नाम – नीरज बाजपेयी
पद – पार्षद (भाजपा), सर्वोदय नगर वार्ड नं. 64, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड –
परिचय –
छात्र राजनीति से राजनीति में कदम रखने वाले नीरज बाजपेयी सत्तासीन पार्टी भाजपा के एक कार्यकर्ता हैं. उनका निवास- स्थान व कार्यक्षेत्र उ.प्र. का कानपुर शहर है तथा वर्तमान में वह भारतीय जनता पार्टी से कानपुर के क्षेत्रीय पार्षद भी चुने गये हैं.
कानपुर के डी.ए.वी. कॉलेज से बी.एस.सी करने के उपरांत उन्होंने फतेहपुर पॉलिटेक्निक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है. इसके अलावा वह हिन्दुवादी संगठन आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के स्वयंसेवक भी रह चुके हैं.
राजनीतिक पदार्पण –
पिछले 20 साल से राजनीति में सक्रिय नीरज जी शुरू से ही भाजपा से जुड़े रहे हैं. छात्र राजनीति के बाद वह सर्वप्रथम 1997 में वार्ड अध्यक्ष चुने गये. इसके बाद उन्होंने मण्डल युवा मोर्चा महामंत्री के पद पर कार्य किया. पार्टी के लिए उनके कार्यों व निष्ठा के परिणामस्वरूप वह जिले की कमेटी में आये तथा सन् 2007 से 2010 तक उन्होंने भाजपा नेता दयाशंकर जी के साथ काम किया.
इसके बाद 2012 के नगर निगम चुनाव में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा, जिस कारण उन्हें भाजपा से निष्काषित कर दिया गया. 2014 में उनका निष्कासन वापस लिया गया और उन्हें पार्टी ने मण्डल उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया. इसके बाद हाल ही में नगर निगम चुनाव में उन्हें भाजपा ने टिकट दिया और जनता के समर्थन से वह क्षेत्र के पार्षद चुने गये.
सामाजिक सरोकार –
ग्रेजुएशन के प्रथम वर्ष से ही राजनीति कर रहे नीरज जी का कहना है कि वह जनसेवा के उद्देश्य से राजनीति में आये. वह शुरू से ही समाज के लिए पूरी निष्ठा व ईमानदारी से कार्य करते आये हैं तथा जनता का सहयोग मिलने के कारण वह इस क्षेत्र में निरन्तर आगे बढ़ते रहे. इसके पश्चात् लोगों की सहायता व क्षेत्र का विकास करने के उद्देश्य से उन्होंने राजनीति में कदम रखा व नगर- निगम चुनावों में खड़े हुए.
प्रमुख विकास मुद्दे –
नीरज जी के अनुसार पार्षद चुने जाने के बाद से ही उन्होंने अपने क्षेत्र के कई मुद्दों पर कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है, जिसमें की क्षेत्र की नहर की सफाई करवाना, नाले का निर्माण करवाना आदि मुद्दे शामिल है. नगर निगम को नाला निर्माण का प्रस्ताव भी वे भेज चुके हैं, क्योंकि संकरी गलियों में जेसीबी मशीन प्रवेश नहीं कर पाती है. इसके साथ ही उन्होंने क्षेत्र में पंक्च हैंडपंपों की व्यवस्था करवाई तथा अन्य सात का रीबोर प्रस्तावित है.
इसके अतिरिक्त उनके क्षेत्र में छह मलिन बस्तियां हैं, जिनके विकास के लिए वह निरन्तर प्रयास कर रहे हैं. मलिन बस्तियों में जल–निकासी की व्यवस्था करना, शौचालय का निर्माण करवाना व सीवर लाइन डलवाना आदि उनकी भावी योजनाओं का भाग हैं. इसके साथ ही वह क्षेत्र में विकास संबंधी अन्य कई कार्य भी करवा रहे हैं.