नाम – अपूर्वा प्रकाश खरे
पद – उपाध्यक्ष, सारथी संस्था
नवप्रवर्तक कोड –
परिचय :
अपूर्वा प्रकाश खरे एक समाज सेविका हैं, जो सारथी सोशल वेलफेयर सोसाइटी की
उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं. उनका कार्यक्षेत्र मेरठ जनपद है और यहीं से सामाजिक
तौर पर सक्रिय होकर वे अहम भूमिका का निर्वहन कर रही हैं.
सारथी संस्था के उद्देश्य :
उन्होंने अपनी संस्था की ओर से समाज सेवा के लिए कई कार्य किए हैं, इनकी
संस्था का मुख्य उद्देश्य महिला उत्पीड़न को रोकना, नशा मुक्ति अभियान चलाना और लोगों को इसके प्रति जागरूक करना है. भारत के
वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए अभियान बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को लेकर भी इनकी संस्था बेहतरीन और उम्दा काम कर रही है. पर्यावरण
की बेहतरी के लिए भी इनकी संस्था पुरजोर कोशिश कर रही है. नदी-तंत्र के प्रति लोगों
की सोई सोच को जगाने का काम भी अपूर्वा जी कर रही हैं. उनका मानना है कि नदियां
हमारे लिए जीवन तंत्र का काम करती है और ऐसे में यदि हम ही नदियों को प्रदूषित
करेंगे तो यह हमारे लिए ही बेहद हानिकारक होगा.
नदी-संरक्षण के लिए सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता :
अपूर्वा जी का मानना है कि आज लोग भले ही शिक्षित हो रहे हो, परन्तु उनकी सोच वहीं ठहर गई है. हम यदि कहीं भी घूमने जाते हैं, जैसे नदी किनारे, तालाबों या झील के आस पास तो कूड़ा-कचरा (खाली चिप्स के पैकेट या सामग्री भरी हुई पॉलिथीन, पानी की खाली बोतलें) करके वहीं पर फेंक देते हैं. ऐसा कर हम न सिर्फ नदियों को प्रदूषित कर रहे हैं बल्कि अपने लिए भी एक गड्ढा तैयार कर रहे हैं, जिसमें गिरना भी हमें ही है. उनका मानना है कि आज लोगों को अपनी सोच बदलने की बेहद जरूरत है, वरना इसके परिणाम बेहद गंभीर होंगे.
अपूर्वा जी और उनकी संस्था ने नदियों को स्वच्छ बनाने के लिए भी अपना अहम योगदान दिया है, हाल ही में हिंडन स्वच्छता अभियान को लेकर उन्होंने भरसक प्रयास किए हैं. उन्होंने ईस्ट काली रिवर, जो कि गंगा की ही ट्रिब्यूटरी है, उसको निर्मल और अविरल बनाने की दिशा में बेहद प्रयत्न किए हैं. अपूर्वा जी का मानना है कि जिस तरह से हिंडन और ईस्ट काली नदी को लेकर सफाई अभियान का कार्यक्रम चलाया जा रहा है और जिस तरह से लोग जागरूक हो रहे हैं, यदि ऐसा ही प्रयास होता रहा तो देश की सभी नदियां स्वस्थ और साफ-सुथरी हो जाएंगी. नदियों का साफ होना नदियों की नहीं, अपितु हमारी जरूरत है.