नाम - विश्वनाथ यादव
पद- विधायक प्रत्याशी (जन अधिकार पार्टी) महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र, सिवान (बिहार)
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परिचय
राजनीति और सामाजिक तौर पर सिवान जिले के महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र में जन अधिकार पार्टी के बैनर तले सक्रिय विश्वनाथ यादव उर्फ ध्रुव यादव एक अनुभवी व लोकप्रिय जनसेवक हैं। मूलत: सिवान के महाराजगंज के ही निवासी विश्वनाथ यादव एक किसान परिवार से संबंधित रहे हैं और गरीबी में अपना बचपन बिताने के कारण उन्होंने स्थानीय जनता की समस्याओं को बेहद करीब से देखा व अनुभव किया है। विश्वनाथ यादव ने महाराजगंज के आरवीजेआर कॉलेज से इंटरमिडीएट तक शिक्षा प्राप्त की है और छात्र जीवन से ही समाज कल्याण का भाव इनके मन में बना रहा है।
वर्तमान समय में विश्वनाथ यादव का अपना ठेकेदारी का व्यवसाय है और इनके परिवार में चार बेटे एवं दो बेटियां हैं, जो सभी सुशिक्षित हैं। अपने जीवन में शिक्षा और अथक परिश्रम को सर्वोपरि रखकर चलने वाले विश्वनाथ यादव की एक पुत्री आईएएस परीक्षा की भी तैयारी कर रही है। विश्वनाथ यादव एक स्पष्ट एवं साफ सुथरी सामाजिक छवि वाले व्यक्ति हैं, जिनका मानना है कि किसान परिवार के लिए कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता, इसलिए वह जनसेवा को श्रेष्ठ अवधारणा मानते हैं और सबकी सहायता करते हैं।
राजनीति में आगमन
वर्ष 1990 से सक्रिय राजनीति का हिस्सा रहे विश्वनाथ यादव हालांकि छात्र जीवन यानि मैट्रिक पास करने से भी पहले से ही सामाजिक अव्यवस्थाओं और कुरीतियों जैसे भेदभाव, छुआछूत आदि के विरोध में आवाज उठाते रहे हैं। वह अपने व्यक्तिगत अनुभवों के आधार पर बताते हैं कि उन्होंने बचपन में गरीब, दलित, वंचित और दबे-कुचले लोगों को दबंगों द्वारा शोषित होते हुए देखा है। हालांकि जैसे जैसे समय बदला तो व्यवस्थाएं भी बदली लेकिन गरीबों और शोषितों के साथ लोगों का व्यवहार आज भी वही है।
विश्वनाथ यादव कहते हैं कि समाज में हाशिये पर खड़े इन लोगों के सुख-दुख में वह साथ खड़े रहे हैं और इन लोगों के साथ होने वाले अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते हुए उन्होंने अनेकों विरोध-प्रदर्शन किए, जिसके चलते उन्होंने राजनीति का सक्रिय हिस्सा बनने का मन बनाया और राजद से जुड़े।
वर्ष 2015 में जब राजद से उन्हें विधायक के चुनाव के लिए टिकट मिलना निश्चित था, तब राजनीति के व्यवसायीकरण के चलते वह टिकट किसी ओर को मिल, जिसके बाद उन्होंने एक ऐसी पार्टी से जुडने का मन बनाया, जो वास्तव में बिहार और देश के विकास का मुद्दा रखती हो और इसी के चलते वह जन अधिकार पार्टी में शामिल हो गए। वर्तमान में वह जाप से महाराजगंज जिलाअध्यक्ष होने के साथ साथ यहां से विधायक प्रत्याशी भी हैं।
राजनीतिक एवं सामाजिक विजन
विश्वनाथ यादव का मानना है कि देश में जात-पात, धर्म-संप्रदाय, क्षेत्र आदि के आधार पर राजनीति नहीं होनी चाहिए बल्कि मानवता को आधार बनाकर जनसेवा की जानी चाहिए। वह कहते हैं कि कोई भी व्यक्ति जन्म से जाति या धर्म लेकर नहीं आता, यह व्यवस्था तो लोगों ने अपने लाभ और सुविधा के आधार पर बना रखी है। जिसका लाभ पहले अंग्रेजों और फिर आज नेताओं ने उठाया तथा लोगों की गुलाम मानसिकता का फायदा उठाकर राजनीति की रोटियां सेंकी।
वह कहते हैं कि आज विशेष रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश में धर्म-जाति के बिना बात ही नहीं की जाती है और किसी भी राष्ट्र की प्रगति की राह में यह दुर्व्यवस्था सबसे बड़ी बाधा है। आज नेता विकास की बात करना ही नहीं चाहते हैं, यही कारण ही कि वह अपने आप को नेता कहलवाना पसंद नहीं करते हैं। उनका साफ तौर पर कहना है कि वह जनसेवक हैं और जन अधिकार पार्टी के अंतर्गत उनका यही भावी विजन भी है कि लोगों का विकास समान रूप से हो व देश तरक्की की राह पर आगे बढ़ सके।
महाराजगंज विधानसभा के प्रमुख मुद्दें
महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र की सबसे प्रमुख समस्या विश्वनाथ यादव दबंगई को मानते हैं। उनके अनुसार आजतक इस विधानसभा क्षेत्र से केवल दो बार ऐसे नेता चुने गए, जिन्होंने धरातल पर कार्य किया। उसके बाद से यहां केवल दबंगई बढ़ी है और 2015 तक भी यहां बाहुबली लोगों लोगों का ही दबदबा रहा है। इसी गुंडाराज के चलते यहां विकास हो ही नहीं पाया।
प्रमुख विकास कार्य
विश्वनाथ यादव के अनुसार उन्होंने जनसेवा कार्य को अपने जीवन का उद्देश्य माना है और इसी के चलते उन्होंने अपनी पार्टी के आला अधिकारियों एवं सहयोगियों के सहयोजन में बिना चुनावों के भी लोगों की सहायता की है। फिर चाहे वह बाढ़ की समस्या हो, महिलाओं की सुरक्षा का मामला हो या किसानों-निर्धनों के मुद्दें, उन्होंने हर मोर्चे पर आगे बढ़कर लोकहित के लिए कार्य किया है। भविष्य में भी वह विकसित बिहार की संकल्पना के साथ राज्य और देश में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।
जनता के लिए संदेश
जनता के लिए संदेश देते हुए विश्वनाथ यादव का कहना है कि जनता को अपना सेवक चुनना है न कि नेता, क्योंकि यदि जनता किसी नेता का चुनाव करती है तो वह केवल अपने स्वार्थ के लिए कार्य करेगा। विश्वनाथ यादव स्पष्ट कहते हैं कि आज नेताओं को देश की कोई परवाह नहीं है, वह केवल देश को बेच खाने पर तुले हैं। जहां चीन, जापान जैसे देशों का राष्ट्रीय नेतृत्व अपने नागरिकों व देश के विकास के लिए कार्य कर रहे हैं वहीं हमारे देश में व्यवस्था बिल्कुल उलट है।
भारत में भ्रष्टाचार, निजीकरण, बेरोजगारी, जातिवाद, संप्रदायवाद जैसे मुद्दें तो राष्ट्रीय नेतृत्व की पोल खोल ही रहे हैं, साथ ही महिलाओं की सुरक्षा और लगातार बढ़ते अपराध राष्ट्र को प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने से रोक रहे हैं, इसलिए जनता को सोच समझकर, देख-परखकर अपना प्रतिनिधि चुनना चाहिए।