पद : पार्षद प्रतिनिधि
(सपा), सुल्तानपुर भावा, वार्ड-68 (प्रयागराज)
नवप्रवर्तक कोड : 71184242
परिचय
अब्दुल समद समाजवादी पार्टी से सक्रिय नेता हैं. वह प्रयागराज के निवासी हैं और विगत काफी वर्षों से सपा से जुड़कर समाज सेवा का कार्य भी कर रहे हैं. इससे पूर्व वह स्वयं भी सुल्तानपुर भावा क्षेत्र से पार्षद रह चुके हैं तथा वर्तमान में उनकी पत्नी गौसिया समद प्रयागराज के वार्ड – 68, सुल्तानपुर भावा से पार्षद हैं और वह पार्षद प्रतिनिधि के रूप में वार्ड के विकास कार्यों में महत्वपूर्व भूमिका निभा रहे हैं. जीविका के रूप में उनका अपना निजी व्यवसाय भी है.
सामाजिक अगुवाई
राजनीतिक क्षेत्र में सेवाएं दे रहे अब्दुल समद का कहना है कि आरंभ से ही उन्हें जनहित के कार्यों में रूचि रही है. उनके अनुसार उनके क्षेत्र में विकास कार्यों के पूरा होने में काफी अडचनें आती रही हैं, जिससे जन विकास बाधित होता है. इसी प्रकार की समस्याओं को देखते हुए उनका समाधान करने के ध्येय से उन्होंने राजनीति में आने का निर्णय लिया तथा समाजवादी पार्टी के टिकट से पार्षदी का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें सफलता प्राप्त हुई.
प्रमुख क्षेत्रीय मुद्दें
अब्दुल समद के अनुसार घनी आबादी वाले इस वार्ड में सफाई
कर्मचारियों का काफी अभाव है, जो इस क्षेत्र
की सबसे प्रमुख समस्या है. यदि यहां 10 सफाई कर्मचारी रिटायर होते हैं, तो उनकी जगह मात्र 2 कर्मचारियों की भर्ती होती
हैं.
इसके अतिरिक्त क्षेत्र में कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी की उचित व्यवस्था नही है. क्योंकि उन्हें समय से तनख्वाह नही दी जाती. जिसके कारण क्षेत्र में काफी गंदगी रहती है. साथ ही ऊपरी तौर पर सड़कों की हालत में सुधार कर दिया जाता है, लेकिन क्षेत्र के अंदर बदहाल हालत में पड़ी गलियों पर कोई ध्यान नही देता. उनके अनुसार हर पार्षद को बराबर फण्ड मिलना चाहिए, जिससे सभी क्षेत्रों पर जमीनी स्तर पर सुधार हो सके.
संपन्न विकास कार्य
अपने कार्यकाल के दौरान अपने क्षेत्र में कार्य कर रहे अब्दुल समद के अनुसार, उन्होंने अब तक वार्ड में 90% गलियों का निर्माण कराया है और कुछ गलियों का निर्माण कार्य अभी जारी है. इसके अलावा पेयजल की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए उन्होंने क्षेत्र में मिनी ट्यूबवेल लगवाई है.
राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारधारा
अब्दुल समद के अनुसार इस समय राष्ट्रीय स्तर पर देश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है, क्योंकि बेरोजगारी के कारण अपराधिक घटनाएं बहुत ज्यादा बढ़ती हैं. यदि सरकार बेरोजगारी को दूर कर देगी तो यह सभी समस्याएं अपने आप ही समाप्त हो जायेंगी.