नाम – औरंगजेब ख़ान
पद – पार्षद (सपा), वजीरगंज वार्ड - 59, अयोध्या
नवप्रवर्तक कोड –
औरंगजेब ख़ान समाजवादी पार्टी से सक्रिय नेता हैं. वह अयोध्या (उ.प्र.) के रहने वाले हैं और कई वर्षों से सपा से जुड़कर समाजसेवा का कार्य कर रहे हैं. वह स्वयं भी वजीरगंज क्षेत्र से क्षेत्रीय पार्षद रह चुके हैं तथा वर्तमान में उनकी पत्नी सायमा ख़ान अयोध्या के वार्ड – 59, वजीरगंज से पार्षद हैं. औरंगजेब खान वार्ड के पार्षद प्रतिनिधि के रूप में वार्ड के विकास कार्यों में अहम भूमिका निभा रहे हैं. जीविका के रूप में उनका अपना निजी व्यापार भी है, किन्तु सामाजिक क्षेत्र से जुड़ने के बाद से वह सेवा कार्यों में ही अधिकतर संलग्न रहते हैं.
सामाजिक अगुवाई –
लम्बे अरसे से राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय औरंगजेब खान का कहना है कि शुरू से ही उन्हें जनसेवा के कार्यों में रूचि रही है. वहीं पहले उनका वार्ड काफी पिछड़ा था तथा अपने वार्ड की समस्याओं को देखते हुए ही उनका समाधान करने के उद्देश्य से उन्होंने राजनीति में आने का निर्णय लिया तथा सपा के टिकट से पार्षदी का चुनाव लड़ा, जिसमें वह विजयी भी रहे.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें –
अपने क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों को लेकर औरंगजेब खान का कहना है कि उनके वार्ड के
बीच से एक बहुत बड़ा नाला निकला हुआ है, जिससे वार्ड में जलभराव, गंदगी व प्रदूषण
आदि समस्याएं फैलती हैं. इसके अलावा वार्ड की बहुत से सडकें भी जीर्ण शीर्ण अवस्था में हैं, काफी पुरानी बनी यह सड़कें टूटी- फूटी व
गड्ढायुक्त हैं, जिनमें सुधार करने के लिए उनकी कोशिश लगातार जारी हैं.
प्रमुख विकास कार्य –
पिछले दो कार्यकालों से अपने वार्ड का प्रतिनिधित्व कर रहे औरंगजेब खान के अनुसार, अमृत योजना के तहत उन्होंने वार्ड में वाटर लाइन डलवाने व घर- घर तक पानी पहुंचाने का कार्य कराया. वहीं इस कार्यकाल में उन्होंने अब तक वार्ड में 4-5 सड़कों का निर्माण कराया है और कुछ सड़कों का कार्य प्रस्तावित है. इसके अलावा बिजली की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए उन्होंने क्षेत्र में कई बिजली के खंभे भी लगवाए हैं. वहीं उन्होंने अपने वार्ड में स्वच्छता को लेकर भी जागरूकता फैलाने का कार्य किया है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार –
औरंगजेब खान के अनुसार, देश के सभी नागरिकों को घृणा की भावना त्यागकर जाति व धर्मगत मानसिकता रखने के बाजाए राष्ट्रहित की विचारधारा के साथ कार्य करना चाहिए तथा सभी लोगों को राष्ट्र को प्राथमिकता देते हुए आपस में प्रेम और सौहार्द से रहना चाहिए.