नाम : पंकज मिश्रा
पद : सभासद प्रतिनिधि (निर्दलीय), कैलाश आश्रम, वार्ड-22, बाराबंकी
नवप्रवर्तक कोड़ : 71184138
परिचय
जनहित के ध्येय से
राजनीति में प्रवेश करने वाले पंकज मिश्रा बाराबंकी से निर्दलीय सभासद के रूप में
अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्होंने एल.एल.बी तक शिक्षा ग्रहण की है. उनका निवास
स्थान व कार्यक्षेत्र दोनों ही बाराबंकी है तथा उनकी शिक्षा– दीक्षा भी इसी शहर से हुई है. उन्होंने डिग्री कॉलेज में छात्र संघ के
उपाध्यक्ष पद का भी वहन किया है. वर्तमान में महिला सीट होने के कारण उनकी भाभी
संतोष मिश्रा निर्दलीय सभासद के रूप में कैलाश आश्रम, वार्ड 22 से क्षेत्र में कार्यरत हैं.
राजनीतिक पर्दापण
वर्ष 1998 से राजनीति में प्रवेश करने वाले पंकज मिश्रा का रुझान प्रारम्भ से ही राजनीति में रहा है. सभासद के साथ-साथ
वह समाज सेवा से जुड़े कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं.
साथ ही वह अपनी भाभी का
भी राजनीतिक कार्यों में सहयोग कर रहे हैं. उनकी काबिलियत के कारण व
जनता के सहयोग से वह विगत 18-19 वर्षों से निर्दलीय सभासद के पद का वहन कर रहे
हैं.
सामाजिक अगुवाई
समाज तथा समाज की समस्याओं से जमीनी स्तर पर रूबरू होने वाले पंकज मिश्रा के अनुसार व्यक्ति का जीवन में सामाजिक होना बेहद आवश्यक होता है. उनका मानना है कि अब तक का राजनीतिक अनुभव काफी सकारात्मक रहा, क्योंकि उन्होंने सदैव जनहित की भावना से राजनीति की और लोगों की सहायता करके से उन्हें काफी संतुष्टि मिलती है.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
पंकज मिश्रा का कहना है कि उनके वार्ड में आज से 15 वर्ष पूर्व सड़क निर्माण व लाइट लगवाने का कार्य कराया गया था परन्तु वर्तमान समय में सभी कार्य अस्त-व्यस्त हो चुके हैं, सड़कें काफी जर्जर हालत में हैं. अधिकारी जायजा लेने आते हैं. लेकिन उन समस्याओं पर कोई कार्यवाही नही की जाती. इन सभी समस्याओं को गंभीरता से समझते हुए पंकज मिश्रा निरंतर कार्यशील हैं.
संपन्न विकास कार्य
सभासद पद पर अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए उन्होंने अपने कार्यकाल में अपने प्रयासों से जर्जर हालत में पड़ी सड़कों व गलियों का निर्माण कार्य करवाया. उनके अनुसार सड़कों की ख़राब स्थिति क्षेत्र की पिछड़ी छवि को दर्शाती है. यदि समय से इन सड़कों की हालत पर गौर किया जाएं तो क्षेत्रवासियों की आधी समस्या स्वतः ही समाप्त हो जाती है.
राष्ट्र के प्रति विचारधारा
उनके अनुसार व्यक्ति को पिछली सरकार द्वारा किए गए कार्यों की अवहेलना नही करनी चाहिए. क्योंकि उस समय की परिस्थिति व आज की परिस्थिति में काफी बदलाव हैं. उनका मानना है कि वर्तमान सरकार ने बहुत सी योजनाएं व नीतियाँ तो बनाई हैं परन्तु उन योजनाओं के विपरीत परिणाम माध्यम वर्गीय पर दिखाई दे रहें हैं. जिसके कारण आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उनमें परिवर्तन लाने के लिए सरकार को प्रयास करने चाहिए.