नाम : बबलू शाह
पद : पार्षद, वार्ड-56, ओंकालेश्वर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश
नवप्रवर्तक कोड : 71183866
परिचय
बबलू शाह जी ओंकालेश्वर, वाराणसी से पार्षद के रूप में कार्यरत हैं. युवावस्था से ही राजनीति में सक्रिय बबलू जी ने इंटरमीडिएट तक की शिक्षा ग्रहण की है. राजनीति के माध्यम से क्षेत्र के विकास कार्य करने के साथ ही वह जनहित के कार्यों में भी संलग्न रहते हैं.
राजनीतिक पर्दापण
जनकल्याण के कार्यों के साथ-साथ राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े बबलू जी ने सर्वप्रथम नगर निगम से पार्षदीय पद के लिए चुनाव में भागीदारी ली और विजय प्राप्त की. युवावस्था से राजनीति व सामजिक कार्यों में सक्रिय रहते हुए बबलू जी ने लोगों के मध्य रहकर तथा उनकी समस्याओं का निवारण करते हुए अपनी पहचान कायम की और पार्षद पद पर यह उनका दूसरा कार्यकाल है.
सामाजिक अगुवाई –
आजीविका के साधन के रूप में उनकी एक चाय की छोटी सी दुकान है. इसके साथ ही उनकी आरंभ से ही जनकल्याण के कार्यों में रूचि रही है. उनका हमेशा से यही मानना रहा है कि राजनीति के माध्यम से समाज के लोगों की समस्याओं को सुलझाया जा सकता है. इसीलिए उन्होंने राजनीति के मार्ग का चयन किया.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
बबलू जी के अनुसार उनके
क्षेत्र में गंदे पानी व पेयजल से संबंधित बहुत सी समस्याएं हैं. इसके अतिरिक्त सड़कों
की स्थिति भी बेहद ख़राब है. जिसके कारण लोगों को पैदल आने-जाने में भी काफी
कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. वार्ड में मात्र 20-25 मिनट पेयजल की सुविधा
होती है. जिसके कारण स्थानीय निवासियों को परेशानियों से जूझना पड़ता है. इन सभी
समस्याओं पर पार्षद द्वारा विकास कार्य निरंतर चलता रहता है.
संपन्न विकास कार्य
अपने कार्यकाल के अंतर्गत बबलू जी ने सड़कों व गलियों का निर्माण कार्य कराया. जिससे आमजन को आवागमन में कोई बाधा उत्पन्न न हो सकें.
इसके साथ ही उन्होंने जलभराव की समस्या से स्थानीय निवासियों को निज़ात दिलाने के ध्येय से सीवर की उचित व्यवस्था करायी.
इसके अतिरिक्त उन्होंने पूरे वार्ड में लाइट की व्यवस्था करायी. जिससे मार्ग में प्रकाश उचित रूप से हो सकें. साथ ही उन्होंने वार्ड के अंतर्गत आने वाले पार्कों के सौन्दर्यकरण का कार्य भी कराया और पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए हैंडपंप भी लगवाए, इसके अतिरिक्त अभी भी अन्य विकास कार्य अनवरत रूप से जारी है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
राष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान में बेरोजगारी मुख्य समस्या है, जिन पर वह समझते हैं अत्यधिक कार्य होना चाहिए. उनके अनुसार बेरोजगारी के कारण उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बावजूद भी नौजवानों को नौकरी के लिए भटकना पड़ता है. यदि यह समस्या समाप्त हो जाए तो निश्चित रूप से देश उन्नति के शिखर पर अग्रसर होगा.