नाम : मुनीन्द्र शुक्ला
पद : पूर्व विधायक बिठुर, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड : 71182987
राजनीतिक परिचय
मुनीन्द्र शुक्ला एक राजनीतिज्ञ हैं। मुनीन्द्र जी समाजवादी पार्टी से बिठूर, कानपुर नगर के पूर्व विधायक हैं। इन्होंने छात्र जीवन से अपनी राजनीति की शुरुआत की। यह 1978 का वह दौर था जब इन्हें छात्र संघ का महामंत्री चुना गया।इसके बाद उन्होंने किसानों नौजवानों के हक की लड़ाई शुरू की। फिर 1988 का वह वर्ष आया जब वह पेम गांव पंचायत के प्रधान बने और इसी वर्ष तीन महीने बाद उन्हें चौबेपुर के ब्लॉक प्रमुख बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और वह 5 वर्षों तक इस पद पर बने रहे। इसी बीच वह समाजवादी पार्टी से भी जुड़े और पार्टी में सक्रिय रहे। अपनी कार्यशीलता के कारण उन्हें समाजवादी पार्टी का जिलाध्यक्ष बनने का भी मौका मिला और निरंतर 14 वर्षों तक यहां से समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे।
निरंतर बढ़ते रहने की प्रक्रिया में मुनीन्द्र जी के राजनीतिक जीवन ने फिर से एक बार करवट ली और उन्हें 2002 में समाजवादी पार्टी की तरफ से चौबेपुर विधानसभा से एमएलए का चुनाव लड़ने का मौका प्राप्त हुआ अगर इस बार किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और महज कुछ वोटों से वह चुनाव हार गए। इसके बाद फिर वर्ष 2012 में नए परिसीमन के बाद बिठूर विधानसभा बना जिसमें उन्होंने चुनाव लड़ा और उसमें विजय रहे। 2017 में भी इन्हें विधानसभा का टिकट प्राप्त हुआ मगर बीजेपी और मोदी लहर के कारण इन्हें हार का सामना करना पड़ा।
भले ही मुनीन्द्र जी चुनाव हार गए हो मगर इन्होंने कभी भी हार नहीं मानी। विपक्ष में रहते हुए कई बार आंदोलन के दौरान मुनीन्द्र जी को जेल जाना पड़ा। किसानों के लिए कई आंदोलनों में मुनीन्द्र जी ने कार्य किया। मुनीन्द्र जी का मनना है कि राजनीति व्यक्ति को समाजसेवी कार्य करने हेतु एक प्लेटफार्म मुहैया कराती है और उत्पीड़ित लोगों को उचित सुविधाएं दिलाने का कार्य करती है।
राजनीति में आने का कारण
मुनीन्द्र जी का मानना
है, आज के जमाने में कोई भी व्यक्ति शंकराचार्य नहीं है। यदि आप कुछ अच्छे कार्य करना चाहते हैं, तो राजनीति सबसे उत्तम स्थान है।
यहीं से लोगों की उचित सेवा हो सकती है।
सत्ता के दौरान कार्य
सन 2012 में सत्ता में आने के बाद सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ के क्षेत्र में मुनीन्द्र जी ने ढेरों कार्य किये हैं। बिठूर जो कि कानपुर का तीर्थ माना जाता है, वहाँ गंगा के ऊपर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए पुल की व्यवस्था नहीं थी। इन्होंने 1840 मीटर लम्बे पुल का निर्माण कराया। पांडु नदी जो कि कानपुर के शुरुआती छोर पर है शहर में सीधे दाखिल होने के लिए लोगों को बेहद घूम कर आना होता था मुनीन्द्र जी ने लोगों को होने वाली इस परेशानी से बचने के लिए जगह-जगह 5 पुल का निर्माण करवाया है, कुछ बन चुके हैं कुछ बन रहे हैं। इस पुल की वजह से अनेक लोगों को इसका सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है।
ओवरलोड की वजह से बिजली की समस्या चौबेपुर क्षेत्र में होती थी इन्होंने उसका भी समाधान कराया। भीतरगांव स्थित एक इलाके में 65 बीघा जमीन दिला कर बिजली घर बनवाने का कार्य कराया किन्तु आज तक वहां बिजली विभाग ने सप्लाई को प्रारंभ नहीं किया है। इस बिजली घर को फतेहपुर तथा कानपुर नगर से जोड़ा गया था, जिससे किसी भी कीमत पर बिजली की समस्या न हो।
समाजवादी पार्टी की सरकार और अपने कार्यकाल के दौरान मझावनपुर व मंधना में 30 बेड की सुविधा के साथ सरकारी अस्पताल का निर्माण कराया। लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा वहां किसी भी प्रकार की डॉक्टर की सुविधा नहीं भेजी गई। लोगों को इससे बहुत परेशानी हो रही है।
सिंचाई को लेकर भीतरगांव में बोरिंग की सुविधा उपलब्ध कराई। बसपा सरकार के समय
इस इलाके को ड्राई क्षेत्र घोषित किया गया था। उनकी सरकार ने इस क्षेत्र
को पानी का वरदान देकर भुखमरी और सूखे से बचाया। इससे किसानों द्वारा फसल की पैदावार में भी बेहद इजाफा हुआ।
राष्ट्रीय मुद्दों पर बात
राष्ट्रीय मुद्दों पर मुनीन्द्र जी के विचार कुछ इस प्रकार हैं -
- आज भारत की सीमाएं सुरक्षित नहीं है, आतंकवाद को समाप्त करने का कार्य करना होगा।
- भारत के दिन ब दिन पड़ोसी मुल्कों से सम्बन्ध खराब होते जा रहे हैं ऐसे में इसे संभालना अति आवश्यक हो गया है।
- सरकार के लिए आवश्यक है कि वो भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के विषय में विचार प्रस्तुत करें।
- भारत में राज्यों के मध्य विभिन्नताएं होने के बाद भी राज्यों में प्रेम व एकता की भावना हमेशा से देखने को मिली है तो इनमें आने वाली कड़वाहट पर कार्य करना आवश्यक हो गया।
वैश्विक स्तर पर कार्य
मुनीन्द्र जी मानना है कि पूरे विश्व में जलवायु परिवर्तन पर कार्य करना आवश्यक है। इससे फसलों को नुकसान हो रहा है। दूषित वायु से लोगों की सेहत पर भी असर हो रहा है। मुनीन्द्र जी इन मामलों में एकत्रित होकर कार्य करना चाहते हैं एवं इसपर प्रयासरत भी हैं।