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Takinagar Ward – 31 (Unnao)
132 वर्ष पुराने उन्नाव जिले के नगर पालिका इतिहास में वर्ष 1953 में प्रथम बार संपन्न हुए नगर पालिका चुनाव में लगभग 64 साल के अंतराल में नगर पालिका का विस्तार छह बार हो चुका है. तक़रीबन 16 हजार मतदाताओं के साथ 11 वार्डो से शुरू हुई इस चुनाव प्रक्रिया में मतदाताओं की संख्या लाखों तक पहुंच गई. यह जिला छह राजस्व प्रभागों सफीपुर, उन्नाव, हसनगंज, पुरवा, बीघापुर, बांगरमऊ में विभाजित है और यह 16 ब्लाक और 32 वार्ड में विभाजित है. इन्हीं 32 वार्डों में से एक वार्ड है तकीनगर वार्ड, जो मुख्यतः सामान्य आबादी Read more...
P.D Nagar Ward – 18 (Unnao)
उन्नाव नगर पालिका का इतिहास बेहद पुराना है. वर्ष 1885 में ब्रिटिश शासन के दौरान इसका गठन हुआ है. जिसमें प्रथम बार 1890 में इस नगर पालिका के अंतर्गत 10 वार्ड का विभाजन किया गया था और वर्ष 1953 में पहली बार यहां निकाय चुनाव कराया गया, जिसमें 16,000 मतदाताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की. वर्ष दर वर्ष वार्ड की संख्या के साथ साथ मतदाताओं की संख्या में भी यहाँ लगातार इजाफ़ा होता चला गया और 2017 के निकाय चुनावों में 32 वार्ड में लगभग 1 लाख, 30 हजार मतदाताओं ने भागीदारी की. छह राजस्व प्रभागों उन्नाव, सफीपुर, Read more...
AB nagar Ward – 21 (Unnao)
छह राजस्व प्रभागों सफीपुर, उन्नाव, हसनगंज, पुरवा, बीघापुर, बांगरमऊ में विभाजित उन्नाव 16 ब्लाक और 32 वार्ड में विभाजित है.132 वर्ष प्राचीन उन्नाव जिले के नगर पालिका इतिहास में वर्ष 1953 में प्रथम बार संपन्न हुए नगर पालिका चुनाव में लगभग 64 साल के अंतराल में नगर पालिका का विस्तार छह बार हो चुका है. तक़रीबन 16 हजार मतदाताओं के साथ 11 वार्डो से शुरू हुई, इस चुनाव प्रक्रिया में मतदाताओं की संख्या लाखों तक पहुंच गई और धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है. इन्हीं 32 वार्डों में से एक वार्ड है एबी व Read more...
Kishori Khera Ward – 26 (Unnao)
132 वर्ष प्राचीन उन्नाव जिले के नगर पालिका इतिहास में वर्ष 1953 में प्रथम बार संपन्न हुए नगर पालिका चुनाव में लगभग 64 साल के अंतराल में नगर पालिका का विस्तार छह बार हो चुका है. तक़रीबन 16 हजार मतदाताओं के साथ 11 वार्डो से शुरू हुई, इस चुनाव प्रक्रिया में मतदाताओं की संख्या लाखों तक पहुंच गई और धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती ही जा रही है. छह राजस्व प्रभागों सफीपुर, उन्नाव, हसनगंज, पुरवा, बीघापुर, बांगरमऊ में विभाजित उन्नाव 16 ब्लाक और 32 वार्ड में विभाजित है इन्हीं 32 वार्डों में से एक वार्ड है, किशो Read more...
Daroga Bagh Ward – 25 (Unnao)
वर्ष 1953 में पहली बार उन्नाव में निकाय चुनाव कराया गया था, जिसमें 16,000 मतदाताओं ने अपनी सहभागिता दर्ज की, यह अपने आप में ही किसी इतिहास से कम नही है. वर्ष 1885 में ब्रिटिश शासन के दौरान गठित हुयी उन्नाव नगर पालिका का इतिहास बेहद प्राचीन है, प्रथम बार 1890 में इस नगर पालिका के अंतर्गत 10 वार्ड का विभाजन किया गया था और. जिस प्रकार धीरे-धीरे समय के साथ वार्ड की संख्या बढ़ती गयी उसी प्रकार मतदाताओं की संख्या भी बढ़ती चली गयी. इसी प्रकार 2017 के निकाय चुनावों में 32 वार्ड में लगभग 1 लाख, 30 हजार मतद Read more...
Civil lines Rampuri Ward – 22 (Unnao)
वर्ष 1953 में पहली बार उन्नाव में निकाय चुनाव कराया गया था, जिसमें 16,000 मतदाताओं ने अपनी सहभागिता दर्ज की, यह अपने आप में ही किसी इतिहास से कम नही है. वर्ष 1885 में ब्रिटिश शासन के दौरान गठित हुयी उन्नाव नगर पालिका का इतिहास बेहद प्राचीन है, प्रथम बार 1890 में इस नगर पालिका के अंतर्गत 10 वार्ड का विभाजन किया गया था और. जिस प्रकार धीरे-धीरे समय के साथ वार्ड की संख्या बढ़ती गयी उसी प्रकार मतदाताओं की संख्या भी बढ़ती चली गयी. इसी प्रकार 2017 के निकाय चुनावों में 32 वार्ड में लगभग 1 लाख, 30 हजार मतद Read more...
Haiderganj ward – 50 (Ayodhya)
गत वर्ष छोटी दीपावली के दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फैजाबाद का नाम बदल कर अयोध्या कर दिया. हिन्दू पक्षकार काफी समय से इसकी मांग कर रहे थे, क्योंकि इतिहास के पन्नों में झंकार देंखे तो अयोध्या बेहद प्राचीन नगरी है जिसका वर्णन वेदों-पुराणों में भी मिलता है. अवध के नवाबों के शासनकाल में इस शहर को सर्वप्रथम बसाया तो नवाब अलीवर्दी खान ने था, किन्तु फैजाबाद की स्थापना का श्रेय नवाब सआदत खान को जाता है. सरयू और लखनऊ से सामिप्य के कारण फैजाबाद को गंगा-जमुनी तहजीब विरासत में मिली और Read more...
Shastri Nagar, Ward 91 (Kanpur)
कानपुर की औद्योगिक श्रमिक बस्ती और एशिया की सबसे बड़ी लेबर कॉलोनी माना जाने वाले शास्त्री नगर वार्ड का उद्घाटन वर्ष 1952 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरु के हाथों किया गया था. अक्सर कानपुर नगर निगम एवं श्रमिक विभाग के अंतर्गत इस वार्ड की समस्याओं को लेकर विवाद की खबरें सुनने में आती रहती हैं. मुख्य तौर पर वार्ड 91, शास्त्री नगर श्रमिक विभाग के अंतर्गत ही आता है. वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से राघवेन्द्र मिश्र यहां पार्षद पद पर कार्यरत होकर स्थानीय विकास के कार्यों में सहयोग दे र Read more...
Civil Lines kalyani Ward – 14 (Unnao)
वर्ष 1885 में ब्रिटिश शासन के दौरान गठित हुयी उन्नाव नगर पालिका का इतिहास बेहद प्राचीन है, प्रथम बार 1890 में इस नगर पालिका के अंतर्गत 10 वार्ड का विभाजन किया गया था और वर्ष 1953 में पहली बार यहां निकाय चुनाव कराया गया, जिसमें 16,000 मतदाताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की. वर्ष दर वर्ष वार्ड की संख्या के साथ साथ मतदाताओं की संख्या में भी यहाँ लगातार इजाफ़ा होता चला गया और 2017 के निकाय चुनावों में 32 वार्ड में लगभग 1 लाख, 30 हजार मतदाताओं ने भागीदारी की. छह राजस्व प्रभागों उन्नाव, सफीपुर, हसनगंज, पुरव Read more...
Lokaiya khera Ward – 13 (Unnao)
वर्ष 1885 में ब्रिटिश शासन के दौरान गठित हुयी उन्नाव नगर पालिका का इतिहास बेहद प्राचीन है, प्रथम बार 1890 में इस नगर पालिका के अंतर्गत 10 वार्ड का विभाजन किया गया था और वर्ष 1953 में पहली बार यहां निकाय चुनाव कराया गया, जिसमें 16,000 मतदाताओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की. वर्ष दर वर्ष वार्ड की संख्या के साथ साथ मतदाताओं की संख्या में भी यहाँ लगातार इजाफ़ा होता चला गया और 2017 के निकाय चुनावों में 32 वार्ड में लगभग 1 लाख, 30 हजार मतदाताओं ने भागीदारी की. छह राजस्व प्रभागों उन्नाव, सफीपुर, हसनगंज, पुरव Read more...
Kasim Nagar Ward – 12 (Unnao)
उन्नाव जिला छह राजस्व प्रभागों सफीपुर, उन्नाव, हसनगंज, पुरवा, बीघापुर, बांगरमऊ में बंटा हुआ है और यह 16 ब्लाक और 32 वार्ड में विभाजित है. 132 वर्ष पुराने उन्नाव जिले के नगर पालिका इतिहास में वर्ष 1953 में प्रथम बार संपन्न हुए नगर पालिका चुनाव में लगभग 64 साल के अंतराल में नगर पालिका का विस्तार छह बार हो चुका है. तक़रीबन 16 हजार मतदाताओं के साथ 11 वार्डो से शुरू हुई इस चुनाव प्रक्रिया में मतदाताओं की संख्या लाखों तक पहुंच गई. इन्हीं 32 वार्डों में से एक वार्ड है कासिम नगर वार्ड, जो मुख्यतः मुस्लिम Read more...
Ramkot ward – 54 (Ayodhya)
सरयू नदी के दक्षिणी तट पर बसी अयोध्या एक धार्मिक एवं ऐतिहासिक नगरी है. इस जनपद का नगरीय क्षेत्र अयोध्या नगर निगम के अंतर्गत समाहित है. प्राचीन समय में साकेत, कौशल देश अथवा कौशलपुरी के नाम से जानी जाने वाली अयोध्या को प्रभु श्री राम की पावन जन्मस्थली के रूप में देखा जाता है और यह हिन्दू धर्मावलम्बियों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है. मोक्षदायिनी अयोध्या नगरी पौराणिक समय में कौशल राज्य की राजधानी एवं प्रसिद्ध महाकाव्य रामायण की पृष्ठभूमि का केंद्र थी और आज भी प्रभु श्री राम की जन्मस्थली होने के क Read more...
Deokaali ward (Ayodhya) Ward – 15
सरयू के दक्षिणी तट पर बसी अयोध्या नगरी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के पुरखों की नगरी माना जाता है. प्राचीन काल में यह नगरी साकेत अथवा कौशल देश के नाम से भी सर्वविख्यात थी. “अष्टचक्रा नवद्वारा देवानां पूरयोध्या”, यानी आठ चक्रों और नौ द्वारों से युक्त अयोध्या साक्षात् ईश्वर की नगरी है..वेदों में वर्णित इस नगरी को स्वर्ग की उपाधि दी गयी है. कहा जाता है कि यह सूर्यवंशी राजाओं की राजधानी हुआ करती थी और बीतते वक्त के साथ साथ यहां हिंदू, बौद्ध, जैन एवं मुस्लिम धर्म आदि धर्मों का भी प्रभाव देखा जा सक Read more...
Shyama Prasad Mukherji Ward – 20 (Ayodhya)
श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय राजनीति में एक ऐसा नाम है, जिन्हें समस्त भारत एक महान राजनीतिज्ञ, विचारक तथा प्रखर शिक्षाविद् के रूप में जनता है. भारतीय जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी देश को एकसूत्र में बांधने पर विश्वास रखते थे, वह धर्म के आधार पर देश के बंटवारे के सख्त खिलाफ थे, जिसके कारण उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अलग संविधान के खिलाफ नारा बुलंद करते हुए कहा था कि, “एक देश..एक विधान..एक संविधान”. देश भक्ति की भावना को दिल में लेकर चलने वाले श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर अयोध्या के वार Read more...
Kamalgadha, Ward 78 (Varanasi)
पौराणिक नगरी वाराणसी की आदमपुर जोन एवं सबजोन के अंतर्गत आने वाला कमलगढ़हा वार्ड तकरीबन 0.095 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और मिश्रित आबादी वाले इस वार्ड में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 18,000 के आस पास जनसंख्या का निवास है. स्थानीय पार्षद के अनुसार वार्ड में मतदाताओं की संख्या तकरीबन 10,000 के आस पास है. यहां पार्षद के तौर पर कांग्रेस पार्टी से मलका नूरजहाँ जी कार्यरत हैं और उनके पति गुलशन अली अंसारी जी पार्षद प्रतिनिधि के रूप में स्थानीय विकास कार्यों में संलग्न हैं. यह वा Read more...
Bal Gangadhar Tilak Ward – 35 (Ayodhya)
“स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है”, का नारा बुलंद करने वाले स्वाधीनता के पुजारी बाल गंगाधर तिलक एक वीर क्रांतिकारी के साथ साथ एक कुशल राजनेता, प्रखर दार्शनिक और विद्वान थे. आज भी हम भारतीयों के हृदय में उनके प्रति अटूट सम्मान और आदर है. बाल गंगाधर तिलक का समस्त जीवन एक ऐसे संघर्ष की कहानी है, जिसने भारत में एक नए स्वतंत्र युग का निर्माण करने की गाथा लिख दी. इसी वीर क्रांतिकारी को आदर देने के लिए उनके नाम पर अयोध्या के वार्ड 35 को बाल गंगाधर तिलक वार्ड का नाम दिया गया है. सांप्रदायिक सौहार्द और आ Read more...
Hiran Nagar Ward – 7 (Unnao)
वर्ष 1953 में पहली बार उन्नाव में निकाय चुनाव कराया गया था, जिसमें 16,000 मतदाताओं ने अपनी सहभागिता दर्ज की, यह अपने आप में ही किसी इतिहास से कम नही है. वर्ष 1885 में ब्रिटिश शासन के दौरान गठित हुयी उन्नाव नगर पालिका का इतिहास बेहद प्राचीन है, प्रथम बार 1890 में इस नगर पालिका के अंतर्गत 10 वार्ड का विभाजन किया गया था और. जिस प्रकार धीरे-धीरे समय के साथ वार्ड की संख्या बढ़ती गयी उसी प्रकार मतदाताओं की संख्या भी बढ़ती चली गयी. इसी प्रकार 2017 के निकाय चुनावों में 32 वार्ड में लगभग 1 लाख, 30 हजार मतद Read more...
Jawahar Nagar Ward – 10 (Unnao)
छह राजस्व प्रभागों सफीपुर, उन्नाव, हसनगंज, पुरवा, बीघापुर, बांगरमऊ में विभाजित उन्नाव जिला तक़रीबन 16 ब्लाक और 32 वार्ड में विभाजित है. यदि उन्नाव जिले के इतिहास पर गौर किया जाए तो ब्रिटिश शासन के दौरान वर्ष 1885 में गठित हुयी उन्नाव नगर पालिका को प्रथम बार लगभग 10 वार्ड में बांटा गया था और वर्ष 1953 में पहली बार ही यहां निकाय चुनाव संपन्न कराए गए. इन निकाय चुनाव के अंतर्गत 16,000 के करीब मतदाताओं ने हिस्सा लिया था. इसके बाद जैसे-जैसे वार्ड की संख्या बढती गयी,उसी प्रकार मतदाताओं की संख्या में भी Read more...
Shekhpur Ward – 2 (Unnao)
छह राजस्व प्रभागों सफीपुर, उन्नाव, हसनगंज, पुरवा, बीघापुर, बांगरमऊ में विभाजित उन्नाव जिला तक़रीबन 16 ब्लाक और 32 वार्ड में विभाजित है. यदि उन्नाव जिले के इतिहास पर गौर किया जाए तो ब्रिटिश शासन के दौरान वर्ष 1885 में गठित हुयी उन्नाव नगर पालिका को प्रथम बार लगभग 10 वार्ड में बांटा गया था और वर्ष 1953 में पहली बार ही यहां निकाय चुनाव संपन्न कराए गए. इन निकाय चुनाव के अंतर्गत 16,000 के करीब मतदाताओं ने हिस्सा लिया था. इसके बाद जैसे-जैसे वार्ड की संख्या बढती गयी,उसी प्रकार मतदाताओं की संख्या में भी Read more...
Chowk, ward 53 (Ayodhya)
भारत की मोक्षदायिनी मानी जाने वाली सप्तपुरी नगरियों में से एक नगरी अयोध्या है, जिसका इतिहास सदियों पूर्व प्राचीन माना जाता है. पवित्र ग्रंथ “रामायण” के अनुसार अयोध्या की स्थापना स्वयं मनु ने सरयू नदी के किनारे की थी, जिसे भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में भी महता प्राप्त है. स्थानीय साक्ष्यों के अनुसार यहाँ आज भी हजारों की तादाद में छोटे-बड़े मंदिरों की उपस्थिति दर्शाती है कि अयोध्या भारतवासियों के हृदय में विशेष स्थान रखता है और यह देश का प्रमुख धार्मिक-सांस्कृतिक शहर होने के साथ साथ हिन्दुओं की Read more...