नाम : धीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी
पद : पार्षद (भाजपा), वार्ड- 52, गीता नगर, कानपुर
नवप्रवर्तक कोड : 71182989
परिचय
लगभग 17-18 वर्षों से
सक्रिय राजनीति कर रहे धीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी भारतीय जनता
पार्टी के एक युवा नेता हैं, जो वर्तमान में वार्ड - 52, गीता नगर, कानपुर से पार्षद चुने गये हैं. पेशे से इंजीनियर
रह चुके धीरेन्द्र त्रिपाठी ने गोंडा के एक सरकारी कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग से पॉलिटेक्निक में डिप्लोमा प्राप्त किया है तथा प्रारम्भ से ही समाज सेवा के
कार्यों में रुझान होने के कारण उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया.
राजनीतिक पर्दापण
उच्च शिक्षा प्राप्त धीरेन्द्र त्रिपाठी की पारिवारिक पृष्ठभूमि भी राजनीतिक ही रही है. स्वयं उनकी माँ इसी वार्ड
से पार्षद के पद पर सेवाएं दे चुकी हैं. अपने बड़ों से प्रेरित होकर व समाज कल्याण
की भावना से वह सर्वप्रथम राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े.
भारतीय जनता पार्टी में रहते हुए वार्ड अध्यक्ष से लेकर जिले के पदाधिकारी के पद तक का सफ़र तय कर चुके धीरेन्द्र त्रिपाठी वर्तमान में वार्ड-52, गीता नगर, कानपुर से पार्षद के पद पर अपनी सेवाएं दें रहें हैं.
सामाजिक अगुवाई
युवावस्था से ही धीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी समाज व राष्ट्र के बारे में सोचा करते थे. पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक होने
के कारण उनका रुझान भी राजनीतिक क्षेत्र की ओर होना स्वाभाविक ही था. इसीलिए उन्होंने
राजनीति को अधिक संख्या में लोगों की समस्याओं के समाधान का बेहतर माध्यम माना और
राजनीति क्षेत्र में पूर्ण रूप से सक्रिय हो गए.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
धीरेन्द्र कुमार के अनुसार उनके क्षेत्र में पेयजल की समस्या सबसे प्रमुख है. इसलिए उन्होंने क्षेत्रवासियों की इस मूलभूत समस्या को गहराई से समझा है और उसको दूर करने के लिए वह लगातार प्रयासरत हैं.
इसके अलावा उनके वार्ड के
कुछ पुराने इलाकों में सीवर लाइन न पड़ने के कारण वहां अक्सर जलभराव की समस्या
उत्पन्न हो जाती है जिससे क्षेत्र की जनता को मुक्ति दिलाने का भी वह हर संभव
प्रयास कर रहें हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार
धीरेन्द्र त्रिपाठी के अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर भारत की सबसे बड़ी समस्या निरंतर बढ़ती जनसंख्या है. उनके अनुसार आज हमारे देश में बेरोजगारी व स्वास्थ्य से जुड़ी जितनी भी अन्य समस्याएं हैं उनका मुख्य कारण हमारी बढ़ती आबादी ही है. जिसके कारण देश में गरीबी बढ़ रही है और साथ ही अशिक्षा व स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं भी बढ़ रही हैं.
उनके अनुसार इसके साथ ही आतंकवाद भी देश की दूसरी सबसे प्रमुख समस्याओं में से एक है. जिसके कारण देश में असुरक्षा व अशांति का माहौल बना हुआ है इसीलिए सभी देशों की सरकार को एक साथ बैठकर इस मुद्दें को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है.