नाम : अल्लामा शिब्ली नोमानी हाशमी
पद : पूर्व विधायक प्रत्याशी (वारिसनगर विस) समस्तीपुर, बिहार
नवप्रवर्तक कोड : 71186192
परिचय :
विगत 38 वर्षों से समाज सेवा के उद्देश्य के साथ राजनीतिक क्षेत्र से जुड़े अल्लामा शिब्ली नोमानी हाशमी अनेकों बार विधानसभा और लोकसभा चुनावों में शिरकत कर चुके हैं। स्थानीय जनता के बीच वह एक लोकप्रिय नेता एवं जनसेवक के तौर पर जाने जाते हैं और वह अपना अधिकतर समय जरूरतमंद लोगों की सेवा करने में लगाते हैं।
समस्तीपुर जिले के धर्मपुर गांव, समस्तीपुर नगर के रहने वाले अल्लामा शिब्ली नोमानी हाशमी को उनके समर्थक शिब्ली नोमानी के नाम से जानते हैं। राजनीति में बिना किसी पद-प्रतिष्ठा की इच्छा के लोगों के बीच मजबूती से खड़े रहकर उन्होंने समाज में अपने लिए विशेष स्थान बनाया है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनावों में वारिसनगर विधानसभा सीट से वह खड़े हुए, हालांकि जीत से वह पीछे रह गए लेकिन जनता ने उन्हें इस दौरान बेहद प्यार और सम्मान दिया।
राजनीतिक पदार्पण :
लगभग चार दशकों के लंबे राजनीतिक सफर में शिब्ली नोमानी ने बहुत से उतार-चढ़ाव देखें हैं। अपने सिद्धांतों के चलते उन्होंने काँग्रेस, बसपा, रालोसपा, राष्ट्रीय हिन्द सेना इत्यादि जैसे बहुत से राजनीतिक दलों में विभिन्न पदों पर कार्य किया है लेकिन पार्टियों में परिवारवाद, सत्ता का लालच, अफसरशाही इत्यादि से खिन्न होकर उन्होंने अपने आपको को दलगत राजनीति से अलग कर लिया और निर्दलीय जनसेवा में जुट गए।
मैट्रिकुलेशन के समय से ही शिब्ली नोमानी का रुझान समाज में वंचित और असहाय लोगों की सेवा करने की ओर था। जननायक कर्पूरी ठाकुर जैसे आदर्श राजनेताओं से प्रेरणा लेते हुए उन्होंने राजनीति में जाने का निर्णय लिया। इसके बाद वह काँग्रेस से जुड़े और पार्टी में बतौर सदस्य काफी समय तक रहे लेकिन विचारधारा मेल नहीं खाने के चलते उन्होंने पार्टी से दूरी बना ली।
इसके बाद राष्ट्रीय लोक समता पार्टी से भी शिब्ली नोमानी जुड़े रहे और राष्ट्रीय प्रदेश उपाध्यक्ष पद (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ) पर सक्रिय रहे। किंतु पार्टी की नीतियां और उनके आदर्श जब टकराने लगे तो उन्होंने इस दल से भी किनारा कर लिया।
कुछ पारिवारिक कारणों के चलते वह राजनीति से कुछ वर्षों तक दूर भी रहे लेकिन अपना समाज सेवा प्रक्रम उन्होंने हमेशा जारी रखा। दलगत राजनीति से दूर रहकर राजनीतिक पड़-प्रतिष्ठा की परवाह किए बिना वह निष्पक्ष जनता की सेवा करते रहे और आज भी शिब्ली नोमानी हार-जीत के फेर से परे हटकर लोगों के लिए खड़े रहते हैं। लगभग चार दशकों के अपने राजनीतिक करियर में शिब्ली नोमानी ने बहुत बार विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भागीदारी ली।
सामाजिक सरोकार :
राजनीति में शिब्ली नोमानी का आगमन अपने सामाजिक दायित्वों को मजबूती देने के लिए ही हुआ है। वह अपने आस पास के गरीब-मजलूम लोगों की सहायता के साथ साथ गरीब बच्चों की शिक्षा का भी बीड़ा अपने ट्रस्ट के माध्यम से उठाए हुए हैं।
भावी विजन :
शिब्ली नोमानी राजनीति और समाज कल्याण क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए बिहार को शत-प्रतिशत शिक्षित राज्य बनाना चाहते हैं। अच्छी शिक्षा को वह प्राथमिकता मानकर चलते हैं, उनके अनुसार न केवल राज्य बल्कि समस्त राष्ट्र का उद्धार विकास की संकल्पना के साथ पाई गई शिक्षा कर सकती है।
साथ ही उनकी भावी योजनाओं में यातायात की सुविधाओं को बेहतर बनाना, स्वास्थ्य सुविधाओं को सुचारु करना और रोजगार की दिशा में प्रगतिपूर्ण कदम बढ़ाना भी है।
स्थानीय मुद्दें एवं विशेषताएं :
शिब्ली नोमानी बताते हैं कि समस्तीपुर जिला गंडक नदी के किनारे बसा इलाका है, जहां गन्ना, तिलहन, गेहूं, मक्का की खेती बहुलता से होती है। साथ ही मत्स्य पालन भी यहां के लोगों की आजीविका का स्त्रोत है। यहां पूसा यूनिवर्सिटी है, दो चीनी मिलें हैं, जिनमें से एक अभी बंद पड़ी हुई है।
व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी यह जिला काफी अग्रणी है, यहां बहुत से बाजार रेलवे स्टेशन के बिल्कुल समीप हैं। साथ ही मौजूदा सरकार ने यहां एक मेडिकल कॉलेज भी खुलवाया है, जो शिक्षा की दृष्टि से एक उन्नत कदम है लेकिन इसकी दूरी काफी अधिक है। शिब्ली नोमानी के अनुसार यदि यह 6-7 किमी के फासले पर होता तो छात्रों को काफी सहूलियत होती।
समस्तीपुर जिले की प्रमुख समस्याओं के बारे में शिब्ली नोमानी का कहना है कि जिले में बाढ़ की समस्या सबसे ज्यादा है। गंडक नदी के किनारे बसे होने के कारण यहां के अधिकांश ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को हर वर्ष बाढ़ का प्रकोप झेलना पड़ता है।
इसके अतिरिक्त यातायात के सुगम साधन नहीं होना भी यहां एक बड़ी परेशानी है। क्षेत्र में स्थित रेलवे गुमटी घंटों बंद रहता है, जिससे स्थानीय जनता को बहुत दिक्कत होती है, खासकर मरीजों, छात्रों और रोजाना आने-जाने वाले राहगीरों को। यहां रेलवे ओवर ब्रिज बनवाने के लिए शिब्ली नोमानी ने बहुत बार धरना-प्रदर्शन भी किया है लेकिन सरकार के कानों तक आवाज नहीं जाती है।
समस्तीपुर बाजार समिति क्षेत्र समस्तीपुर का बेहद प्रसिद्ध मार्केट क्षेत्र है, जहां दूर-दराज से लोग खरीददारी के लिए आते हैं लेकिन जाम की समस्या यहां काफी अधिक है। शिब्ली नोमानी के अनुसार यहां ओवर ब्रिज का निर्माण किया जाना चाहिए। इसके अतिरिक्त क्षेत्र में लॉक डाउन के बाद से ही बंद पड़ी जूट-मिल को भी सरकार को दोबारा शुरू कराना चाहिए, इससे हजारों लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है।
समस्तीपुर में ध्वस्त कानून व्यवस्था को भी शिब्ली नोमानी मुख्य समस्याओं में से एक मानते हैं। उनका कहना है कि यहां कानून, शासन-प्रशासन बेहद कमजोर है, जिसके चलते अपराधों का ग्राफ दिन-रात बढ़ रहा है और आमजन को प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।
बिहार के सर्वांगीण विकास का विजन :
शिब्ली नोमानी का मानना है कि आज बिहार के लोग देश के कोने कोने में जाकर अपनी मेहनत के दम पर राज्य का नाम रोशन कर रहे हैं। मजदूर वर्ग से लेकर बड़े बड़े पदों पर आज बिहार के लोग स्थापित हैं, इसलिए मुख्यमंत्री जी को बिहार के लोगों के वास्तविक विकास के लिए योजनाबद्ध रूप से कार्य करना चाहिए।
इसके अलावा उनका मानना है कि यदि राज्य सरकार आपसी गठजोड़, सत्ता का मोह और स्वार्थ की राजनीति छोड़कर विकास की राजनीति की ओर ध्यान दे तो वास्तव में बिहार देश-विदेश में प्रख्यात होगा। शिब्ली नोमानी बिहार को भगवान बुद्ध की तपोभूमि और ज्ञान धरा के तौर पर विश्व भर में एक नया मुकाम प्राप्त करते देखना चाहते हैं और इसके लिए वह राज्य सरकार से अनुरोध करते हैं कि राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात और रोजगार जैसे क्षेत्रों में लगातार कार्य किया जाए।
जनसंदेश :
बैलटबॉक्सइंडिया के मंच के माध्यम से शिब्ली नोमानी जनता को यह संदेश देना चाहते हैं कि जिस तरह जनता को मत देने का अधिकार है, वैसे ही एक जन प्रतिनिधि को मत मांगने का अधिकार है और इसी अधिकार के साथ वह जनता की सेवा करना चाहते हैं। शिब्ली नोमानी कहते हैं कि शासन और प्रशासन को जनता के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करना चाहिए। यदि जनता उन्हें यह मौका देगी तो वह ऊंच-नीच, गरीब-अमीर, धर्म-जाति, दलित-पिछड़ा आदि से दूर रहकर जनता की सेवा संविधान के आधार पर करेंगे।