नाम - मनोज तिवारी
पद - विधायक प्रत्याशी (कॉंग्रेस), लखनऊ पूर्वी विधानसभा
नवप्रवर्तक कोड - 71190186
विगत 35 वर्षों के राजनीतिक सफर के साथ लखनऊ पूर्वी विधानसभा से कॉंग्रेस प्रत्याशी के तौर पर चुनावों में उतरे मनोज तिवारी एक अनुभवी राजनेता हैं। मूल रूप से देवरिया, उत्तर प्रदेश के वह निवासी हैं और उनकी कर्मभूमि लखनऊ शहर हैं, जहां 1982 में वह शिक्षा ग्रहण करने के लिए आए। लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक के दौरान उन्होंने छात्रों की समस्याओं पर काम करते हुए छात्र संघ के चुनावों में हिस्सा लिया और यहीं से उनका राजनीतिक सफरनामा भी शुरू हुआ।
छात्र जीवन से ही राजनीति ने सक्रिय रहते हुए मनोज तिवारी ने 1994-95 में राष्ट्रीय छात्र संगठन के बैनर तले लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाली और निरंतर छात्रों की समस्याओं पर काम किया। पेशे से वकालत से जुड़े मनोज तिवारी आज लखनऊ पूर्वी विधानसभा से कॉंग्रेस उम्मीदवार हैं और जनता के मुद्दों को समझ रहे हैं। बैलटबॉक्सइंडिया टीम ने अपने चुनावी महासंग्राम अभियान के अंतर्गत मनोज तिवारी से वार्तालाप करते हुए बहुत से चुनावी मुद्दों पर उनकी राय जानी।
आपने समाज की अगुवाई करने का निर्णय क्यों लिया?
मनोज तिवारी - लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र जीवन के दौरान जो अनुभव मिला, उससे मैंने महसूस किया कि यह समस्याएं सिर्फ छात्र स्तर तक सीमित नहीं हैं बल्कि यह तो विधानसभा, लोकसभा और समस्त राष्ट्र की समस्याएं हैं। इसलिए इन समस्याओं को देखते हुए मैंने कॉंग्रेस की विचारधारा पर चलने का निर्णय लिया और अपने जीवन को राजनीति के प्रति समर्पित कर दिया।
आपके विधानसभा क्षेत्र में ऐसे कौन से ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर आप आने वाले समय में काम होते देखना चाहते हैं?
मनोज तिवारी - लखनऊ पूर्वी विधानसभा का सबसे बड़ा मुद्दा ही यह है कि यहां कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है क्योंकि मौजूदा भाजपा विधायक ने चुनाव जीतने के बाद कभी भी क्षेत्र के गली नुक्कड़ों की ओर पलट कर नहीं देखा है। यदि जनता हमें अपना समर्थन देकर इस योग्य बनाती है कि हम सदन में जा सकें तो हम स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, सड़कों, स्वच्छता, सीवर इत्यादि सभी मुद्दों पर कार्य करेंगे और इस क्षेत्र को लखनऊ लोकसभा की सबसे विकसित विधानसभा बनवाकर दिखाएंगे।
देश के वह कौन से प्रमुख मुद्दे हैं, जिन पर सरकार को ध्यान देना चाहिए?
मनोज तिवारी - देश में आज शिक्षा, बेरोजगारी और स्वास्थ्य सबसे बाद मुद्दा है। लेकिन इनसे भी बड़ी यदि कोई समस्या है तो वह देश में धर्म और जातिवाद को बढ़ावा मिलना है, जिसके जरिए आज राजनीतिक दल देश को खंडित कर रहे हैं। हम कॉंग्रेस के सिपाही हैं और कॉंग्रेस का शाब्दिक अर्थ ही "हम सब" है और संविधान का भी यही अर्थ है। इलिए कॉंग्रेस के संविधान में ही सभी धर्मों व लोगों को एकसाथ लेकर चलना है। यही कार्य मैं भी कर रहा हूँ और जो लोग आज सांप्रदायिकता के नाम पर जो अराजकता फैला रहे हैं उसको खत्म करने का काम मुझे करना है।
आप बैलटबॉक्सइंडिया के मंच के माध्यम से जनता को क्या संदेश देना चाहेंगे?
मनोज तिवारी - मेरी जनता जनार्दन से यही अपेक्षा है कि समाज का हर एक व्यक्ति अपने अधिकारों, अपने मौलिक अधिकारों की ताकतों को जाने और हर व्यक्ति यदि अपने अधिकारों को अपने आप में समाहित कर लेगा तो भारत को एक बार फिर से सोने की चिड़िया बनने में देर नहीं लगेगी।