Name- Dharam Veer Kapil
Designation- Program Coordinator Nirmal Hindon Abhiyaan
Badge number- 71182865
Program associated- Social Innovator, coordinator of many important ecosystem restoring programs
धर्मवीर कपिल एक समाजसेवक होने के साथ- साथ निर्मल हिंडन कार्यक्रम के समन्वयक भी हैं. वह ‘भारतीय वन सेवा’ विभाग में मध्य प्रदेश काडर में थे.
इस विभाग में वर्षों तक निष्ठा से कार्य करने के पश्चात वह सन 2006 में रिटायर हुए. कपिल जी समाज तथा पर्यावरण के सुधार एवम् सुरक्षा के लिए कार्य कर रहीं संस्थाओं से भी जुड़े रहे हैं. यही नहीं बल्कि उन्होंने SINCERE ( Society For Integrated Care Of Environment And Rural Economy ) नामक एक एनजीओ की भी स्थापना की है, जो छोटे- छोटे सुधार के काम करती है. उन्हें विभिन्न प्रोजेक्ट्स के निरूपण का भी अच्छा- खासा अनुभव है. इसके अतिरिक्त निर्मल हिंडन अभियान के लिए वर्कप्लान बनाने तथा नीति- निर्धारण करने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है. जिनके द्वारा हिंडन नदी की स्थिति में सुधार किया जा सके और उसे स्वच्छ व निर्मल बनाया जा सके.
धर्मवीर कपिल जब मेरठ आये तब ही से उनका झुकाव हिंडन को निर्मल बनाने की तरफ बढ़ा. एक बार जब उन्होंने मेरठ के कमिश्नर डॉ. प्रभात कुमार को बरसात के दिनों में हिंडन नदी और उसके आस- पास के क्षेत्रों का निरीक्षण करते देखा, तब उन्हें यह अहसास हुआ कि हम लोगों को भी इस क्षेत्र में कार्य करना चाहिए. इसके बाद वह कमिश्नर साहब से मिले तथा उन्होंने हिंडन नदी की स्थिति में सुधार से सम्बन्धित अपने कुछ सुझाव उनके सामने रखे. उनके प्रोजेक्ट्स तथा नीतियों से प्रभावित होकर कमिश्नर साहब ने उन्हें निर्मल हिंडन कार्यक्रम में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी. इसके बाद वह नीर फाउंडेशन तथा अन्य संस्थाओं के संपर्क में आये, जिनसे वह काफी प्रेरित हुए.
धर्मवीर कपिल का मानना है कि किसी भी सुधार अभियान के लिए वर्कप्लान दो तरीके से तैयार किया जा सकता है. पहला या तो सरकारी स्तर पर जहां सरकार की नीतियों के आधार पर अधिकारी कार्य करें और दूसरा तरीका एक सुनियोजित प्लान के माध्यम से, जहां क्रमबद्ध तरीके से योजना का पालन किया जाये तथा विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर सुचारू रूप से कार्य किया जा सके. जिससे की योजना पर काम सतत रूप से चलता रहे. उनके अनुसार हिंडन नदी पर कार्य करने के लिए उसे उद्गम स्थल, नदी में पानी आने का तथा रूकावट के मार्ग के बारे में पूर्ण जानकारी होनी चाहिए. यह सब जानकारी प्राप्त करने में सहारनपुर के कमिश्नर व अन्य लोगों का महत्वपूर्ण योगदान रहा. इन लोगों ने यह भी ज्ञात किया कि हिंडन नदी का उद्गम स्थल शिवालिक रेंज है. जिससे सुधार संबंधी नीतियां बनाने में काफी सहायता मिली.
इसके अलावा धर्मवीर कपिल का कहना है कि शिवालिक तथा अन्य जीवित स्त्रोतों से स्वच्छ पानी प्राप्त होता है तथा जब यह स्त्रोत बाधित होंगे तब जल अस्वच्छ व दूषित हो जायेगा. भारत की जल नीति पर उनके विचार हैं कि देश की जलनीति में सुधार के लिए नमामि गंगे जैसी योजनायें पहले ही बननी चाहिए थी. अगर कुछ समय पहले इस तरह की योजनाओं पर कार्य हुआ होता तो शायद आज देश की नदियों और जल की स्थिति इतनी खराब न हुई होती. किन्तु अभी भी नदियों को स्वच्छ एवम निर्मल बनाने के लिए इस तरह की योजनायें बनाने तथा उन पर क्रियान्वयन करने की आवश्यकता है. अभी भी ‘नमामि गंगे’ जैसे प्रोजेक्ट्स पर अगर ठीक प्रकार से कार्य किया जाये तो देश की जल नीति में सुधार होने की संभावना है.
इतना ही नहीं दिन रात अति व्यस्त रहने वाले धर्मवीर कपिल जी ने लेखक के तौर पर भी अपनी पहचान बनाई है. उनकी कुछ शानदार पुस्तकें बाजार में उपलब्ध हैं. वन्य जीवों से जुड़ी उनकी पुस्तक ‘Incredible Tales From the Wilderness’ को लोगों से काफी तारीफ मिली हैं. उन्होंने इस पुस्तक में वन्य जीवों से जुड़े कुछ ऐसी बातें सामने लाई है जो पहली बार इस पुस्तक के माध्यम से सबके सामने आई है.
धर्मवीर कपिल एक ऐसे इंसान है जिन्हें समाज में जो भी बुरा होते दिखता है उसके खिलाफ खुले स्वर में अपनी आवाज उठाते हैं. कोई समाज सुधार के प्रयास में कार्य करता है तो उसके पक्ष में खड़े हो जाते हैं. अभी हाल ही में उन्होंने मेरठ मंडलायुक्त डॉ. प्रभात कुमार के प्रयासों के लिए लोगों से अपील की और कहा कि आयुक्त मेरठ की कर्त्तव्य निष्ठा और भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ाई में पूरे क्षेत्र की जनता सक्रीय सहयोग करें. यूं तो हम हर समय भ्रष्टाचार को कोसते हैं लुटते-पिटते रहते हैं लेकिन अब जब कोई सक्षम अधिकारी सिस्टम को ठीक कर रहा है तो हम चुप न रहें. तो ऐसे हैं धर्मवीर कपिल जो किसी भी सही बात को कहने से कतराते नहीं हैं और बेझिजक अपनी बात रखते हैं.