नाम : हरशरण लाल गुप्ता
पद : नगर निगम पार्षद
(भाजपा), लखनऊ जनपद
नवप्रवर्तक कोड :
वेबसाइट : http://harsaranlalgupta.in/
परिचय-
हरशरण लाल गुप्ता जी का जन्म वर्ष 1959 में फर्रुखाबाद में हुआ था. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण जीवन संघर्षपूर्ण रहा. उन्होंने फर्रुखाबाद से प्रारंभिक शिक्षा सम्पन्न की तथा वर्ष 1980 में लखनऊ कान्यकुब्ज विश्वविद्यालय से स्नातक किया. उन्होंने कानपुर यूनिवर्सिटी से स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की. हरशरण जी के परिवार में कोई भी व्यक्ति राजनीतिक परिवेश से नहीं था, इस कारण उन्होंने अपने बलबूते पर राजनीति के क्षेत्र में प्रवेश किया. वर्ष 1995 में हरशरण जी को लखनऊ से पार्षद का टिकट मिला, जिसके पश्चात से वे निरंतर समाज हित के कार्य कर रहे हैं.
राजनीतिक पदार्पण –
वर्ष 1995 में श्री अटल बिहारी वायपेयी जी के विचारों से प्रभावित होकर हरशरण जी ने राजनीति में पदार्पण करने का मन बनाया. समाज कार्यों में उनकी कुशलता को देखते हुए स्थानीय वरिष्ठ नागरिकों ने उन्हें राजनीति में शामिल होने और चुनाव लड़ने के लिए काफी समर्थन दिया. भाजपा से जुड़कर उन्होंने सर्वप्रथम पार्षद का चुनाव लड़ा और लखनऊ जनपद के 110 वार्डों में सबसे अधिक वोट प्राप्त कर विजयी रहे.
समाज की अगुवाई –
वर्ष 1980 में व्यापारिक उद्देश्य के लिए ही हरशरण जी लखनऊ आए थे और वर्तमान समय में भी वे एवं उनका परिवार व्यवसाय में संलग्न है, परन्तु उन्होंने राजनीति को कभी व्यापारिक दृष्टिकोण से नहीं देखा. समाज हित के उद्देश्य से ही उन्होंने राजनीति क्षेत्र को चुना और आज भी समाज कार्यों के लिए वे निजधन का प्रयोग करने से पीछे नहीं हटते. अपने राजनीतिक जीवन में जनता की सेवा का कार्य उन्होंने निस्वार्थ भाव से किया है और वर्तमान में भी निरंतर प्रयासरत हैं.
स्थानीय समस्याएं एवं भविष्यगत योजनाएं -
हरशरण जी के अनुसार लखनऊ
में बहुत से इलाके अनियोजित तरीके से बसे हुए हैं, जिस कारण उनका विकास कार्य
सम्पन्न करने में तकनीकी दिक्कतें आती है. उन्होंने महापौर डॉ एस.सी. राय के साथ
मिलकर बहुत से प्रयास किये, परन्तु केंट विधानसभा में 22 साल की पार्षदी में जल
निकासी समस्या दूर नहीं हो पाई है.
सीवेज और बरसात के पानी का
निकास केंट इलाके में नहीं हो पाता है. नगर निगम नालियों, सीवर आदि के कार्यों में
जो धनराशि बार-बार लगानी पड़ती है, यदि जल निकासी की सुनियोजित व्यवस्था होगी तो इस
दिशा में काफी सुधार होगा और फ़िज़ूल खर्च भी कुछ कम हो सकेगा. भविष्य में वे सीवर
व्यवस्था को लेकर बहुत से कार्य करना चाहते हैं और क्षेत्र का वास्तविक सुधार चाहते
हैं.
क्षेत्रीय विकास कार्य -
लखनऊ में अपने वार्ड के अंतर्गत हरशरण जी ने लखनऊ में यातायात पार्क का निर्माण करवाया, जहां जनता के लिए विशेष रूप से ड्राइविंग सीखने के लिए सिग्नलों की व्यवस्था की गयी है, साथ ही पार्क में योग केंद्र की स्थापना भी उन्होंने करवाई, जिससे लोग स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. प्रधानमंत्री जी के दिशा-निर्देशन में स्वच्छ भारत अभियान के तहत पूरे शहर में शौचालय भी बनवाये.
राष्ट्रीय मुद्दे -
हरशरण जी का मानना है कि आज देश का सबसे प्रमुख मुद्दा आतंकवाद है, जो किसी भी देश को घुन की तरह खोखला कर देता है. किसी भी देश की प्रगति और उन्नति उसके मौलिक विकास पर निर्भर करती है, इस दिशा में प्रधानमंत्री बहुत से विकास कार्य कर रहे हैं. साथ ही विभिन्न पार्टियों द्वारा देश में आज तक स्वार्थ की राजनीति की गयी है और कुर्सी बचाने के इस प्रयत्न में देश हित की बात पीछे धकेल दी गयी है. उनके अनुसार यदि हमें भारत को विकसित करना है तो विकास कार्यों को योजनाबद्ध ढंग से करना होगा.