नाम : लीला राम
पद : विधायक (भाजपा) कैथल
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, हरियाणा
नवप्रवर्तक कोड : 71184800
लीला राम हरियाणा के कैथल विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले विधायक हैं तथा उन्होंने वर्ष 2019 में कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला को 567 वोटों के अंतर से हराकर जीत दर्ज की है. वर्तमान में वह हरियाणा से 14वीं विधानसभा के सदस्य हैं.
मूल रूप से कैथल जिले की कुलतारण तहसील के उज्जाना गांव में 20 अप्रैल, 1961 को जन्में लीला राम ने वर्ष 1985 में हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की है, वह राजनीति विज्ञान से पोस्ट ग्रेजुएट हैं और उनकी पृष्ठभूमि समाज सेवा के साथ साथ खेती किसानी भी रही है.
विदित हो कि कैथल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, कुरुक्षेत्र लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले नौ विधानसभा क्षेत्रों में से एक है और यहां सर्वप्रथम चुनाव 1967 में कराये गए थे. पंजाब, करनाल, जींद से जुड़ा होने और जिला मुख्यालय होने के कारण कैथल राजनीतिक तौर पर काफी अहम क्षेत्र माना जाता है.
कैथल जिले का इतिहास महाभारत युगीन माना गया है, इतिहासकार मानते हैं कि इसका नाम पूर्व में कपिस्थला था, जिसका अर्थ "वानरों का स्थान" है. पुराणों में यह स्थान बंदरों के निवासस्थान के तौर पर ही जाना जाता है और यहीं बजरंग बली का जन्म भी हुआ. आज भी यहां "अंजनी का टीला" नाम से हनुमान जी की माता का मंदिर है और यह हिन्दुओं के लिए आस्था का केंद्र भी है.
विधायक लीला राम की गिनती भारतीय जनता पार्टी के जाने-माने वरिष्ठ नेताओं में की जाती हैं. उन्होंने विधायक के रूप में इससे पहले भी कांग्रेस के चक्रव्यहू को तोड़ते हुए कैथल सीट से विजय प्राप्त की थी और वर्ष 2000 में इंडियन नेशनल लोकदल से चुनावों में भागीदारी करते हुए विधायक चुने गए थे.
गौरतलब है कि हरियाणा की
कैथल सीट पर पहली बार 1967 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओम प्रभा विधायक बनी
थीं. इसके बाद लगभग कांग्रेस का ही कब्जा इस क्षेत्र में रहा. 2014 के चुनावों में यहां से कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला विधायक चुने गए, 2014 के विधानसभा चुनाव में रणदीप सुरजेवाला को 65,524 वोट मिले थे और इनेलो के
कैलाश भगत को 41,849 मिले थे. यह सीट कांग्रेस 23,675 मतों से जीतने में कामयाब
रही थी.