नाम - राजकुमार भाटी
पद - प्रवक्ता, समाजवादी पार्टी
नवप्रर्वतक कोड - 71187913
यश वैभव सुख की चाह नही परवाह नही जीवन न रहे।
यदि इच्छा है तो यह है जग में स्वेच्छाचार दमन न रहे।
"राजस्थान केसरी" के नाम से विख्यात महान क्रांतिकारी, लेखक-पत्रकार और बिजोलिया किसान आंदोलन के प्रमुख नेता रहे श्री विजय सिंह पथिक को प्रेरणास्त्रोत मानते हुए राजनीति में समाज कल्याण की भावना से शामिल हुए राजकुमार भाटी समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता हैं।
जिला गौतमबुद्धनगर के दादरी विधानसभा क्षेत्र के एक साधारण से किसान परिवार से आने वाले राजकुमार भाटी एक ऐसे समाज सेवक और जननेता हैं, जिन्होंने अपने जुझारूपन और संघर्ष के बलबूते समाज में अपनी पहचान कायम की। पेशे से पत्रकार और लेखक होने के साथ साथ राजकुमार भाटी "पथिक केंद्र" के जरिए युवाओं के मुद्दों को मजबूती से सामने लाने का प्रयास भी कर रहे हैं।
परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं होने के चलते इंटरमिडीएट के बाद राजकुमार भाटी पर शिक्षा छोड़ने का दबाव था, लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत के बलबूते पर आगे बढ़ते हुए उन्होंने ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और एलएलबी तक शिक्षा प्राप्त की। वर्ष 1987 में गाजियाबाद के एक स्थानीय समाचार पत्र में पत्रकार के रूप में उन्होंने अपने सफर की शुरुआत की।
राजनीति में आगमन और भावी विज़न -
राजकुमार भाटी की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं रही, लेकिन पत्रकार के तौर पर कार्य करते हुए उनका रुझान राजनीति और समाज सेवा क्षेत्र की ओर हुआ। इसी कड़ी में उन्होंने 1994 में "देहात मोर्चा" नाम के संगठन का गठन किया और इसके अंतर्गत किसानों, नौजवानों, रोजगार और शिक्षा आदि के मुद्दों पर आवाज उठाना शुरू किया। उन्होंने किसानों के हितों, युवाओं के रोजगार और स्थानीय बच्चों की शिक्षा के लिए बहुत से कार्य किए, जो आज भी निर्बाध रूप से जारी हैं।
2009 में राजकुमार भाटी ने सक्रिय राजनीति का हिस्सा बनते हुए समाजवादी पार्टी की विचारधारा पर चलते हुए सपा को जॉइन किया। वर्तमान में वह सपा प्रवक्ता के तौर पर पार्टी को प्रगति देने का कार्य कर रहे हैं। एक लेखक के रूप में आज भी निरंतर क्रियाशील हैं, वह साहित्यिक पत्रिका "पाखी" में रोजाना संपादकीय लेख लिखते हैं और साथ ही 2-3 पुस्तकें भी वह लिख चुके हैं। वह स्पष्ट रूप से स्वच्छ और साफ-सुथरी राजनीति के पक्षधर हैं और योग्य लोगों को बड़े राजनीतिक पदों पर देशसेवा करते देखना चाहते हैं।
राजनीति में अपने भावी एजेंडे के बारे में बताते हुए राजकुमार भाटी कहते हैं कि 2022 में सपा को प्रदेश में स्थापित करना और मा अखिलेश यादव को दोबारा प्रदेश का मुख्यमंत्री बनते वह देखना चाहते हैं। साथ ही जो बड़ी बड़ी सामाजिक-सांस्कृतिक व जनकल्याण की योजनाएं जो अखिलेश सरकार के दौरान अधूरी रह गई थी, उन्हें पूरा करने के मिशन के साथ वह आगे बढ़ रहे हैं। आगामी चुनावों में विजयी होकर प्रदेश में एक प्रगतिशील, विकासोन्मुख और जात-पात/धार्मिक भेदभाव से दूर सरकार को लाना उनका प्रमुख विजन है।
पथिक विचार केंद्र में संपन्न कार्य -
राजस्थान के जनक माने जाने वाले और राजस्थान को पुनर्जागृत कर आधुनिकता के पथ पर प्रशस्त करने का कार्य करने वाले श्री विजय सिंह "पथिक" पर राजकुमार भाटी पिछले 25 वर्षों से अध्ययन कर रहे हैं। उन्होंने उनके विषय में पुस्तकें भी लिखी हैं और "पथिक केंद्र" के अंतर्गत पथिक जी के विचारों को जनता तक आगे ले जाने का प्रयास वह कर रहे हैं।
राजकुमार भाटी के अनुसार विगत 3-4 साल में वह स्वास्थ्य कारणों के चलते राजनीति से दूर रहे और इस समय अंतराल में गौतमबुद्ध नगर जिले में स्थानीय लोगों को शिक्षा व रोजगार के लिए भटकते हुए उन्होंने देखा है। जिन किसानों ने अपनी जमीनें देकर व्यवसायिक इकाइयों को क्षेत्र में विकसित किया है, आज वही बड़ी औद्योगिक इकाई बोर्ड लगाकर कहती हैं कि 200 किमी के क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को यहां नौकरी नहीं दी जाएगी।
पथिक केंद्र के जरिए राजकुमार भाटी ने जिले के प्रत्येक गांव में युवाओं की टोलियां तैयार की हुई हैं, जिनमें एक अध्यक्ष और बाकी सदस्य हैं। यह सब युवा एकजुट होकर युवाओं के रोजगार और शिक्षा के लिए सरकार पर दबाव बनाने का कार्य कर रहे हैं।
इस केंद्र का उद्देश्य "कमाई, पढ़ाई, दवाई और सुनवाई" है, यानि युवाओं को रोजगार, बच्चों को शिक्षा, सभी को समान स्वास्थ्य लाभ और स्थानीय आवाम को कोर्ट, कचहरी आदि मामलों में समान सुनवाई दिलाने के लिए यह केंद्र कार्य कर रहा है।
स्थानीय समस्याएं/विशेषताएं -
गौतमबुद्ध नगर जिला से जुड़ें स्थानीय मुद्दों पर राजकुमार भाटी का कहना है कि यह क्षेत्र वस्तुत: ग्रामीण बहुल क्षेत्र रहा है, क्षेत्र के मध्य में यमुना नदी का प्रवाह है और खादर क्षेत्र होने के चलते यहां मुलभूत सुविधाओं का अभाव रहा है। लेकिन इस अभाव के बीच में भी यहां की स्थानीय जनता कृषि करके खुश और संपन्न थी। त्यौहार, उत्सव, मेले और सांस्कृतिक संपन्नता बहुल ग्रामीण संस्कृति इस जिले की विशेषता हुआ करती थी।
किन्तु नोएडा विकास प्राधिकरण, यमुना प्राधिकरण आदि के जरिए विकास की गति जैसे जैसे यहां आगे बढ़ती गई, बड़ी बड़ी सड़कें, फ्लाइ ओवर, बड़े बड़े स्कूल, कॉलेज, उद्योग, मेट्रो स्टेशन इत्यादि के निर्माण में किसानों की जमीन का बड़े स्तर पर अधिग्रहण किया गया। किंतु इस प्रगति के बाद भी यहां की स्थानीय जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
राजकुमार भाटी के अनुसार जिले में रोजगार की समस्या सबसे बड़ी है और बेरोजगारी के चलते युवा वर्ग भटक रहा है। साथ ही शिक्षा व्यवस्था भी स्थानीय छात्रों की पहुँच से बाहर है और आज भी क्षेत्र के लोग अभावग्रस्त जीवन जीने को मजबूर हैं। इन सब समस्याओं को खत्म करने के लिए वह अपने राजनीतिक कदमों को आगे बढ़ाए हुए हैं और आमजन के साथ मिलकर अपने क्षेत्र और प्रदेश को बुलंदियों पर ले जाने के क्रम में प्रयास कर रहे हैं।
जनता को संदेश -
बैलटबॉक्स इंडिया के मंच के माध्यम से राजकुमार भाटी जनता को संदेश देते हैं कि,
"जनता अपनी समस्याओं को, अपने अधिकारों को समझे। अपने लिए सही मार्ग चुने, अपने बच्चों को सही व प्रगतिशील शिक्षा दिलाए ताकि वह अपराधों से दूर एक अच्छा जीवन गुजार सकें। जनता अपने राजनीतिक मुद्दों को समझने का प्रयास करे, ऐसे लोगों से दूर रहे जो धर्म, जात-पात के नाम पर भोली जनता को गुमराह करते हैं। आपसी मेलजोल, एकजुटता के साथ जनता को आगे बढ़ना चाहिए और हर तरह की सामाजिक बुराइयों से दूर रहकर विकसित समाज की संकल्पना में अपना योगदान दें।"