नाम - दीप्ति पांडे
पद - चुनाव पर्यवेक्षक, भोगनीपुर विधानसभा 208 (काँग्रेस), कानपुर देहात
नवप्रवर्तक कोड - 71190048
छतरपुर, मध्य प्रदेश में कॉंग्रेस के बैनर तले अपनी राजनीतिक जिम्मेदारी का वहन कर रही दीप्ति पांडे शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हुई हैं। छतरपुर में कॉलेज का संचालन कर रही दीप्ति पांडे हिन्दी साहित्य, इतिहास और इंग्लिश लिटरेचर की छात्र रही हैं। मध्य प्रदेश के एक प्रतिष्ठित राजनीतिक परिवार से वह आती हैं, जहां उन्हें अपने ससुर श्री पंडित देवकीनंदन पांडे (पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष) और बुंदेलखंड के राजनीतिक आदर्श रहे अपने चाचा ससुर श्री सत्यवृत चतुर्वेदी (पूर्व राज्यसभा सांसद) से प्रेरणा मिली और उन्हीं के पदचिन्हों पर आगे बढ़ते हुए उन्होंने भी राजनीति व समाज सेवा क्षेत्र में रुझान लिया।
छतरपुर से कॉंग्रेस के अंतर्गत जिला अध्यक्ष (सेवादल), प्रदेश मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल चुकी दीप्ति पांडे को अखिल भारतीय राष्ट्रीय कॉंग्रेस सेवादल के अध्यक्ष श्री लाल जी देसाई के द्वारा बुंदेलखंड से उत्तर प्रदेश चुनावों के लिए प्रभारी चुना गया है और साथ ही एआईसीसी ने उन्हें भोगनीपुर विधानसभा 208 में पर्यवेक्षक का अहम जिम्मा सौंपा है, जिस पर वह वर्तमान में कार्य कर रही हैं। बैलटबॉक्सइंडिया को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर कॉंग्रेस की विचारधारा, महिलाओं को लेकर कॉंग्रेस की योजनाओं इत्यादि सहित अनेकों मुद्दों के बारे में अपनी राय साझा की।
आपकी पार्टी किन विचारधाराओं और मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ रही है?
दीप्ति पांडे - देखिए निश्चित तौर पर प्रदेश के साथ साथ समस्त देश में ही भूख, भय, भ्रष्टाचार और तानाशाही चरम पर है। आज जो बढ़ती महंगाई या महिलाओं के विरूद्ध हो रही हिंसा और तानाशाही पूर्ण सरकार के रवैये को लेकर जनता त्रस्त है। जनता एक बार फिर उत्तर प्रदेश में सुशासन की स्थापना हेतु कॉंग्रेस की ओर देख रही है और यही हमारे मुद्दे हैं।
मैंने भोगनीपुर और कानपुर देहात में भी देखा है कि कईं ऐसी राशन की दुकानें हैं, जहां राशन का वितरण ठीक से नहीं हो रहा है। इस मुद्दे को कईं पत्रकार भाइयों द्वारा भी बखूबी उठाया गया है। जनता को मिलने वाली मूलभूत सुविधाएँ और शासन की योजनाएं जनता तक पहुँच ही नहीं पा रही है। मैं कहूँगी कि यह सरकार मात्र विज्ञापनों तक सिमट कर रह गई है। यह सरकार केवल प्रचार-प्रसार का माध्यम बनकर रह गई है, जनता के मुद्दों से कोसों दूर केवल झूठ, छल और कपट के सहारे चल रही है।
इसका उदाहरण हमें आए दिन देखने को मिल रहा है, कैसे अभी मध्य प्रदेश में लोकतंत्र की हत्या हुई? अभी जासूसी कांड उभर कर लोगों के सामने आया, जो बेहद निंदनीय है। इसे विश्व इतिहास में एक कलंक के तौर पर देखा जाएगा। देखना होगा कि देश किस दिशा में जा रहा है। आज जनमानस सरकार के झूठे वादों से, खोखली राजनीति से और इनके प्रचार-प्रसार से ऊब चुका है और कॉंग्रेस की तरफ देख रहा है।
मेरा मानना है कि कॉंग्रेस एक विचारधारा है, यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा है, जिसे नेहरू जी, इंदिरा जी जैसे महानायकों ने अमूल्य धरोहर की भांति अपने लहू से सिंचित किया है और उन्होंने इस भारत को स्वर्णिम भारत बनाया है। आज फिर जिस कॉंग्रेस ने आजादी की लड़ाई लड़ी, वही कॉंग्रेस इन चोरों से लड़ाई लड़कर देश में सुशासन स्थापित करेगी।
यूपी विधानसभा चुनावों में कॉंग्रेस ने महिलाओं को 40 प्रतिशत की भागीदारी दी है, उसे लेकर आपकी क्या राय है?
दीप्ति पांडे - निश्चित तौर पर कॉंग्रेस हमेशा से महिलाओं को सशक्त बनाने का काम करती रही है और हमें यह कहने में गर्व की अनुभूति होती है कि इस देश में महिला प्रधानमंत्री भी कॉंग्रेस के शासन में ही माननीय इंदिरा गांधी जी के रूप में रही हैं, जिन्होंने महिलाओं को समृद्ध करने का काम हमेशा किया। प्रियंका गांधी जी भी आज वही कार्य कर रही हैं।
आप उन्नाव में देखिए, जिस परिवार को समाज द्वारा प्रताड़ित किया गया, उस परिवार की महिलाओं के हाथों में प्रियंका गांधी जी ने नेतृत्व क्षमता की कमान थमा दी ताकि महिलाओं का विकास हो सके। महिलाओं की राजनीति में भागीदारी बेहद आवश्यक है क्योंकि यह हमारी आधी आबादी है और जिस दिन यह आधी आबादी अपनी शक्ति को समझ गई, उस दिन भारत विश्व पटल पर एक खुशहाल देश की श्रेणी में आ जाएगा। महिला सशक्तिकरण के लिए ही "लड़की हूं, लड़ सकती हूं", का जो नारा प्रियंका गांधी जी लेकर आई हैं, यह नारा न केवल देश-प्रदेश की राजनीति में अपितु अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर भी एक गरिमापूर्ण अमिट छाप छोड़ेगा।
आप बैलटबॉक्सइंडिया के मंच के माध्यम से जनता को क्या संदेश देना चाहेंगी?
दीप्ति पांडे - मैं आम जनमानस से करबद्ध निवेदन यही करती हूं कि आज समय है कि वह दोबारा से देश को गुलाम होने से बचा लें। क्योंकि हम लगातार आज आर्थिक गुलामी, भ्रष्टाचार की ओर बढ़ रहे हैं। इससे पहले यह दलदल देश को निगल जाए, मैं जनता से मार्मिक अपील करती हूं कि अपने लिए नहीं बल्कि अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए, अपने बच्चों के भविष्य के लिए और बेटियों के सम्मान के लिए एक बार फिर कॉंग्रेस को चुने। देश में सुशासन की स्थापना करें और तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकने में हम सभी का सहयोग करें।