नाम : निहाल चन्द्र गुप्ता
पद : छावनी बोर्ड सभासद, वार्ड नंबर 6 (भाजपा)
नवप्रवर्तक कोड : 71183130
परिचय -
देश में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों में सर्वाधिक उम्रदराज निहाल चन्द्र गुप्ता एक अनुभवी राजनीतिज्ञ हैं, जो अपने अथक व अनूठे जज्बे से 97 वर्ष की आयु में भी राजनैतिक क्षेत्र में सक्रिय होकर जनसेवा का बीड़ा उठाए हुए हैं. आज तक कई स्थानीय चुनाव लड़ चुके हैं. वह वर्तमान में कानपुर, छावनी बोर्ड से भाजपा दल के सभासद हैं.
निहाल चन्द्र जी का जन्म 20 दिसम्बर 1920
को हुआ था तथा वह मूलरूप से दिल्ली के रहने वाले हैं, वर्ष 1939 में उन्होंने हाई स्कूल पास किया. उन्होंने अमेरिकी दूतावास में बजट एंड फिजिकल ऑफिसर के पीए के पद पर वर्ष 1954 तक नौकरी भी की. इसके उपरांत वे बंदर पकड़ने वाली एक अमेरिकन कंपनी के सदस्य भी रहे और इसी कंपनी के कार्य के चलते अप्रैल 1956 में प्रथम बार कानपुर आए और उसके बाद से यहीं बस गये. छावनी क्षेत्र के लोग आज भी निहाल चन्द्र जी को बंदर वाले गुप्ता जी के नाम से जानते हैं.
राजनैतिक सफ़र -
उनकी राजनीतिक कर्मभूमि कानपुर शहर है, जहां से उन्होंने अपना पहला चुनाव 27 दिसम्बर 1964 में लड़ा था. उनका राजनीतिक सफर
काफी दिलचस्प और उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. सन् 1964 से 1991 तक के अपने 27 साल
के सफर में उन्होंने न सिर्फ लगातार सात चुनाव लड़े बल्कि सभी चुनावों में जीत भी
दर्ज की. इसके आगे के 25 साल का राजनीतिक सफर उनके लिए कुछ कठिन रहा, क्योंकि इस
दौरान वह 2 चुनाव हारे व कई बार बोर्ड भंग रहने के कारण क्षेत्र में चुनाव हुए ही नहीं. इसके पश्चात जनता के भरी समर्थन एवं सहयोग के चलते सभासद के चुनावों में उन्होंने फिर से जीत दर्ज की.
राजनीति में आने का कारण -
निहाल चंद्र जी का कहना है कि नरम दिल स्वभाव के होने के कारण प्रारम्भ से ही वह लोगों की
परेशानियों को समझते थे. उन्होंने हमेशा लोगों के कल्याण के लिए कार्य करने का
प्रयास किया तथा कभी किसी से कोई झूठा वादा नहीं किया. कानपुर आने के बाद जब उनके
पास चुनाव लड़ने का प्रस्ताव आया तो उन्होंने समाज में उठना-बैठना, घर-घर जाकर
लोगों के हाल-चाल लेना तथा उनकी सहायता करना शुरू कर दिया और इस तरह से उन्होंने
राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा.
क्षेत्रीय विकास कार्य -
निहाल चंद्र जी के अनुसार, उन्होंने अपने क्षेत्र के विकास व लोगों के कल्याण के लिए आज तक कई
कार्य किये हैं. त्रिवेणीनगर में सड़कें पहले कच्ची थीं, किन्तु अपना पहला चुनाव
जीतने के बाद ही उन्होंने क्षेत्र में सड़कों को पक्का करने का कार्य सम्पन्न किया. मीरपुर क्षेत्र में स्वच्छता बनाए रखने के लिए कूड़ाघर को बंद करवाया, जिससे स्थानीय निवासियों को परेशानी उठानी पडती थी.
इसके अलावा उन्होंने अपने क्षेत्र की जल व्यवस्था में सुधार के लिए जगह-जगह वाटर स्टैण्ड लगवाये, किन्तु उन्हें कुछ असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया. इसके बाद उन्होंने लोगों की सुविधा के लिए बोर्ड की तरफ से समर सेविल और हैंडपंप लगवाये. साथ ही जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करने के उद्देश्य से वाटर एटीएम की व्यवस्था भी की.
रामलीला मैदान का जीर्णोधार भी निहाल चंद्र जी ने करवाया, जहां पहले कूड़े के पहाड़ हुआ करते थे और जगह जगह जलभराव के कारण लोगों का सांस लेना भी दूभर था. स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए छावनी क्षेत्र में 30 बेड के अस्पताल का निर्माण भी किया जा रहा है, जिसमें मरीजों को लाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था भी कराई जाएगी.
क्षेत्र में प्रारंभिक स्तर के विद्यालय को निहाल चंद्र जी के द्वारा इंटर कॉलेज में तब्दील किया गया, जहां बालिकाओं को मुफ्त शिक्षा देकर उनके भविष्य को रोशन किया जा रहा है. निर्धन कन्याओं के विवाह के लिए निहाल चंद्र जी आर्थिक सहायता भी करते हैं, उन्होंने गरीब वर्ग के लिए बारातशाला का निर्माण भी करवाया, जहां केवल 1200 रूपये में वें विवाह आदि आयोजन करा सके.
भविष्यगत योजनाएं -
लगातार बढ़ती
आबादी के कारण क्षेत्र सीवर की समस्या से जूझ रहा है तथा उनका लक्ष्य क्षेत्र की
सीवर लाइन को बड़ा करवाना है, जिससे लोगों को इस समस्या से राहत पहुंचायी जा सके.
इसके अलावा उनका कहना है कि उन्होंने क्षेत्र के लिए अन्य भी कई कार्य किये हैं
तथा भविष्य में वह क्षेत्र में पार्क बनवाने समेत अन्य विकास कार्य करेंगे.