नाम : अवनीश यादव
पद : पार्षद प्रतिनिधि (सपा), पियारीकलां, वार्ड-60, वाराणसी
नवप्रवर्तक कोड़ : 71183862
परिचय
राजनीति के माध्यम से सामाजिक कार्यों में सक्रिय अवनीश यादव जी पियारी कलां, वाराणसी के निवासी हैं. हिंदी विषय से डबल एम.ए. के पश्चात उन्होंने एल.एल.बी तक शिक्षा प्राप्त की है. माध्यम वर्गीय पारिवारिक पृष्ठभूमि होने पर भी उनका रुझान समाज कल्याण की ओर ही रहा है. अवनीश जी ने छात्र जीवन से ही जनकल्याण के कार्य आरम्भ कर दिए थे. उन्होंने राजनीति के माध्यम से क्षेत्र के विकास कार्यों में योगदान देना आरम्भ किया था तथा आज भी वह विकासात्मक कार्यों को करने के लिए प्रयत्नशील हैं.
राजनीतिक पर्दापण
पार्षद प्रतिनिधि के पद पर कार्यरत अवनीश जी ने 2007 से राजनीति की शुरुआत की थी, और उन्होंने बसपा की सदस्यता स्वीकार की. छात्र जीवन से ही राजनीति में प्रवेश करने वाले अवनीश जी को छात्र संघ का टिकट भी प्राप्त हुआ परन्तु वह असफल रहे. वह समाजवादी छात्रसभा वाराणसी से पूर्व महानगर अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
इसके पश्चात उन्होंने
पुनः चुनाव में भागीदारी की और एक बार फिर उन्हें असफलता प्राप्त हुई. तदुपरांत
महिला आरक्षित सीट होने के कारण उन्होंने अपनी भाभी अंकिता यादव जी को चुनाव में
भागीदारी लेने के लिए प्रेरित किया और अंकिता जी को विजय प्राप्त हुई. अवनीश जी राजनीति
के साथ-साथ समाज सेवा में भी संलग्न रहते हैं. वर्तमान में वह पार्षद प्रतिनिधि के
रूप में अपनी सेवाएं दे रहें हैं.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
अवनीश जी के अनुसार उनके क्षेत्र में बहुत सारी मूलभूत समस्याएं हैं, जिन पर वह कार्य करना चाहते हैं. उनका कहना है कि क्षेत्र की मुख्य समस्या सीवर व पेयजल की है. क्षेत्र में कई जगह सीवर नहीं पड़े हैं और जहां पड़े हुए हैं, वहां उचित प्रकार से कनेक्ट नहीं हैं. वहीं क्षेत्र में गलियों की स्थिति भी बहुत खराब है, गलियों में जगह जगह गड्ढे होने के कारण वहां पानी का जमाव एक ही जगह हो जाता है साथ ही लोगों को आवागमन में असुविधा का सामना करना पड़ता है.
संपन्न विकास कार्य
अपने प्रयासों से अवनीश जी ने क्षेत्र में लोगों से चंदा एकत्रित कर गलियों की स्थिति ठीक करायी. जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी न हो. इसके साथ ही उन्होंने बहुत सी जगहों पर सीवरेज की व्यवस्था कराई.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
अवनीश जी का मानना है कि
वर्तमान के राष्ट्रीय परिदृश्य को देखते हुए भारत को बेरोजगारी की ओर अधिक ध्यान
देने की आवश्यकता है. देश के प्रत्येक उच्च शिक्षित युवा को उचित रोजगार प्रदान
किए जाने चाहिए.
इसके अतिरिक्त अपने देश
में ही अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न किये जाएं, ताकि हमारे देश के योग्य व शिक्षित युवा नौकरी के लिए विदेशों में पलायन न
करें.
साथ ही सरकार को किसानों को उनके फसलों का पूर्ण पैसा मिले इस दिशा में भी उचित कार्य करने चाहिए. इसके अतिरिक्त बलात्कार जैसी अपराधिक घटनाओं पर दोषी को कड़ी से कड़ी सजा देने का प्रावधान होना चाहिए. जिससे देश का नागरिक कोई भी ऐसा काम न करे जिससे विश्व में भारत का नाम खराब हो.