नाम : लक्ष्मण कनौजिया
पद : पार्षद प्रतिनिधि (सपा), रामचन्द्र परमहंस, वार्ड-6, अयोध्या
नवप्रवर्तक कोड़ : 71184103
परिचय
आमजन के सहयोग से राजनीति का रुख करने वाले लक्ष्मण कनौजिया समाजवादी पार्टी के बैनर तले वर्तमान में अयोध्या जिले के रामचन्द्र परमहंस वार्ड से पार्षद प्रतिनिधि के रूप में क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. फर्नीचर व अन्य तरह के स्वयं के व्यवसाय के साथ-साथ उन्होंने एक जनसेवक रूप में भी सदैव जनता की सेवा की है. वर्तमान में उनकी पत्नी श्रीमती चमेली देवी रामचन्द्र परमहंस, वार्ड-6 से पार्षद पर पर सेवाएं दे रही हैं और लक्ष्मण कनौजिया बतौर पार्षद प्रतिनिधि क्षेत्र के विकास में उनका सहयोग कर रहे हैं.
राजनीतिक पर्दापण
जनकल्याण के कार्यों में
सक्रिय लक्ष्मण कनौजिया ने वर्ष 1990 में राजनीति में भागीदारी की. वर्तमान में वह अपनी
पत्नी के साथ जनहित के लिए प्रयासरत होकर क्षेत्र के मूलभूत विकास की दिशा में
कार्य कर रहे हैं.
सामाजिक अगुवाई
लक्ष्मण कनौजिया के अनुसार उनके
क्षेत्र में दबे-कुचले वर्गों का बेहद शोषण होता था, जिनसे उन्हें पीड़ा होती थी. उनका सदैव से ही यही मानना रहा है कि राजनीति एक ऐसा माध्यम है,
जिसके द्वारा सभी जरूरतमंद लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जा सकती हैं. इसीलिए
उन्होंने इसी मार्ग का चयन किया.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
क्षेत्र का पूर्णरूपेण
विकास करने की दिशा में लक्ष्मण कनौजिया मुख्य रूप से सड़कों, नालियों, पेयजल व सीवर की सुविधाओं की दिशा में कार्य
करना चाहते हैं. जिसके चलते वह क्षेत्रीय समस्याओं को दूर करने के लिए प्रयासरत हैं.
संपन्न विकास कार्य
अपने कार्यकाल के अंतर्गत
उन्होंने क्षेत्र की सभी मूलभूत समस्याओं को दूर करने के काफी प्रयत्न किए हैं.
परन्तु सरकार की ओर से कोई उचित कार्यवाही न होने की वजह से समस्याएं जस की तस बनी
हुई हैं. उन्होंने अपने क्षेत्र की समस्याओं को फाइल के माध्यम से भी सरकारी
विभागों तक पहुँचाने का प्रयास भी किया है. पार्षद लक्ष्मण कनौजिया कहते हैं कि न तो समय से सरकार की ओर
पर्याप्त पार्षद निधि मिल पाती है और न ही कोई जवाब मिल पाता है. इसी वजह से विकास
कार्य रुके हुए हैं.
प्रमुख राष्ट्रीय मुद्दें
भारत के विकास में सबसे बड़ी बाधा लक्ष्मण कनौजिया जातिवाद को मानते हैं. उनके अनुसार यह सबसे बड़ी समस्या है कि देश के नागरिकों के साथ एकसमान व्यवहार नही किया जाता. इस गंभीर समस्या से देश की प्रगति बाधित होती हैं, इसलिए सरकार को इसके निराकरण की ओर ध्यान देना चाहिए.