उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में राजनीतिक और सामाजिक रूप से सक्रिय गुलाबचन्द्र कुशवाहा बदलाव के एक ऐसे नायक हैं, जो नि:स्वार्थ भाव से समाज को जागरूक करने के उद्देश्य के साथ कर्मभूमि पर डटे हुए हैं। भगवती मानव कल्याण संगठन के साथ जुड़कर वह बांदा जिले में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए काम कर रहे हैं।
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के अंतर्गत बांदा जिले के जिलाध्यक्ष के तौर पर सक्रिय गुलाबचन्द्र कुशवाहा बांदा से विधायक प्रत्याशी भी रह चुके हैं। एक साधारण से किसान परिवार से आने वाले गुलाबचन्द्र ने इंटरमिडीएट तक शिक्षा प्राप्त की है। वर्तमान में वह लगातार समाज निर्माण के कार्यों में संलग्न हैं और बदलाव की मुहिम से जुड़कर अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं।
राजनैतिक पदार्पण –
विगत 15 वर्षों से भगवती मानव कल्याण संगठन में सक्रिय गुलाबचन्द्र समाज से अन्याय, अनीति और अधर्म को दूर कर एक नशामुक्त, संस्कारवान एवं जागरूक समाज के निर्माण के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं। वर्ष 2008 में उन्होंने सद्गुरुदेव योगीराज श्री शक्तिपुत्र महाराज द्वारा संचालित भगवती मानव समाज संगठन से जुड़कर समाज हित में कार्य करना शुरू किया।
राजनीति को अपना कार्यक्षेत्र चुनने के पीछे उनका बेहद स्पष्ट एवं सटीक मंतव्य है। उनका मानना है कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए वह संगठन के माध्यम से तो हर प्रयास कर रहे हैं लेकिन यदि राजनीति से जुड़कर वह बदलाव की मुहिम का हिस्सा बनेंगे, तो उनकी आवाज को एक नया आयाम मिलेगा।
गुलाबचन्द्र कहते हैं कि आज समाज में हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार फैला हुआ है, गरीबों-शोषितों को न्याय नहीं मिलता है। हमारे युवा नशे के कारण दिशाविहीन हो रहे हैं, धर्म के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है, समाज में महिलाओं के खिलाफ अपराधों का स्तर लगातार बढ़ा है।
इसी कारण 2013 में गुलाबचन्द्र सद्गुरुदेव योगीराज श्री शक्तिपुत्र महाराज द्वारा गठित भारतीय शक्ति चेतना पार्टी से जुड़े, जिससे ईमानदारी से कार्य करके समाज और देश हित को सर्वोपरि रखकर वह जनसेवा कर सकें। उन्होंने अपने राजनीतिक क्षेत्र को विस्तृत करते हुए पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष संध्या शुक्ला जी के नेतृत्व में वर्ष 2017 और 2022 के विधानसभा चुनावों में बांदा विधानसभा से भागीदारी ली है।
गुलाबचन्द्र मुख्य रूप से नशामुक्त, जागरूक और सिद्धांतवादी समाज की स्थापना के लिए पार्टी से जुड़कर कार्य कर रहे हैं। राष्ट्र को तरक्की के पथ पर अग्रसर करने के उद्देश्य से एवं समाज निर्माण के कार्य को प्रगति देने के लिए उन्होंने राजनीति का रुख किया है।
सामाजिक सरोकार -
समाज को एक नई दिशा देने के लिए तथा युवाओं के सर्वांगीण उत्थान के निहितार्थ गुलाबचन्द्र भगवती मानव कल्याण संगठन से जुड़कर समाज को जागरूक कर रहे हैं। उनका मानना है कि भारत युवा शक्ति से सराबोर देश है, परन्तु युवाओं में बढ़ते नशे के मामलें, बेहतर योजना व नीतियों के अभाव में युवाओं को विकसित होकर अपनी कार्यक्षमता निखारने का अवसर प्राप्त नहीं हो पा रहा है। वे पूर्ण समर्पण के साथ युवाओं के मार्गदर्शन के लिए कार्य कर रहे हैं।
समाज में धर्म, अध्यात्म से लोगों को जोड़ने के लिए गुलाबचन्द्र बांदा जिले के विभिन्न ग्रामों में श्री दुर्गा चालीसा पाठ, दुर्गा आरती इत्यादि धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन कराते रहते हैं ताकि लोगों में सुविचारों एवं वैदिक संस्कारों के जरिए बेहतर जीवन जीने की कला का विकास हो।
उन्होंने 108 ग्रामों में ऐसे 108 आयोजन कराने हेतु संकल्प लिया हुआ है और ऐसे 8 आयोजन वह अभी तक करवा चुके हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रण लिया है कि वह बांदा जिले को प्रदेश का प्रथम नशामुक्त जिला बनाएंगे, जिसके लिए उन्होंने एक लाख लोगों को नशामुक्त, मांसाहार मुक्त और धर्म व संस्कारों के प्रति जागरूक होने के लिए हस्ताक्षर अभियान का भी संचालन किया हुआ है।
बांदा विधानसभा के प्रमुख मुद्दे -
बांदा जिले के ग्रामों में आजादी के 75 वर्ष बाद भी मूलभूत समस्याओं का जस का तस रहना गुलाबचन्द्र सबसे बड़ी समस्या मानते हैं। उनका कहना है कि रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, स्वास्थ्य, न्याय, बिजली, पानी, सड़क इत्यादि यह नौ मौलिक मुद्दे हैं, जिन पर आज भी काम नहीं हो पाया है। अगर ये सभी समस्याएं सुलझ गई होती तो प्रत्येक चुनाव में नेता इन्हीं समस्याओं को उठाकर वोट नहीं मांगते।
जिले में अनेकों मुद्दे हैं, जिनमें बेरोजगारी, भ्रष्टाचार प्रमुख हैं। किसानों को उनके अधिकार नहीं मिल पा रहे हैं और वें आत्महत्या करने को विवश हैं। मजदूर वर्ग के पास काम नहीं होने के कारण वें परेशान हैं।
इसके अतिरिक्त महिलाओं को सुरक्षा नहीं मिल पा रही हैं, उनके साथ अपराध बढ़ते जा रहे हैं। समाज में नशे के कारण इस प्रकार के अपराध आज समाज में देखने को मिल रहे हैं। एक ओर सरकार "बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" अभियान चला रही है और दूसरी ओर शराब के ठेके खोले जा रहे हैं। गुलाबचन्द्र का मानना है कि आज गौ वंश भी सुरक्षित नहीं है, सड़कों पर दुर्घटना में या भूख से बेहाल होकर गौ वंश मर रहा है। इन्हीं समस्याओ को लेकर वह आवाज उठाते रहते हैं।
प्रमुख संकल्प -
गुलाबचन्द्र वर्ष 2008 से "नशा मुक्त भारत खुशहाल परिवार" की विचारधारा के साथ अपने संगठन एवं राजनैतिक पार्टी के अंतर्गत बहुत से संकल्पों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने वर्ष 2023 के प्रारंभ से ही कुछ प्रमुख संकल्पों को पूरा करने का बीड़ा बांदा जिले के लिए उठाया हुआ है। उनके प्रमुख संकल्प हैं :
1. 108 ग्रामों में जनसंपर्क
2. 108 ग्रामों में मां भगवती की आरती का आयोजन
3. 1100 पौधों के रोपण का संकल्प
4. 11 स्वास्थ्य एवं किसान जागरूकता शिविरों का आयोजन
5. 1 लाख नशा मुक्त हस्ताक्षर कराने का संकल्प
समाज विकास हेतु प्रयास -
बीते 15 वर्षों से गुलाबचन्द्र समाज के विकास हेतु तत्परता से कार्य कर रहे हैं। भगवती मानव कल्याण संगठन से जुड़कर उन्होंने अनेकों सामाजिक मुद्दों पर सक्रियता से कार्य किया है, जो आज भी लगातार जारी है। उनके द्वारा किए जा रहे कुछ प्रयास इस प्रकार हैं :
1. 108 ग्रामों को नशामुक्ति अभियान से जोड़ने के लिए अभी तक 8 ग्रामों में नशामुक्ति हस्ताक्षर अभियान चला चुके हैं।
2. आठ ग्रामों में नशामुक्ति और धर्म से जुड़े रहने हेतु मां दुर्गा आरती का आयोजन कर नशा त्याग करने का संकल्प अनेकों लोगों को दिलवाया है।
3. अपने जीवन में 1100 वृक्षों को रोपने का संकल्प लिया है, जिसके तहत पिछली हरियाली अमावस्या पर 250 पौधे उन्होंने रोपें और उनकी देखभाल भी की, जिससे बांदा के गांवों में यह पौधे आज 5-6 फीट के होकर लहलहा रहे हैं। पर्यावरण कल्याण की इस अनूठी मुहिम के साथ आगामी मॉनसून में भी उनका यही प्रयास जारी रहेगा।
4. बुंदेलखंड को एक पृथक राज्य बनाने की मुहिम भी उन्होंने उठाई हुई है, जिसके तहत विभिन्न अधिकारियों से पत्राचार जारी रहता है।
5. 2020-21 तक कोरोना काल के दौरान नि:स्वार्थ रूप से जन जन की सेवा की, राशन, भोजन, दवाइयाँ, मास्क, सेनिटाईजर इत्यादि का वितरण किया गया।
6. ज्ञापन के माध्यम से जिलाधिकारी के जरिए शीर्ष नेतृत्व तक जिले की कानूनी व्यवस्था सुगम बनाने हेतु प्रयास किया।
7. भगवती मानव कल्याण संगठन एवं भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के द्वारा प्रधानमंत्री जी को ज्ञापन देकर देश के समस्त जिलों में गौ-अभयारण्य बनाने की मांग की है, ताकि गौ-वंश का उचित संरक्षण हो सके। गुलाबचन्द्र का मानना है कि सड़कों पर असहाय घूम रहे और बूचड़खानों में कटते गौवंश, भारतीय राजतंत्र एवं न्यायव्यवस्था के संवेदनशील एवं क्रूर होने के प्रमाण हैं। इसलिए वह बेहतर गौ-संरक्षण और गौ हत्या निषेध कानून को प्रभावी रूप से लागू किए जाने की मांग सरकार से कर रहे हैं।
8. गर्मियों के मौसम में विभिन्न स्थानों पर प्याऊ लगवाकर लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलवाने का कार्य किया।
9. नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन भी जरूरतमंद लोगों के लिए कराया जाता है।