नाम : जितेन्द्र गांधी कुशवाहा
पद : पार्षद (भाजपा), रावतपुर वार्ड 60 (कानपुर)
नवप्रवर्तक कोड : 71183685
परिचय
जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा कानपुर के रावतपुर वार्ड से पार्षद के रूप में भाजपा के बैनर तले
कार्यरत हैं. अपनी प्रारम्भिक शिक्षा कानपुर के रामलला इंटर कॉलेज से पूर्ण करने
के बाद उन्होंने कानपुर के डी.बी.एस विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री भी प्राप्त
की है. शिक्षा प्राप्ति के समय से ही वह अपने प्रयासों द्वारा सामाजिक कार्यों में
योगदान अंकित करा रहें हैं. भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत अपनी जिम्मेदारियों का
निर्वहन करने के साथ-साथ वह जनहित के कार्यों में भी संलग्न रहते हैं. वर्तमान में जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा वार्ड-60, रावतपुर, कानपुर से पार्षद के तौर पर सामाजिक व क्षेत्रीय
विकास कार्य संपन्न कर रहें हैं.
राजनीतिक पर्दापण
स्कूली दिनों से ही स्वयंसेवक संघ से जुड़े जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा वर्ष 2000 से संघ के कार्यकर्ता के रूप में अपने कर्तव्यों को निभा रहें हैं. बजरंग दल व हिंदु दल से जुड़कर कार्य करने वाले तथा छात्र जीवन से ही सामजिक कार्यों में क्रियाशील जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा ने भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत भी विभिन्न पदों पर रहकर कार्य किया है. सर्वप्रथम वह बजरंग दल के सामाजिक संगठन में खंड संयोजक के पद पर रहें. तत्पश्चात वह नगर संयोजक व जिला संयोजक के रूप में नियुक्त हुए.
इसके पश्चात वह गौ रक्षा महानगर कानपुर में प्रमुख भी रहें हैं और उन्होंने विश्व हिंदु परिषद में पदाधिकारी के पद पर भी अपनी सेवाएं दी. लम्बे समय तक भाजपा में रहते हुए वर्तमान में वह पार्षद पद पर अपनी जिम्मेदारियों को पूर्ण कर रहे हैं.
सामाजिक अगुवाई
स्वयंसेवक संघ के कार्यसेवक के रूप में समाज के लोगों के बारे में सोचना व उनके लिए कुछ अच्छा
करने की चाह से उन्होंने सामाजिक लाभ के कार्य करने आरम्भ किए. जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा के
अनुसार उनका मन सदैव से ही समाज सेवा की ओर रहा है. अपने इसी मंतव्य को पूर्ण करने
हेतु उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र को चुना. जिससे वह स्वतंत्र रूप से व्यापक स्तर पर
विकास कार्य सम्पन्न करने में सक्षम हो सकें.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा के अनुसार सीवर लाइन व सडकों की स्थिति ठीक न होना क्षेत्र की
सबसे प्रमुख समस्या है. इसके अतिरिक्त ऐसे बहुत से मुद्दें हैं जिन पर समय से कार्य
किया जाना बेहद आवश्यक है. परन्तु मुख्य रूप से सर्वप्रथम सीवर की समस्या का हल निकालना
है. सीवर की व्यवस्था न होने के कारण स्थानीय लोगों को बहुत सी परेशानियों का
सामना करना पड़ता है.
संपन्न विकास कार्य
जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा ने अपने कार्यकाल के दौरान अब तक क्षेत्रीय विकास कार्यों में सड़कों के नवीनीकरण की ओर विशेष ध्यान दिया है. उनके अनुसार सड़कें ही क्षेत्र की प्रगति की प्रथम सीढ़ी होती हैं, इसी ध्येय से उन्होंने अपना पदभार संभालते ही सड़कों की दशा में सुधार लाने के सफल प्रयास किए.
इसके साथ ही वह अपने परिश्रम व प्रयासों से रामलला के चौराहे पर एक विशाल
द्वार लगाने का कार्य कर रहें हैं और साथ-साथ वह अशोक वाटिका में अशोक स्तंभ भी स्थापित
करने का कार्य कर रहें हैं.
इसके अतिरिक्त क्षेत्रवासियों को जलभराव की समस्या से निज़ात दिलाने के लिए उन्होंने नाले निर्माण के कार्य को आरंभ कराया, जिससे जल निकासी सुचारू रूप से हो सके. यह कार्य अभी पूर्ण नहीं हो पाया है परन्तु उनके प्रयासों से निरंतर रूप से नाले के निर्माण का कार्य चल रहा है.
इसके साथ ही वह सरकारी तालाब को 7 करोड़ की धनराशि खर्च कर एक विशाल पार्क व पर्यटक स्थल के रूप में परिवर्तित करने हेतु संघर्षरत हैं. जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा के अनुसार इस तालाब पर कुछ भू-माफिया कब्ज़ा करने की योजना बना रहे थे, परन्तु उन्होंने अपने प्रयास से इस योजना को असफल कर दिया. जितेन्द्र जी का मानना है कि यह विशाल पार्क दूर-दूर तक लोगों के बीच लोकप्रिय होगा और पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा.
इन सभी विकास कार्यों के साथ-साथ जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा के वार्ड में स्वच्छता पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया. उनके कार्यकाल के दौरान वार्ड सौन्दर्यीकरण की दृष्टि से काफी समृद्ध हुआ. उन्होंने स्वयं लोगों को सरकार के स्वच्छता अभियान मिशन से जोड़ने का प्रयास किया. इसके साथ ही वह क्षेत्र के विकास हेतु स्वयं भी साफ-सफाई को लेेकर बेहद सक्रिय हैं.
आमजन की परेशानियों को समझते हुए वह जनता के मध्य सदैव उपस्थित रहते हैं और लोगों की समस्याओं को साझा करते हैं. उन्होंने अभी तक अपने कार्यकाल के दौरान लगभग 2000 गायों को कटने से बचाया है. उनके इन्हीं कार्यों के कारण उन्हें जनता का पूर्ण समर्थन भी प्राप्त होता है.
इसके अलावा जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा पर्यावरण संरक्षण हेतु भी प्रयासरत रहते हैं तथा लोगों को पेड़ लगाने व उनके लाभ के प्रति भी जागरूक करने का कार्य करते हैं.
विकास कार्यों में बाधाएं
जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा के अनुसार क्षेत्रीय विकास कार्यों को पूर्ण करने में ऐसी कोई
बाधा हमें आज तक रोक नहीं पाई है, जिसके डर से उन्होंने कार्य न किया हो. उनके
अनुसार किसी का कार्य समय से न हो पाने पर जनता को थोड़ी सी परेशानी होती है, परन्तु उनके वह लोगों को स्वयं समझाते हैं, जिससे कार्य सरलता
से हो जाता है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
जितेन्द्र गाँधी कुशवाहा आतंकवाद को देश की सबसे बड़ी समस्या मानते हैं. उनके अनुसार धारा
370 को पूर्ण रूप से खत्म करना चाहिए. इसके साथ ही यदि किसी भी कारण से हमारे देश
की अखंडता पर प्रभाव पड़ता है तो हम सभी को एकजुट होकर उसका विरोध करना चाहिए.