पद
: प्रदेश अध्यक्ष, खेल प्रकोष्ठ (कांग्रेस कमेटी), लखनऊ
नवप्रवर्तक
कोड :
वेबसाइट : http://arshiraza.com/
परिचय :
खेलों के प्रति समर्पित जीवन एवं उदारवादी विचारधारा के साथ कार्यरत सामाजिक-राजनैतिक नवप्रवर्तक अरशी रज़ा बाल्यकाल से ही कांग्रेस पार्टी की क्रियाशीलता को देखते आए हैं. राजनैतिक पृष्ठभूमि वाले परिवार में जन्में अरशी रज़ा मूल रूप से सफीपुर ग्राम से संबंधित हैं. सफीपुर के महात्मा गांधी इंटर कॉलेज से उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की, जिसके पश्चात उन्होंने लखनऊ यूनिवर्सिटी से स्नातक एवं परास्नातक की डिग्री प्राप्त की.
शिक्षा के साथ साथ खेलों के प्रति भी उनका लगाव बहुत अधिक रहा. वे लखनऊ यूनिवर्सिटी में क्रिकेट टीम के कैप्टन भी रहे और क्रिकेट के अंतर्गत कस्बे व जिले का नाम भी रोशन किया.
राजनैतिक
पदार्पण :
वस्तुतः पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक होने के कारण अरशी रज़ा बचपन से ही कांग्रेस के मुख्य राजनीतिज्ञों को देखते आए हैं. इनका स्वयं का घर बहुत सी कांग्रेसी बैठकों का साक्षी रहा है, साथ ही इनके पिताजी स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी के साथ मिलकर बहुत से राजनैतिक आंदोलनों में सक्रिय भी रहे. अरशी रज़ा अक्टूबर, 2009 से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं. वे तीन बार कांग्रेस कमेटी के खेल प्रकोष्ठ के चेयरमैन भी रह चुके हैं, साथ ही लखनऊ क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव पद पर भी कार्य कर चुके हैं. अरशी रज़ा वर्तमान में एक साफ़-सुथरी राजनीतिक व्यवस्था चाहते हैं, जहां युवा वर्ग प्रेरणा ले सके.
सामाजिक
अगुवाई :
अरशी रज़ा के अनुसार नौकरी या व्यवसाय व्यक्ति की मौलिक आवश्यकताएं हैं, परन्तु यदि व्यक्ति समाज हित के लिए कुछ करता है तो उसका संदेश दूर दूर तक जाता है. राजनीति में सक्रियता से वे हाशिये पर खड़े लोगों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास करते हैं, साथ ही उन लोगों की आवाज़ को मुखर करने का प्रयत्न करते हैं, जिनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है. आम जनमानस की सुरक्षा करना वे अपना सामाजिक उत्तरदायित्व मानकर चलते हैं.
प्रमुख
क्षेत्रीय मुद्दें :
खेल के विकास की दिशा में अरशी रज़ा ने बहुत से कार्य किये हैं. राजीव गांधी जी के समय की ग्राम योजनाओं के तहत बहुत से विकास कार्यों की समीक्षा कर उन्हें नए सिरे से प्रारम्भ करवाया. ग्राम-कस्बों से युवा खेल प्रतिभाओं के पलायन को रोकने के लिए ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य करवाने के लिए वे प्रयासरत हैं. उनके अनुसार क्षेत्र में जो भी स्टेडियम है, उनमें रख-रखाव की कमी के कारण भी खिलाडियों को सुविधा नहीं मिल पाती.
इसके साथ ही अरशी रज़ा चाहते हैं कि छोटे स्तर का हर खिलाडी आर्थिक रूप से सक्षम हो, इसके लिए सरकार को नीति-निर्माण की प्रक्रिया को मजबूत करना होगा. आज नीति और नीयत दोनों में ही दोष होने के कारण जरुरतमंद खिलाड़ी शहरों में पलायन करने के लिए बाध्य है.
राष्ट्रीय
मुद्दें :
अरशी रज़ा के अनुसार आज देश में बेरोजगारी सबसे अहम मुद्दा है, आज उचित रोजगार के अभाव में युवा भटक रहा है. नोटबंदी के बाद से हालात और अधिक खराब हो गये, जिससे छोटे उद्योगों पर मार पड़ी और बेरोजगारी अधिक बढ़ गयी. वे दूसरा अहम मुद्दा कृषि को मानते हैं. अरशी रज़ा का कहना है कि सरकार द्वारा किसानों की ज़मीन अधिग्रहण करना कहीं से भी उचित नहीं है, किसानों का शोषण नहीं, अपितु उनके विकास की ओर ध्यान देने से देश विकसित होगा.
वैश्विक
पटल पर भारत :
भारत की छवि विश्व के सामने सदा से ही विश्व गुरु वाली रही है, परन्तु अरशी रज़ा मानते हैं कि पिछले कुछ समय से देश का वैश्विक विकास स्तर गिर रहा है, जिसका कारण ज़मीनी स्तर की योजनाओं का अभाव है. देश का असल विकास होना ही समय की आवश्यकता है और इसी से देश उन्नति के पथ पर अग्रसर होकर विश्व पटल पर नाम अंकित करेगा.