नाम : घनश्याम सिंह
पद : निर्दलीय उमीदवार
नवप्रवर्तक कोड : 71183149
परिचय –
भ्रष्टाचार के खिलाफ
सामाजिक मुहिम चलाने वाले घनश्याम सिंह जी एक सामाजिक कार्यकर्ता व राजनीतिज्ञ
हैं. वे मूलरूप से बलिया जिले के रहने वाले हैं तथा वर्ष 2014 लोकसभा चुनावों में
लखनऊ से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए थे, हालांकि उसमें उन्हें जीत
नहीं मिल सकी थी. घनश्याम सिंह सिंचाई विभाग में कार्य करते थे तथा इस विभाग में
कार्य करते हुए वह सामाजिक कार्यों व दायित्वों से जुड़े रहते थे.
वे लखनऊ मण्डल के
अध्यक्ष, गोरखपुर मण्डल के महासचिव तथा उत्तर प्रदेश के संगठन सचिव के पद पर कार्य
कर चुके हैं. इन सभी पदों रहते हुए उन्होंने हमेशा ईमानदारी से कार्य किया व
भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ते रहे.
राजनीति में आने का
उद्देश्य –
सिंचाई विभाग में
आने के बाद घनश्याम सिंह ने देखा कि विभाग में हर तरफ भ्रष्टाचार व्याप्त है,
जिससे उन्हें काफी दुःख पहुंचा. इसके बाद लोगों को एकजुट करके इसके खिलाफ संघर्ष
किया. यही नहीं उन्होंने बिना कुर्सी के डर के अधिकारियों से लड़ाई लड़ी व विभाग
में बिना रिश्वत के लोगों का काम करवाया. यहीं से भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई
की शुरूआत हुई तथा एक भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करने के उद्देश्य से
उन्होंने राजनीति में कदम रखा.
क्षेत्रीय मुद्दे-
घनश्याम सिंह के
अनुसार क्षेत्र का सबसे अहम मुद्दा है भ्रष्टाचार, लोगों को हर- छोटा- बड़ा काम
करवाने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है. इसके अलावा क्षेत्र में दूसरी अहम समस्या
परिवहन सम्बन्धी नियम- कानूनों की है. लोग मनमाने तरीके से गाडियां चलाते हैं,
जिससे हादसे होते हैं. इसलिए पुलिस को कागज न रखने वालों के अलावा गलत तरीके से
गाड़ी चलाने वालों का भी चालान करना चाहिए, क्योंकि तभी जनता सुधर सकती हैं. इसके
अलावा क्षेत्र में बढ़ते अपराध तथा गुडागर्दी की ओर भी प्रशासन के ध्यान देने की
जरूरत है.
राष्ट्रीय मुद्दे पर
विचार –
राष्ट्रीय मुद्दों
पर घनश्याम सिंह का मानना है कि देश में हर स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है.
राशनकार्ड से लेकर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने तक देश में हर सरकार काम करवाने में
लोगों को घूस देनी पड़ती है. जिसे रोकने के लिए सरकार को सख्त से सख्त कदम उठाने
चाहिए. वहीं इसे रोकने के लिए सरकार को अपनी नीतियों में भी सुधार करने की
आवश्यकता है. मसलन किसानों का कर्ज माफ करने की बजाय उन्हें मुफ्त में खाद, बीज,
ट्रैक्टर आदि उपलब्ध करवाने चाहिए.
इसके अलावा देश में
गरीबों के लिए किसी भी योजना भी उन्हें नहीं मिलता तथा इसका फायदा संपन्न वर्ग के
लोग उठा ले जाते हैं. यह सरकारी नीतियों की ही कमी है, जहां माल्या जैसे लोग देश
का हजारों करोड़ रूपया पैसा लेकर फरार हो जाते हैं और आम जनता को उसके लिए बनी
स्कीमों का लाभ भी नहीं मिल पाता.
वैश्विक परिदृश्य पर
विचार –
वर्तमान के वैश्विक
परिदृश्य के अनुसार घनश्याम सिंह का मानना है कि आतंकवाद विश्व व देश के लिए एक
गंभीर चुनौती है, जिसके खात्मे के लिए हमें एकजुट होकर खड़े होना होगा. घनश्याम
सिंह के अनुसार भारत एक बहुत बड़ा देश है, जो कि वैश्विक शक्ति बनने की क्षमता
रखता है. किन्तु यह तभी संभव होगा जब हमारे नेता सुधरेंगे तथा वह जाति और धर्म की
राजनीति करने की बजाय विकास तथा अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों की ओर ध्यान देंगे.