नाम – जितेन्द्र कुशवाहा
पद – भाजपा पार्षद, रावतपुर, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड -
जीवन परिचय –
हिंदुत्ववादी विचारधारा के प्रबल समर्थक जितेन्द्र कुशवाहा वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के पार्षद के रूप में कार्यरत हैं. इसके अलावा वह लम्बे समय से हिन्दुवादी संगठन बजरंग दल से भी जुड़े रहे हैं. उन्होंने अपने जीवन की शुरूआत से ही काफी संघर्ष किया है तथा उनकी प्रारम्भिक शिक्षा- दीक्षा सरकारी स्कूल से हुई है. इसके साथ ही उन्होंने एम.ए. किया है तथा वह एल.एल.बी. करना चाहते थे, किन्तु आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण वह लॉ की पढ़ाई पूरी नहीं कर सके. उन्होंने एलआईसी एजेंट के रूप में भी कार्य किया है तथा वर्तमान में राजनीति के साथ- साथ वह प्लाटिंग का काम भी करते हैं.
राजनीतिक पदार्पण –
जितेन्द्र कुशवाहा को राजनीति का अच्छा- खासा अनुभव है तथा वह सन् 2002 से इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. वह हिन्दुवादी विचारधारा के समर्थक हैं तथा उन्होंने संघ से आईटीसी भी किया है. हिन्दुत्व की रक्षा व प्रचार – प्रसार के उद्देश्य से वह 2002 से 2014 तक हिन्दुवादी संगठन बजरंग दल से जुड़े रहे. इस दौरान इस संगठन में उन्हें सन् 2004 में प्रखण्ड सह संयोजक व 2007 में जिला सह संयोजक चुना गया.
इसके अतिरिक्त संगठन में रहते हुए उन्होंने कानपुर महानगर के गौरक्षा प्रमुख
के रूप में भी कार्य किया. इसके बाद 2012 नगर निगम चुनाव में वह निर्दलीय प्रत्याशी
के रूप में खड़े हुए, जिसमें वह जीत दर्ज नहीं कर सके. इसके बाद 2017 में उन्हें
भाजपा ने टिकट दी और इस चुनाव में काफी बड़े अंतर से जीत दर्ज करते हुए वह रावतपुर
क्षेत्र के पार्षद निर्वाचित हुए.
सामाजिक सरोकार –
हिन्दुत्व के लिए संघर्षरत रहे जितेन्द्र कुशवाहा तीन बार जेल भी गये. किन्तु हिन्दुत्व के अलावा भी उन्होंने क्षेत्र के अन्य मुद्दों की ओर ध्यान दिया, जैसे की क्षेत्र के लोग 6-6 फीट पानी में रहने को मजबूर हैं, उनके पास शुद्ध जल, अच्छी सड़कें नहीं हैं, तो उन्हें काफी कष्ट हुआ. इसके बाद उन्होंने इन समस्याओं का समाधान निकालने का चुनाव लड़ने का फैसला लिया. इसके बाद हाल ही में हुए नगर निगम चुनाव में रावतपुर के पार्षद प्रत्याशी के रूप जीत दर्ज करके उन्होंने क्षेत्र की राजनीति में कदम रखा.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दे –
जितेंद्र कुशवाहा के अनुसार उनके क्षेत्र में एक तालाब है, जिस पर कई लोग कब्जा करना चाहते हैं. उस पर कब्जे रोकने व वहां एक पर्यटक स्थल बनवाने के लिए उन्होंने सरकार से 2 करोड़ का बजट पास करवाया. इसके अलावा वह अपने क्षेत्र के सभी प्रमुख मोहल्लों के बाहर एक द्वार बनवाना चाहते हैं. वहीं उनके क्षेत्र में सीवरलाइन व वाटर लाइन नहीं है. उनका लक्ष्य क्षेत्र की जनता के लिए शीघ्र इसकी व्यवस्था करवाना है, जिसके लिए वह निरन्तर प्रयासरत हैं.
भारत के प्रति विचारधारा –
देश के प्रति जितेंद्र कुशवाहा का अवलोकन है कि भारत को संवैधानिक रूप से हिंदु राष्ट्र घोषित किया जाना चाहिए. वहीं देश का भरपूर विकास हो तथा जो भी देश का प्रतिनिधित्व करे, वह राष्ट्र संघ का स्थायी सदस्य अनिवार्य रूप से हो, इससे देश अवश्य ही प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा.