नाम : राजीव सेतिया
पद : पार्षद (कांग्रेस) वार्ड-74 श्याम नगर, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड़ : 71183716
वेबसाइट - http://rajeevsetiya.com/
परिचय
लोकहित के कार्यों में रूचि रखने वाले राजीव सेतिया जी कानपुर वार्ड – 74, श्याम नगर, कानपुर से कांग्रेस पार्षद पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं. राजीव जी एक युवा नेता एवं समाज सेवक के रूप में भी सक्रिय हैं. उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि भी समाजसेवा कार्यों से जुड़ी रही है तथा उनके पिता भी वर्ष 1989 में कांग्रेस पार्षद रहे हैं.
अपने पिता के पदचिह्नों पर चलते हुए राजीव जी ने भी राजनीति में कदम रखा ताकि अपने पिता की तरह वह भी क्षेत्र के लोगों की हर संभव सहायता कर सकें, साथ ही स्थानीय विकास के क्षेत्र में अपना अधिकतम योगदान अंकित करा सकें.
राजनीतिक पदार्पण –
क्षेत्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी के अंतर्गत कार्यरत पार्षद राजीव सेतिया जी के मन में शुरू से ही लोगों के लिए कुछ करने की भावना थी तथा पिछले सात- आठ वर्षों से वह इस क्षेत्र में सक्रिय हैं. परन्तु जब उन्होंने देखा कि क्षेत्र में दलाली व भ्रष्टाचार के चलते आम लोगों तक सरकारी योजनाएं नहीं पहुंच पा रही हैं, तो जरूरतमंदों को उनका अधिकार दिलाने के उद्देश्य से उन्होंने राजनीति में आने का निर्णय लिया.
अपने राजनीतिक सफ़र की शुरूआत से ही वह कांग्रेस से जुड़े तथा वर्ष 2008 में उ.प्र. युवा कांग्रेस के सचिव भी रहे. क्योंकि क्षेत्र के लोग जो उनके पिता से जुड़े हुए थे, वो उनकी तरफ भी उसी आशा से देखते थे, अतः स्थानीय निवासियों के निवेदन व समर्थन के बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी से पार्षदी का चुनाव लड़ा.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें –
अपने वार्ड के प्रमुख मुद्दों पर राजीव जी का कहना है कि सामान्य समस्याओं के साथ- साथ उनके वार्ड में सबसे बड़ा मुद्दा है भूमाफियाओं की गुंडागर्दी. वार्ड में भूमाफियागिरी के चलते कई सरकारी व सामान्य लोगों की ज़मीनों पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया गया है. जिससे स्थानीय लोगों को तो समस्या होती ही है, साथ ही विकास कार्यों में भी बाधा उत्पन्न होती है.
वहीं क्षेत्र में संसाधन कम हैं किन्तु समस्याएं विकराल हैं. स्वच्छता आदि योजनाओं के लिए सरकार द्वारा जितना प्रचार किया जाता है, ज़मीन पर उसका उतना प्रभाव देखने को नहीं मिलता. जनता मेें अपने ही मुद्दों के लिए जागरूकता का अभाव है. साथ ही सरकारी विभागों में बढ़ते भ्रष्टाचार व घूसखोरी के चलते व्यवस्थाएं जस की तस हैं तथा परिवर्तन नहीं हो पा रहा.
राजीव जी का कहना है कि वह हमेशा से भ्रष्टाचार के खिलाफ़ आवाज उठाते रहे हैं तथा भले ही उनके मुद्दों को दबाया जाता रहा हो, किन्तु वह आगे भी इसके खिलाफ़ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.
राष्ट्रीय मुद्दों पर राय -
भ्रष्टाचार को देश का सबसे गंभीर मुद्दा मानने वाले राजीव जी के अनुसार, सभी सरकारें अपने स्तर पर अच्छी योजनाएं लेकर आती हैं, किन्तु वह भ्रष्टाचार के चलते स्थानीय जनता तक पहुंच नहीं पातीं. सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, नौकरी व इंफ्रास्ट्रक्चर आदि के लिए जो नीतियां बनाती है, उनका उचित क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा तथा पिछड़े व गरीब वर्ग तक उनके हक की सुविधाएं नहीं पहुंच पा रहीं. जिसका प्रमुख कारण है, केन्द्र से लेकर क्षेत्र तक हर स्तर पर दलाली व घूसखोरी. राजीव जी का मानना है कि जनता को भी अधिकारियों व प्रशासन से सीधे सवाल पूछने का अधिकार होना चाहिए, तभी भ्रष्टाचार को रोका जा सकेगा.