नाम : राकेश
कुमार सिंह
पद : पार्षद
प्रतिनिधि (भाजपा), जनौरा, वार्ड-9, अयोध्या
नवप्रवर्तक कोड :
71184592
परिचय
मूल रूप से अयोध्या
कार्यक्षेत्र से जुड़े राकेश कुमार सिंह ने वर्ष 1990 में आरम्भ होने वाले रामजन्म
भूमि के आन्दोलन में भागीदारी लेते हुए राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश किया.
उन्होंने इसी आन्दोलन के माध्यम से भारतीय जनता पार्टी से जुड़कर राजनीति में
सेवाएं देनी शुरू की और वर्तमान में भी वह भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ता के
रूप में कार्य कर रहे हैं.
राजनीतिक पर्दापण
अर्थशास्त्र विषय से
परास्नातक तक शिक्षा प्राप्त राकेश कुमार राजनीति के जरिए सामजिक कार्यों में
सक्रिय हैं तथा महिला आरक्षित सीट होने के चलते उन्होंने अपनी पत्नी अनीता को
पार्षद पद के चुनाव में भागीदारी देने के लिए प्रोत्साहित किया और वर्तमान में
उनकी पत्नी जनौरा, वार्ड - 9 से पार्षद के पद पर कार्य कर रही हैं
और राकेश कुमार बतौर पार्षद प्रतिनिधि क्षेत्र की समस्याओं का निदान करने की दिशा
में प्रयत्नशील हैं.
सामाजिक अगुवाई
स्वयं का व्यापार होने के
बावजूद भी राकेश कुमार का रुझान समाज सेवा के कार्यों में रहा है, जिसके चलते उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र का रुख किया और वह भाजपा से जुड़े.
वर्तमान में भी वह अपना व्यापार का कार्य खुद संभालते हैं और साथ ही राजनीति के
माध्यम से स्थानीय विकास कार्यों में भी भागीदारी लेते है.
प्रमुख क्षेत्रीय समस्याएं
राकेश कुमार के अनुसार
क्षेत्र में स्थानीय निवासियों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है. वार्ड में
घरों की संख्या काफी कम थी, जिससे खाली पड़े गड्ढों में पानी भर जाता था, परन्तु अब लोगों ने जगहों पर अतिक्रमण कर मकान बना लिए है. पार्क की जगह पर भी
घर बन चुके है. इसी वजह से जलभराव की समस्या बनी रहती है. क्षेत्र में सीवर लाइन
होने के बावजूद भी पानी जमा होता है, जिस कारण आमजन को बारिश
के समय जलभराव जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है.
संपन्न विकास कार्य
अपनी जिम्मेदारियों को
समझते हुए राकेश कुमार ने अपने प्रयासों से क्षेत्र की सड़कों की व्यवस्था दुरुस्त
कराई है, जिससे स्थानीय निवासियों को आवागमन में सुविधा प्राप्त हो
सके. इसके साथ ही उन्होंने सीवर की व्यवस्था भी कराई है. इसके अलावा वार्ड में
विकास कार्यों को लेकर कई योजनाओं पर कार्य चल रहा है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर राय
राष्ट्रीय स्तर पर राकेश
कुमार का मानना है की युवाओं को उनकी शिक्षा के आधार पर रोजगार के अवसर प्रदान किए
जाने चाहिए. वर्तमान समय में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद भी युवाओं को
नौकरी के लिए भटकना पड़ रहा हैं.
इसके अतिरिक्त उनका मानना है कि सरकार के द्वारा लागू की गई योजनाओं का लाभ अधिकतर सक्षम लोगों को मिल रहा है, जो बेहद गलत है इसीलिए सरकार को जमीनी स्तर पर इसकी जांच करनी चाहिए, जिससे जो योजनाओं के लिए सुपात्र है, वह लाभान्वित हो सके.