नाम : अरुण कुमार श्रीवास्तव
पद : पार्षद प्रतिनिधि (भाजपा), मधवापुर, वार्ड-16(प्रयागराज)
नवप्रवर्तक कोड : 71184323
परिचय
विगत 2 वर्षों से राजनीति का हिस्सा रहे अरुण कुमार प्रयागराज के रहने वाले हैं और वह राजनीति के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी संलग्न रहते हैं. बी.कॉम तक शिक्षित अरुण कुमार अपना अधिकतर समय समाज के मध्य रहकर बिताते हैं. पिछले दो वर्षों से उन्होंने निर्दलीय पार्षद पद के लिए चुनाव में भागीदारी की परन्तु उन्हें असफलता प्राप्त हुई. फिलवक्त महिला सीट के चलते उन्होंने अपनी पत्नी सुनीता श्रीवास्तव को चुनाव लड़वाया, जिसमें उन्होंने सफलता प्राप्त हुई. वर्तमान में उनकी पत्नी भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले मधवापुर, वार्ड-16, प्रयागराज से पार्षद पद पर कार्यरत हैं.
सामाजिक अगुवाई
जीविका के रूप में स्वयं का केबल टीवी का व्यवसाय करने वाले अरुण श्रीवास्तव की आरंभ से ही समाज कल्याण के कार्यों में रूचि रही है. उनके व्यवसाय के कारण अधिकतर वक्त उनका लोगों के साथ ही बीतता रहा है. इसी वजह से वह लोगों की समस्याओं को जानने का प्रयास करते तथा उनके निवारण हेतु यथासंभव प्रयास भी करते रहते थे. इसी ध्येय से उन्होंने स्थानीय निवासियों के सहयोग से चुनावों में भागीदारी की.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
उनके अनुसार वार्ड में पेयजल की समस्या है, जिसका कारण काफी समय पुरानी पड़ी लाइनों का होना है. इसके अतिरिक्त इससे पूर्व सीवर की समस्या से भी आमजन को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था परन्तु फिलवक्त इस समस्या पर काफी हद तक कार्य किया जा चुका है. इसके अतिरिक्त सड़कों की स्थिति पर भी समय से ध्यान दिया जाता है.
संपन्न विकास कार्य
अपने कार्यकाल के अंतर्गत
अरुण कुमार ने सड़कों व गलियों का निर्माण कार्य कराया. जिससे स्थानीय निवासियों को
आवागमन में कोई बाधा न हो.
इसके साथ ही उनके अनुसार
गंगा प्रदूषण नियंत्रण का सीवर लाइन का कार्य उन्हीं के कार्यकाल से आरंभ हुआ,
जिससे जनता को लाभान्वित करने के मंतव्य से उन्होंने सभी घरों की नालियों का
कनेक्शन सीवर लाइन से करा दिया. जिससे नालियों में पानी एकत्रित न हो.
इसके अतिरिक्त उन्होंने
पूरे वार्ड में लाइट की व्यवस्था करायी. जिससे मार्ग में प्रकाश उचित रूप से हो सकें.
इसके अलावा अभी भी अन्य विकास कार्य भी जारी है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
राष्ट्रीय स्तर पर वह बेरोजगारी को प्रमुख मुद्दा मानते हैं. जिन पर वह समझते हैं अत्यधिक कार्य होना चाहिए. उनके अनुसार सरकार को युवाओं के लिए ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने चाहिए. यदि यह समस्या समाप्त हो जाए तो निश्चित रूप से देश उन्नति के शिखर पर अग्रसर होगा.