नाम – मनोज कुमार राम
पद - भावी विधायक प्रत्याशी, 107 दरौली विधानसभा क्षेत्र, सिवान जिला
नवप्रवर्तक कोड – 71186684
वेबसाईट - manojram.com
युवा शक्ति किसी भी राष्ट्र की नींव को मजबूती दे सकती है और युवा जब सामाजिक-राजनीतिक क्षेत्र से जुड़कर आगे बढ़ते हैं तो देश का भविष्य भी उज्ज्वल हो जाता है। एक राष्ट्र के उचित निर्माण में केवल इमारतों और सड़कों की व्यवस्था ही नहीं बल्कि युवाओ का संघर्ष एवं बुजुर्गों का अनुभव काम आता है।
ऐसे ही एक जुझारू युवा नेता हैं मनोज कुमार राम, जो कि बिहार के सिवान जिले से आते हैं। आमजन के विकास की भावना के साथ राजनीति और सामाजिक क्षेत्र में आगे बढ़ रहे मनोज राम के बारे में जानिए कि उनके विचार क्या हैं?, उनके मन में जनविकास के लिए काम करने की ललक क्यों है? और सिवान के विकास के बारे में उनकी क्या भावी योजनाएं हैं?
जीवन परिचय एवं शिक्षा-दीक्षा :
सिवान जिले के दारौली गांव में जन्में मनोज कुमार राम एक साधारण से किसान परिवार से आते हैं। उन्होंने मैट्रिक तक शिक्षा प्राप्त की है, जिसके बाद 1997-98 में देहात क्षेत्र में उचित रोजगार नहीं होने के चलते और परिवार की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए उन्होंने नौकरी के लिए गुजरात में पलायन कर लिया।
गुजरात में मनोज राम ने विभिन्न कंपनियों में नौकरी की। जिसके बाद धीरे धीरे संघर्ष करते हुए उन्होंने आत्मनिर्भर होकर अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ाए। मनोज राम ने अनेकों कंपनियों के साथ कान्ट्रैक्ट करते हुए अपना व्यवसाय किया और उनकी यह मेहनत रंग भी लाई। आज पीएम मोदी जी के "आत्मनिर्भर भारत" के विज़न को चरितार्थ करते हुए मनोज राम अपने दम पर व्यवसाय करते हुए अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाए हुए हैं।
राजनीति में आगमन का कारण :
एक छोटे से देहाती क्षेत्र में रहते हुए और उसके बाद आजीविका के लिए एक दूसरे शहर में प्रस्थान करने पर मनोज राम ने महसूस किया कि समाज में आज बहुत से लोग हैं, जो तरह तरह से प्रताड़ित हैं। लोगों को आजाद भारत में आज भी जातिवाद, क्षेत्रवाद, आर्थिक विपन्नता जैसी अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिससे उनका जीवन दूभर हो जाता है।
आमजन की इन्हीं समस्याओं ने मनोज राम के मन में समाज के लिए कुछ बेहतर करने की ललक पैदा की। अपने काम के दौरान उन्होंने अपने ही जैसे युवाओं को एकजुट करके वंचित-शोषित जनता के लिए कार्य करना शुरू किया और उनका जनकल्याण के प्रति उनका यह जोश एवं उत्साह आज भी कम नहीं हुआ है।
भाजपा से जुड़ाव :
गुजरात में समाजसेवा के अपने अभियान के दौरान मनोज राम की मुलाकात भाजपा के ही वरिष्ठ नेता मनसुख भाई बसावा से हुई, जिनके संपर्क में आने के बाद से उनका झुकाव भाजपा के सिद्धांतों की ओर हुआ। उन्होंने गुजरात में ही सर्वप्रथम भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और वर्षों तक भाजपा के सदस्य के रूप में काम किया।
इसके उपरांत 2010 में मनोज राम ने अपने सिवान जिले में वापस आकर तत्कालीन भाजपा जिलाध्यक्ष अभिमन्यु सिंह के द्वारा भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और बिहार भाजपा के साथ जुड़कर संगठन मजबूती के क्रम में योगदान दिया। इस दौरान उन्होंने मंडल स्तर पर काम किया, जिला स्तर पर भाजपा की सोशल मीडिया के लिए भी कार्य किया और दो बार जिलाध्यक्ष भी रहे।
जनता के बीच रहकर लोककल्याण के लिए कुछ बेहतर करने की उनकी लगन के चलते उन्होंने 2015 में सिवान की दरौली विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावों में भी भागीदारी ली, जहां उन्होंने अपने दम पर ही प्रचार किया और एक हजारों लोगों का मजबूत जनाधार अपने लिए जोड़ा।
सिवान की प्रमुख समस्याएं :
महाभारत के महान गुरु द्रोणाचार्य की कर्मभूमि के रूप में विख्यात सिवान जिला ऐतिहासिक रूप से बहुत ही महत्वपूर्ण है। पौराणिक रूप से अहम होने के साथ साथ सिवान को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के गृहनगर के तौर पर भी जाना जाता है।
मनोज राम के अनुसार भारतीय स्वतंत्रता के इतिहास में विशेष स्थान रखने वाले सिवान की सबसे बड़ी समस्या आज रोजगार की कमी है। यहां रोजगार नहीं होने के चलते युवाओं को दूसरे राज्यों में पलायन करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त यहां शिक्षा व्यवस्था भी बेहतर नहीं है और साथ ही यहां उचित स्वास्थ्य सुविधाओं का भी अभाव है, जिन पर काम होना आवश्यक है। मनोज राम का कहना है कि इस क्षेत्र के विकास का विज़न उनकी भावी योजनाओं में शामिल है और अगर भविष्य में उन्हें इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलेगा तो वह निश्चित रूप से परिवर्तन लेकर आएंगे।
आगामी चुनावों को लेकर रणनीति :
बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भाजपा बिहार ने अभी से समग्रता के साथ तैयारियां शुरू कर दी हैं। मनोज राम ने भी चुनावों के लिए बेहतर रणनीति बनाकर कम शुरू कर दिया है, उन्हें भरोसा है कि पार्टी उन्हें जरूर उचित अवसर देगी। इसके साथ ही क्षेत्र की जनता का समर्थन भी उन्हें भरपूर मिल रहा है।