नाम - मौहम्मद तौहीद
पद - अधिवक्ता व सामाजिक कार्यकर्ता, कानपुर नगर
नवप्रवर्तक कोड – 71182889
परिचय
मौहम्मद तौहीद कानपुर नगर के रहने वाले हैं और वह पेशे से अधिवक्ता है। एक ऐसा युवा चेहरा जिसने डी सी लॉ कॉलेज, कानपुर से वकालत की पढाई पूरी करने के बाद वह 5 वर्षों से कानपुर कोर्ट में बतौर अधिवक्ता कार्य कर रहे हैं। तौहीद जी अपने क्षेत्र के लोगों के लिए समाज सेवा का कार्य भी करते हैं। वैसे वादकारीयों जो कि गरीब तपके के लोग हैं तौहीद जी उनका वाद खुद लड़ते है और लोगों को न्याय दिलाने का की भरसक कोशिश करते हैं।
राजनीतिक सक्रियता
तौहीद जी बताते हैं कि वह छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाते आ रहे हैं। छात्र जीवन से ही उन्होंने लोगों के लिए आंदोलन भी किये हैं। अपने और समाज के हितों के लिए उनका टकराव सदा प्रशासन से रहा है। आज वह सामाजिक जिम्मेदारियों को निभाने के साथ साथ अपने राजनीति पारी को भी आगे बढ़ा रहे हैं। तौहीद जी कानपुर नगर में कांग्रेस का जाना पहचाना चेहरा हैं.
वह कांग्रेस से जुड़े हुए हैं और अपने कामों की वजह से ही कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश युथ कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी सौंपी हुई है। इसके साथ उनकी सक्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह जनवादी अधिवक्ता एसोसिएशन कानपुर के मंत्री पद पर रहकर भी अपना योगदान दे रहे हैं।
सामाजिक सोच
तौहीद जी चाहे कितना भी व्यस्त क्यों ना हों समाज के लिए अपना समय निकालकर लोगों की परेशानीयों का हल करने का प्रयास करते हैं। 2011 से वह अधिवक्ता के रुप में लोगों की सेवा कर रहे हैं। आज इंसान कोई भी कार्य करे सबका अपना स्वार्थ होता है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ता बनना भी मेरा निजी स्वार्थ था जिसकी वजह से आज मैं अधिवक्ता हूँ। इंसान का स्वार्थ ही उसका धीरे-धीरे पैशन बन जाता है। तौहीद जी बताते हैं कि समाज के वह लोग जो अपनी बातों को सक्षम अधिकारी तक नही पहुंचा पाते है मैं उनके साथ मिलकर उनकी बातों को सक्षम अधिकारी तक ले जाने का अभी कार्य करता हॅू। साथ ही उनका मानना है कि किसी तबके का कोई धर्म नहीं होता हमें सबके लिए कार्य करना चाहिए।
क्षेत्रीय मुद्दें
क्षेत्र के मुद्दों पर तौहीद जी का कहना है कि सबसे पहले हमें शिक्षा के ऊपर ध्यान देने की आवश्यकता है। सरकारी स्कूलों में गरीबों के बच्चों को, कॉन्वेंट स्कूल में पैसे वालों के बच्चों को पढ़ाया जाता है। यह जो असमानता है वह हमें दूर करनी चाहिए। सभी को एक समान शिक्षा दी जानी चाहिए। आज जब हम उन बच्चों को देखते हैं जो कि हिन्दी मीड़ियम से पढ़कर आते हैं उनकी समानता इंगलिश मीड़ियम के स्कूल के बच्चों के साथ की जाती है तो वह अपने आप में खुद शर्मिन्दा होते हैं। ऐसी असमानता को हमें बदलना चाहिए।
भारतीय मुद्दें
भारत के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि आज भारत में जो राजनीति हो रही है या जो पार्टियाँ आज भारत में हैं उन्हें बदलने की जरुरत है। पहले के नेता थे वह दिशा व दशा बदलने को लिए अपने विचारों से समाज का निर्माण करते थे। आज यह सब बातें कही खो सी गई हैं। सभी पार्टियां एक दूसरे के ऊपर जुमलों से प्रहार करती हैं। धनबल के आधार पर आज राजनीति की नीव रखी जा रही है। नेता वह हुआ करते थे जो लोगों की बातों को सुनकर, उनका नेतृत्व करते हुए सरकार से उसे हल कराने का कार्य करते थे। आज यह दशा बदल चुकी है। ऐसे में हमें और आप को खड़ा होना होगा और आगे आना होगा और इस देश की कमान को अपने हाथों में लेना होगा। तभी एक बदलाव लाया जा सकेगा।