नाम : अनिल यादव
पद : पार्षद प्रतिनिधि (भाजपा), गुरुग्राम, वार्ड-32
नवप्रवर्तक कोड : 71184457
परिचय
अनिल यादव भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले नगर निगम वार्ड-32 गुरुग्राम से पार्षद प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं. अपने बड़ों के कार्यों से प्रेरित होकर उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया. वर्तमान में उनकी पत्नी श्रीमती आरती यादव वार्ड-32 से पार्षद पद पर रहकर लोकहित निहितार्थ कार्य कर रही हैं.
राजनीतिक पर्दापण
पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक होने के चलते अनिल यादव का रुझान भी राजनीतिक क्षेत्र में रहा है, उनका पूरा परिवार वर्ष 2000 से राजनीति में सक्रिय है. उनके पिता श्री सतीश यादव गांव में सरपंच रह चुके हैं और माता भी पूर्व पार्षद के पद पर सेवाएं दे चुकी हैं. ऐसे राजनीतिक परिवेश में पले-बढ़े अनिल यादव ने वर्ष 2007 में सक्रिय रूप से राजनीति में भागीदारी देनी आरम्भ की. वर्तमान में वह नगर निगम गुरुग्राम से पार्षद प्रतिनिधि के रूप में कार्यरत हैं.
सामाजिक अगुवाई
अनिल यादव के अनुसार प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए राजनीति से जुड़ना जरूरी होता है. इसके साथ ही वह लोगों की सहायता करने व उनके कल्याण के लिए भी बहुत से कार्य करते रहते हैं. परन्तु उनका मानना है कि समाज सेवा के जरिए सरकारी स्तर पर कार्य नहीं किया जा सकता, समाज सेवा की अपनी सीमाएं होती हैं और नौकरी करते हुए व्यक्ति समाज सेवा व राजनीति में समय नही दे पाता. इसलिए उन्होंने जनसेवा के उद्देश्य के साथ राजनीति में प्रवेश किया.
क्षेत्र के मुख्य मुद्दें
गुरुग्राम के सबसे बड़े वार्ड 32 में सीवर की बेहद समस्या है. पार्षद प्रतिनिधि के अनुसार यह समस्या केवल उनके वार्ड की ही नही अपितु पूरे गुरुग्राम को इस समस्या से जूझना पड़ रहा है. जिसका कारण बिना विचार किए जल्दबाजी में अधिकारियों द्वारा काम का निपटारा करना रहा है.
इसके साथ ही आमजन कूड़े के
उचित निस्तारण के लिए जागरूक नही है, जिसकी कारण
जगह-जगह कूड़ा फैला रहता है. इस समस्या को गंभीरता से समझते हुए सरकार को ठोस कदम
उठाने चाहिए.
सम्पन्न विकास कार्य
स्थानीय विकास को बेहतर करने के लिए अनिल यादव ने क्षेत्र में सड़क, सीवर, स्वच्छता आदि की दिशा में कार्य कराया है. साथ ही उन्होंने वार्ड में टेकओवर किए गए इलाकों जिनमें सुशांतलोक, सनसिटी व साउथसिटी इत्यादि सम्मिलित हैं, इनमें भी विकास कार्य कराया. इसके अतिरिक्त स्लोखरा गांव में भी विकास कार्यों द्वारा गांव की स्थित बेहतर करायी.
विकास कार्यों में बाधाएं
अनिल यादव के अनुसार
प्रशासन को अपनी कार्यशैली को सरल बनाने की आवश्यकता है, उनका मानना है कि यदि किसी पार्क को बनाने के लिए 10 लाख
का खर्चा होना है तो उस प्रस्ताव को पारित करने में ही अधिकारीजन लगभग 5 महीने लगा
देते हैं. जिससे कार्यों में विलम्ब होता है. इसीलिए उन्हें एक निश्चित तय समय
सीमा निर्धारित करनी चाहिए जिससे विकास कार्य कराने में आसानी हो सके.
राष्ट्रीय मुद्दें
उनके अनुसार वर्तमान सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है. जिससे अपराधियों के मन में डर उत्पन्न हो सके और देश में महिलाएं भी निडर होकर रह सकें.