नाम - अरविंद पाल
पद - पूर्व सभासद (नगर पंचायत सिकन्दरा), जिला महासचिव (काँग्रेस), कानपुर देहात
नवप्रवर्तन कोड - 71182824
परिचय -
अरविंद पाल का जन्म ग्राम पंचायत बुधौली, ब्लॉक राजपुर, तहसील सिकन्दरा, कानपुर देहात में एक बहुत ही गरीब परिवार मे हुआ था। उनके पिता पंप ऑपरेटर का कार्य करते थे। परिवार की आर्थिक तंगी के कारण वह अधिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाए।
1990 में सिकन्दरा आने के बाद अरविंद पाल ने अपने व्यापार की शुरुआत कर दी थी। सफल व्यापार के साथ साथ उन्होंने जनसेवा का भी भाव अपने मन में रखते हुए लोगों की सहायता की। नगर पंचायत सिकन्दरा में पूर्व सभासद रह चुके अरविंद पाल काँग्रेस जिला महासचिव पद पर भी कार्य कर चुके हैं।
राजनीति में पदार्पण -
अपने सहयोगियों और मित्रों के कहने पर अरविंद पाल ने अपने समाज सेवा के कार्य को एक नया आयाम देने के लिए राजनीति से जुडने का निर्णय लिया और चुनाव मे खड़े हुए। इसके बाद 2008 मे एक दुर्घटना के कारण वह शारीरिक रूप से विकलांग हो गए और करीबन तीन साल तक अस्पतालों के चक्कर काटते रहे।
विषम परिस्थितियों के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और ईश्वर द्वारा दी गई दूसरी ज़िन्दगी को उन्होंने पूरी तरह से समाज की सेवा मे लगा दिया। राजनीति के माध्यम से जनहित कार्य करने में संलग्न अरविंद पाल नगर पंचायत सिकन्दरा में सभासद के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। वर्तमान में वह काँग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में भी सेवाएँ दे रहे हैं।
क्षेत्रीय समस्याएं -
अपने क्षेत्र के प्रमुख मुद्दों में वह रोजगार को सबसे बड़ी समस्या मानते हैं, उनका मानना है कि यदि सरकार क्षेत्र में व्यर्थ पड़ी जमीनों पर कोई बड़ा उद्योग या कारोबार खड़ा कर दे तो गरीबों, दिव्यांग जनों और असहाय जनों के लिए भी रोजगार के बहुत से साधन अपने क्षेत्र में ही उत्पन्न हो जाएंगे।
साथ ही गरीब किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति सुचारु रूप से नहीं होना भी क्षेत्र की एक समस्या है, जिसके कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अतः सिचाई विभाग का इस पर ध्यान देना आवश्यक है।
इसके अतिरिक्त क्षेत्र में बुनियादी सुविधाओं की कमी होना भी जनता की परेशानी का कारण है। उनके अनुसार सिकंदरा और अकबरपुर के बीच 40 कि.मी. की दूरी में कोई भी अच्छा अस्पताल ना होने के कारण मरीज़ों को उचित इलाज नहीं मिल पाता है। समाज के बेहतर कल्याण के लिए अरविंद पाल अपने क्षेत्र में एक वृद्ध आश्रम और आवारा पशुओं के लिए गौशाला जैसी सेवाओं का निर्माण भी करवाना चाहते हैं।
प्रमुख जनसेवा कार्य -
जनता की सेवा के लिए चौपाल सेवा समिति का गठन अरविंद पाल ने किया हुआ है, जिसके माध्यम से वह अनेकों लोकहित कार्यों से जुड़े हुए हैं। समिति के तहत उन्होंने अबतक लगभग 500 लोगों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम में ट्रैनिंग दिलाई है।
इसके साथ ही कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार हो चुके हजारों लोगों को उन्होंने खाद्य सामग्री मुहैया करवाई। कोविड़-19 से जूझ रहे मरीजों को फल, दूध, राहत सामग्री की सुविधा अरविंद पाल ने दिलाई। मजदूरों के पेंशन कार्ड बनवाने के साथ साथ उन्होंने 60 वर्ष की आयु पूरे कर चुके बुजुर्गों को भी पेंशन का लाभ दिलाया।
शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करते हुए अरविंद पाल ने गरीब बच्चों के लिए नि:शुल्क पाठन सामग्री की व्यवस्था की, इसके अतिरिक्त युवतियों के स्वरोजगार के साधनों को बढ़ाने के लिए उन्होंने सिलाई-कढ़ाई इत्यादि प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी संचालन किया।
काँग्रेस के 60 वर्ष पूर्ण करने पर स्थापना दिवस मनाते हुए अरविंद पाल ने संस्था के अंतर्गत असहाय मजदूरों और वंचितों इत्यादि को कंबल-गर्म कपड़े देकर उन्हें सम्मानित किया।
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार -
यदि भारतवर्ष के विकास की बात करे तो अरविंद पाल मानते हैं कि यदि गरीबी दूर हो जाए और लोगो को उच्च शिक्षा प्राप्त हो तो सारी समस्याएं अपने आप ही सुलझ जाएंगी। देश की जनता में शिक्षा के प्रति जागरूकता आना बहुत ज़रूरी है।