नाम - अनिल पांडेय
पद - विधायक प्रत्याशी (बसपा), कैंट विधानसभा, लखनऊ 175
नवप्रवर्तक कोड - 71190154
बहुजन समाज पार्टी से लखनऊ कैंट विधानसभा 175 के अंतर्गत विधायक प्रत्याशी के तौर पर खड़े युवा नेता अनिल पांडेय प्रदेश में राजनीति व समाज सेवा क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और उन्नत समाज की विचारधारा के साथ आगे बढ़कर कार्य कर रहे हैं। छात्र जीवन से ही जनसेवा के भाव से जरूरतमंद लोगों के काम वह आते रहे, लोगों की मदद करके उन्हें सुखद अनुभूति होती थी। अपने इसी जनसेवा भाव को राजनीति से जोड़ते हुए अनिल पांडे ने एकेवी डिग्री कॉलेज से छात्र राजनीति की शुरुआत की। इसके उपरांत उन्होंने बसपा की सदस्यता ली और फिर अनवरत बसपा की हर जिम्मेदारी पर कार्य किया।
संगठन के द्वारा उन्हें लोकसभा चुनावों में बुंदेलखंड से संयोजक बनाकर भेजा गया था और पिछले विधानसभा चुनावों में उन्होंने लखनऊ मंडल से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाई। इस बार वह जनता की सेवा और स्थानीय विकास करने के उद्देश्य से लखनऊ कैंट से विधायक प्रत्याशी के तौर पर उतरें हैं। बैलटबॉक्सइंडिया को दिए गए साक्षात्कार में उन्होंने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की विचारधारा व अन्य दलों की भूमिका से जुड़े बहुत से मुद्दों पर चर्चा की।
समाज की अगुवाई करने का निर्णय क्यों लिया?
अनिल पांडे - मुझे समाज में व्याप्त बुराइयों के कारण शोषित, वंचित लोगों का कठिन जीवन देखकर दुख होता है। बेहद मुश्किलों में अपने जीवन का निर्वाह करने वाले ऐसे ही लोगों के जीवन स्तर को उठाने के लिए हमने कुछ कर दिखाने का निर्णय लिया है, चाहे उसमें गरीब बच्चों की शिक्षा हो या अन्य मुद्दे। इस क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद असहाय जनता के जीवन में परिवर्तन लाने का संकल्प हम जरूर सिद्ध करेंगे।
आपके विधानसभा क्षेत्र में ऐसे कौन से ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर आप आने वाले समय में काम होते देखना चाहते हैं?
अनिल पांडे - कैंट विधानसभा में कोई बड़ा अस्पताल नहीं है, जल भराव की समस्या यहां काफी अधिक है, घरों में पेयजल की समस्या है, जलापूर्ति सुनिश्चित नहीं है। सड़कें टूटी फूटी और गड्ढा युक्त हैं। इसके अतिरिक्त भाइयों-बहनों के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोई नि:शुल्क कोचिंग संस्थान नहीं है। इन सभी समस्याओं पर आने वाले समय में हम कार्य करेंगे।
आपके अनुसार प्रदेश में कौन से ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए?
अनिल पांडे - प्रदेश में महंगाई की समस्या सबसे अधिक गंभीर है, जिस पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। बहन जी के समय में भी एक बार महंगाई इसी प्रकार बढ़ी थी लेकिन उसके बाद प्राइवेट भंडारण पर छापे डलवाए गए थे, जिसके बाद महंगाई काबू में आ गई थी। किंतु वर्तमान सरकार व्यापारी वर्ग के द्वारा चलाई जा रही है तो महंगाई पर नियंत्रण कर पाना इस सरकार के सामर्थ्य से बाहर हो गया है।
उत्तर प्रदेश में दूसरा सबसे बड़ा मुद्दा बेरोजगारी का है। प्रदेश का युवा वर्ग, जिसने मेहनत का शिक्षा अर्जित की है, आज वही छह-छह हजार रुपये के लिए संविदा कर्मी के तौर पर काम करने के लिए विवश है। ऐसी व्यवस्था पर धिक्कार है और जिस प्रकार दबाव में आकर हमारे युवा भाई-बहन अपनी डिग्रियाँ जला कर विरोध जता रहे हैं, यह एक ज्वलंत मुद्दा है क्योंकि युवा हमारे देश का भविष्य हैं और उन्हीं की नींव कमजोर कर वर्तमान सरकार देश को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। हम अपने नौजवान भाई-बहनों को गलत कदम उठाने से रोक रहे हैं और पार्टी की नीतियों के तहत उन्हें सही मार्ग पर आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
आप बैलटबॉक्सइंडिया के मंच के माध्यम से जनता को क्या संदेश देना चाहेंगे?
अनिल पांडे - आम जनमानस से हमारी यही अपेक्षा है कि सोच समझकर वोट करें, किसी के बहकावे में नहीं आए। आप अपने जन प्रतिनिधि को यदि पांच वर्ष देते हैं, तो देखें व परखें कि क्या वह काम कर रहे हैं? कहीं वह काम के मुद्दों पर आपको अनर्गल बातों में तो नहीं उलझा रहे हैं। आप देखें कि विकास कार्यों से जुड़े प्रश्नों पर वह हिंदू-मुस्लिम प्रोपगैंडा तो नहीं चला रहे हैं। ऐसे नेताओं की बातों में नहीं आएं और आप लोग समझदार हैं, इसलिए बेहद सोच समझकर अपना वोट करें।
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