जैसे उचित शिक्षा, रोजगार, सुरक्षा आदि को ही हाशिये पर रख दिया जाएगा, तो देश का कल्याण होना असंभव हो जाएगा.