नाम : आनंद घिल्डियाल
पद : पार्षद (निर्दलीय), कर्नलगंज वार्ड-38, (प्रयागराज)
नवप्रवर्तक कोड : 71184226
परिचय
आनंद घिल्डियाल प्रयागराज के कर्नलगंज वार्ड से पार्षद के रूप में सेवाएं दे रहे हैं. उन्होंने लॉ से स्नातक की डिग्री प्राप्त की है और जीविका के आधार के तौर पर उनका स्वयं का रियल एस्टेट का व्यापार भी है. वह निर्दलीय राजनीति का हिस्सा बनते हुए जनहित के कार्यों में भी संलग्न रहते हैं.
राजनीतिक पर्दापण
राजनीति में आने का उनका मुख्य कारण क्षेत्र में विकास कार्य उचित प्रकार से न हो पाना रहा है, जिसके चलते उन्होंने स्थानीय निवासियों की समस्याओं को समझा और निश्चय किया कि यदि क्षेत्रीय विकास करना है तो स्वयं राजनीति का हिस्सा बनना होगा और भ्रष्टाचार को दूर करने के लिए यही सबसे बेहतर विकल्प है.
सामाजिक अगुवाई
जनसेवा के भाव से राजनीति में प्रवेश करने वाले आनंद घिल्डियाल का मानना है कि इससे पूर्व भी जब आमजन को जरूरत पड़ी तब उन्होंने बिना किसी सरकारी संसाधन के होते हुए भी स्थानीय निवासियों की सहायता की है. वह क्षमतानुसार लोगों की मदद किया करते हैं और इसी भाव के चलते उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
स्थानीय समस्याओं में वह स्वच्छता के अभाव को अपने क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या मानते हैं, जिसके कारण क्षेत्रीय निवासियों को बहुत सी परेशानियों से जूझना पड़ता है. उनके अनुसार क्षेत्र में सफाई कर्मचारी आते हैं परन्तु वह कार्य पूरा नही करते और न ही उन्हें आमजन का समर्थन प्राप्त हो पाता. इसके साथ ही क्षेत्र में स्थित एक इलाके में काफी संख्या में शैक्षणिक संस्थान हैं, जहां विद्यार्थी काफी कूड़ा फेंकते हैं, जिसकी वजह से सफाई कराने में बहुत दिक्कते आती हैं.
संपन्न विकास कार्य
आनंद घिल्डियाल के अनुसार
स्थानीय निवासियों को कोई भी समस्या होती है तो वह उसके निवारण के लिए
सामर्थ्यनुसार प्रयास करते हैं, साथ ही उन्होंने
क्षेत्र की समस्याओं के लिए एक टीम बनाई हुई है, जिससे सड़क, सीवर, नालियों आदि
जैसी कोई भी समस्या होती है तो टीम के सदस्य उन्हें सूचित कर देते है और वह कार्य
समय से पूर्ण किया जाता है.
इसके अतिरिक्त वह सरकारी योजनाओं जैसे उज्ज्वला योजना, अमृत योजना, आयुष्मान योजना आदि के तहत लोगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से कैंप का आयोजन भी समय समय पर कराते रहते हैं.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचार
राष्ट्र को मजबूती देने के लिए उनका मानना है कि वर्तमान सरकार ने स्वास्थ्य लाभ के लिए जो गोल्ड कार्ड की स्कीम लागू की है, उसके बजाय सभी अस्पतालों में बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए, अपने क्षेत्र के अस्पतालों का उदाहरण देते हुए उनके अनुसार मेडिकल हॉस्पिटल में लोगों के ईलाज के लिए सभी सुविधाएं हैं परन्तु वहां मौजूद एम.आर. आई व सिटी स्कैन की मशीनों की देखरेख समय से नही हो पाती. अधिकारीयों द्वारा अस्पतालों का जायजा लेने से पूर्व ही ऊपरी तौर पर सभी व्यवस्थाएं ठीक कर दी जाती हैं, इसीलिए उन्हें सूचित किए बिना ही अस्पतालों का निरीक्षण करना चाहिए.