नाम – महेन्द्र नाथ शुक्ला
पद- पार्षद (भाजपा), वार्ड-49, गांधीनगर, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड - 71183756
परिचय -
भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से प्रेरित होकर पार्टी व राजनीति क्षेत्र से जुड़ने वाले महेन्द्र नाथ शुक्ला मूलरूप से कानपुर के रहने वाले हैं. वह वर्तमान में कानपुर के वार्ड- 49, गांधीनगर से भाजपा पार्षद के रूप में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं. महेन्द्र नाथ छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं. वहीं वह पिछले 40 वर्षों से भाजपा से जुड़े हुए हैं तथा पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य कर रहे हैं. इसके साथ ही वह हमेशा से जनहित के कार्यों में भी अपना अग्रणी योगदान देते रहे हैं.
जनहित के कार्य –
गरीबों के लिए अपार सहानुभूति रखने वाले महेन्द्र जी एक अनुभवी नेता होने के साथ ही समर्पित समाज सेवक भी हैं. महेन्द्र जी गरीबों की सहायता के लिए कई प्रकार के सामाजिक व सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं, जिसके अंतर्गत गरीबों को निःशुल्क भोजन कराना, उन्हें दवाएं व स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराना आदि शामिल है. इसके साथ ही क्षेत्र में गरीब कन्याओं के विवाह में भी वह हर संभव सहायता करते आए हैं.
क्षेत्रीय मुद्दें –
महेन्द्र नाथ के अनुसार, उनके वार्ड गांधी नगर समेत लगभग पूरे शहर की सबसे बड़ी समस्या है, सड़कों पर घूमते आवारा जानवर. जिसमें प्रमुखतः सुअरों से उनका वार्ड सबसे ज्यादा त्रस्त है, जिन्हें हटवाने के कई बार प्रयास किए जा चुके हैं. किन्तु प्रशासन की लापरवाही की वजह से क्षेत्र को आवारा जानवरों से निज़ात नहीं मिल पा रहा. इसके साथ ही उनके वार्ड में सीवर लाइन आदि की भी कमी है, जिस पर कार्य चल रहा है.
प्रमुख कार्य –
करीब 40 वर्षों से क्षेत्र से जुड़े होने के कारण महेन्द्र नाथ क्षेत्रीय मुद्दों से काफी करीब से परिचित हैं और उनके निवारण हेतु कार्य भी करवा रहे हैं. वहीं उपलब्धि की बात करें, तो इस मामले में भी उनका वार्ड काफी आगे है, क्योंकि उ.प्र. की सबसे बड़ी धर्मशाला कानपुर के वार्ड-49 में ही स्थित है.
वहीं विकास कार्यों की बात करें तो वह वार्ड में लगातार सीवर लाइन डलवा रहे हैं. इसके अलावा वार्ड में जैसी समस्या आती है, उसी के आधार पर कार्रवाई होती रहती है.
राष्ट्रीय मुद्दों का अवलोकन –
महेन्द्र नाथ के अनुसार, कश्मीर मुद्दा देश का सबसे बड़ा मुद्दा है. कश्मीर में जिस प्रकार से अशांति बढ़ रही है, उसे देखते हुए धारा 35ए और 370 को हटाया जाना चाहिए, ताकि वहां से उग्रवाद और आतंकवाद को जड़ से समाप्त किया जा सके. वहीं देशद्रोहियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. मौजूदा सरकार सेना व सुरक्षा को लेकर काफी सक्रिय है और इस क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही है.