नाम : मोहम्मद शाहिद सैफी
पद : निर्दलीय नेता, संगम विहार (दिल्ली)
नवप्रवर्तक कोड : 71183102
परिचय -
बेहद सरल तथा सामाजिक सद्भावना के प्रतीक मोहम्मद शाहिद सैफी राजनीतिक नवप्रवर्तक के रूप में दिल्ली के संगम विहार क्षेत्र में कार्यरत हैं. मूल रूप से मेरठ के निवासी मो. शाहिद सैफी पिछले 30 वर्ष से दिल्ली में ही रहे रहे हैं, उनकी प्रारम्भिक शिक्षा- दीक्षा भी दिल्ली के दक्षिणपुरी इलाके से पूरी हुई है. ठेकेदारी के व्यवसाय में दिलचस्पी रखने के कारण वें दसवीं तक ही शिक्षा ग्रहण कर पाए, परन्तु उनका व्यवहारिक ज्ञान काफी अधिक है. इसी के चलते वें जनता के बीच में काफी लोकप्रिय बने हुए हैं.
राजनैतिक अगुवाई का कारण -
मो. शाहिद लगभग 16 साल से राजनीति में सक्रिय हैं. प्रारम्भ में उनके बड़े भाई मो. जरीफ सैफी, जो जाने माने राजनेता हैं, बीएसपी पार्टी से चुनाव लड़कर आगे बढे थे. उन्हीं से प्रेरणा लेकर शाहिद जी ने भी राजनीति के क्षेत्र में अगुवाई करने का मन बना लिया. शाहिद जी का मानना है कि समाज में यदि सकारात्मक बदलाव लाना हो तो राजनीति एक अच्छा माध्यम बन सकती है. इसी के चलते उन्होंने सर्वप्रथम वर्ष 2005 में पीस पार्टी (निर्दलीय) से संगम विहार के देवली बांध पार क्षेत्र के लिए निगम पार्षद का चुनाव लड़ा. जनता के साथ ज़मीनी स्तर पर कार्य करके शाहिद जी ने महसूस किया कि लोगों को मूलभूत जरूरतों की आपूर्ति में काफी किल्लत उठानी पड़ती है, उन्होंने स्वयं भी संगम विहार क्षेत्र में बहुत सी मौलिक सुविधाओं के अभाव को देखा और इसी के चलते जनता के लिए कुछ बेहतर करने का बीड़ा उठाया. वर्ष 2014 में भी उन्होंने संगम विहार क्षेत्र से निर्दलीय पार्टी की ओर से पार्षद का चुनाव लड़ा.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें -
संगम विहार क्षेत्र में पेयजल, साफ़ सफाई, सड़कों एवं सीवर आदि की समस्या काफी अधिक है. विशेषकर पेयजल की दिक्कत तो जनता को आए दिन उठानी पड़ती है और गर्मी के दिनों में तो स्थिति और अधिक भयावह हो जाती है. शाहिद जी के अनुसार क्षेत्र में आर्थिक रूप से समर्थ लोग तो टैंकर आदि की व्यवस्था कर लेते हैं, परन्तु निम्न तबकों की जनता के लिए जल समस्या विकराल बन कर खड़ी हो जाती है. शाहिद जी अक्सर संगम विहार क्षेत्र के लिए टैंकर की व्यवस्था करते रहते हैं, साथ ही इस समस्या के सुधार के लिए वें काफी प्रयास भी कर रहे हैं. शाहिद जी जनता की बेहतरी के लिए संगम विहार क्षेत्र में बहुत से कार्य करना चाहते हैं, जिससे बाकी क्षेत्रो के पार्षदों को एक अच्छा उदाहरण मिल सके और वें दिल्ली प्रदेश के विकास के लिए उन्मुख होकर कार्य कर सके.
राष्ट्रीय विचारधारा -
शाहिद जी का मानना है कि यदि व्यक्ति इमानदारी और लग्न के साथ अपने क्षेत्र के लिए कार्य करता रहेगा तो अच्छे समाज का निर्माण होना तय है और एक अच्छे समाज से ही विकसित देश की अवधारणा संभव हो सकती है. उनके अनुसार आज देश में युवाओं को रोजगार के उचित अवसर नहीं मिल पाना एक बड़ी समस्या है, आर्थिक क्षेत्र में आज समानता का वातावरण रहा ही नहीं है और इससे देश व समाज पिछड़ रहा है. वर्तमान में राजनीति में निज स्वार्थ हावी है, राजनेता केवल पैसो और शक्ति की राजनीति करके देश की धार्मिक अखंडता पर चोट कर रहे हैं. राजनीति में इस प्रकार के विचारों को स्थान नहीं मिलोना चाहिए, तभी देश आगे बढ़ सकता है.