नाम : राजीव कृष्ण त्रिपाठी
पद : पार्षद, वार्ड ( 81 ), राजाजीपुरम, लखनऊ
नवप्रवर्तक कोड : 71183016
परिचय :
राजनीतिक नवप्रवर्तक राजीव कृष्ण त्रिपाठी राजाजीपुरम के वार्ड 81 से पार्षद हैं और भाजपा के नेता. राजीव जी राजाजीपुरम के ही निवासी हैं, तथा इनकी प्रारंभिक शिक्षा यहीं के डीएवी कॉलेज से सम्पन्न हुई. विद्या हिन्दू कॉलेज से इन्होंने अपनी स्नातक की डिग्री प्राप्त की. राजीव जी विद्यार्थी परिषद् से भी जुड़े रहे. भारतीय जनता पार्टी की ओर से युवा मोर्चा के लिए राजीव जी ने काफी कार्य किया. युवा मोर्चा में प्रदेश के समिति सदस्य के रूप में, हरीश द्विवेदी के नेतृत्व में उन्होंने बहुत सी योजनाओं को क्रियान्वित करवाया. जिनमें तिरंगा यात्रा जैसा राष्ट्रीय कार्यक्रम और यात्रा सर्वप्रमुख है.
राजीति को कार्यक्षेत्र चुनने का कारण :
राजीव जी भाजपा की राष्ट्रीय विचारधारा से काफी प्रभावित रहें हैं, उनका मानना है कि भाजपा समाज उत्थान के कार्यों में सदैव आगे रहती है. इसी कारण काफी लम्बे समय तक युवा मोर्चा से जुड़े रहने के पश्चात उन्होंने भाजपा पार्षद का चुनाव लड़ा और विजयी होने के बाद समाज सेवा करने की ठान ली.
क्षेत्रीय कार्य योजना :
राजीव जी को विजयी हुए भले ही अभी कम समय हुआ हो परन्तु उन्होंने अपने वार्ड के विकास के लिए बहुत सी योजनाओं का खाका तैयार कर लिया है. इनकी प्रथम योजना के अंतर्गत राजाजीपुरम की 80 फ़ीसदी आवासीय कॉलोनियों को वर्तमान आवश्यकताओं के हिसाब से विकसित किया जाना है. ये कॉलोनियां लगभग 50 वर्ष पुरानी हैं, जिस कारण यहां सीवर, सड़क, पेयजल आदि से सम्बन्धित दिक्कतें हैं. इसके साथ ही इलाके के 40 पार्कों और सड़कों के सौंदर्यीकरण का कार्य भी किया जाएगा. स्वच्छता इस क्षेत्र के लिए अहम मुद्दा है और चूँकि राजीव जी प्रधानमंत्री मोदी की कार्यप्रणाली से काफी प्रभावित हैं, इसलिए वें भी राजाजीपुरम को लखनऊ का सबसे सुंदर जिला बनाने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा :
राष्ट्रीय एकता व अखंडता को राजीव जी सबसे प्रमुख विषय मानते हैं. उनका कहना है कि यदि देश में आपसी एकता कायम रहेगी तो आतंकवाद जैसे मुद्दें भी आसानी से सुलझ जायेंगे. देश के आपसी संघर्ष सुलझाने इस समय देश की प्राथमिकता बनी हुई है. इसके अतिरिक्त देश की बेहतरी के लिए निशुल्क शिक्षा का प्रावधान होना अति आवश्यक है. जिस दिन गरीबों के बच्चों को भी पढ़ने के समान अवसर प्रदान किये जाने लगे, उस दिन भ्रष्टाचार एवं अपराधीकरण पर स्वत: ही रोक लग जाएगी.
वैश्विक परिप्रेक्ष्य में भारत :
राजीव जी के अनुसार वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देश की सीमा सम्बंधी मजबूती सबसे जरुरी विषय है. पड़ोसी देशों की दुर्भावनाओं का असर देश पर नहीं पड़ने देना चाहिए. इसके साथ ही भारत में जो जात-पात की लहर चल रही है, उसको समाप्त किया जाना जरूरी है, तभी देश से आपसी वैमनस्य का भाव दूर होगा. आरक्षण भी जातिगत ना होकर आर्थिक होना चाहिए तभी देश में एकता कायम रह सकती है तथा एक अखंड भारत की अवधारणा का स्वप्न पूरा हो सकता है.