दक्षिण पश्चिम दिल्ली भारत में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली का एक प्रशासनिक जिला है. राजधानी दिल्ली के एक प्रमुख जिले के रूप में इस जिले को तीन उपमंडलों में वसंत बिहार, नजफगढ़ और दिल्ली कैंट में विभाजित किया गया है. दक्षिण पश्चिम दिल्ली में 8 विधानसभा क्षेत्र हैं तथा यहां एक भी लोकसभा क्षेत्र नहीं है.
जिले का इतिहास –
इतिहास
के पन्नों में हमेशा से ही ’दिल्ली’
का अहम स्थान रहा है. मुगलों से लेकर अंग्रेज तक कई वर्षों तक दिल्ली पर अपनी
हुकूमत कायम करने की कवायद में लगे रहे. वहीं दिल्ली की वर्तमान प्रशासन प्रणाली
की स्थापना सन् 1803 में की गई, जिस वक्त यह ब्रिटिश शासन के अधीन थी तथा उसी समय
इसे विभिन्न भागों में विभाजित किया गया. दिल्ली के जिलों के रूप में विभाजन के
बाद ही दक्षिण पश्चिम दिल्ली एक अलग जिले के रूप में अस्तित्व में आया.
दक्षिणी
पश्चिमी दिल्ली का विधानसभा क्षेत्र पालम भारतीय इतिहास की दृष्टि से अहम माना
जाता है. सर हेनरी शार्प द्वारा लिखित पुस्तक “दिल्ली-
इट्स स्टोरी एंड बिल्डिंग्स” के अंतर्गत एक फारसी पंक्ति का उल्लेख मिलता है,
"सल्तनत-ए-शाह-ए-आलम,
आज़ दिली ता पालम",
जिसका अर्थ है कि 'सम्राट शाह आलम का प्रभुत्व,
दिल्ली से शुरू होता है और पालम पर
समाप्त होता है'. इससे ज्ञात होता है कि मुगल
साम्राज्य के दौरान भी पालम उप शहर अस्तित्व में था. वहीँ दिल्ली कैंट अंग्रेजी
शासनकाल की अवधि में बेहद महत्वपूर्ण क्षेत्र रहा है.
भौगोलिक पृष्ठभूमि –
यह
जिला 28 डिग्री 40’ - 28 डिग्री 29’ अक्षांश रेखा और
76 डिग्री 50’ - 77 डिग्री 14’ देशांतर रेखा के बीच स्थित है. दक्षिण पश्चिम दिल्ली का
क्षेत्रफल 421 वर्ग कि.मी. है, जिसमें कि ग्रामीण क्षेत्र 153.66 वर्ग कि.मी. व
शहरी क्षेत्र 267.34 वर्ग कि.मी. है. यह समुद्र तल से 216 मीटर ऊंचाई पर स्थित है.
यह जिला दिल्ली के दक्षिण पश्चिम जिले के उत्तर
में झज्जर, दक्षिण में गुड़गांव और पूर्व में दिल्ली
के दक्षिण जिले से घिरा हुआ है. साथ ही यह जिला गुड़गांव, बहादुरगढ़ और झज्जर और पश्चिम, मध्य, नई दिल्ली और दिल्ली के एनसीटी के
दक्षिण जिले में हरियाणा की सीमा से घिरा हुआ है.
यह जिला यमुना के
उप-बेसिन में आता है, यानि यह यमुना नदी के जलक्षेत्र के अंतर्गत सम्मिलित है. जिले की जल निकासी का
प्रमुख स्त्रोत नजफगढ़ ड्रेन है, जो दिल्ली-हरियाणा सीमा पर स्थित नजफगढ़ झील से निकलता है
और अंतत: यमुना नदी से मिल जाता है.
जनसांख्यिकी –
2011 की जनगणना के अनुसार, दक्षिण पश्चिम दिल्ली की
कुल जनसंख्या 2,292,958 है, जिसमें पुरूषों और महिलाओं की संख्या क्रमशः 1,246,046 व 1,046,912 है. जिले का जनसंख्या घनत्व 5,445 है.
यहां की साक्षरता दर 88.28 प्रतिशत है, जो कि देश के कई जिलों की तुलना में काफी
अधिक है. वहीं जिले का लिंगानुपात 840 है. इसके अलावा इस जिले की जनसंख्या वृद्धि
दर 30.62 प्रतिशत है.
प्रशासनिक विभाजन –
प्रशासनिक आधार पर
दक्षिण पश्चिम दिल्ली को
तीन उपमंडलों में वसंत बिहार, नजफगढ़ और दिल्ली छावनी में विभाजित किया गया है.
वहीं जिले में 01 नगर निगम, 77 ग्राम पंचायत क्षेत्र तथा 77 गांव हैं. इसके अलावा
इस जिले में 08 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसके अंतर्गत विकासपुरी वि.स. क्षेत्र 31,
मटियाला वि.स. क्षेत्र 34, विजवासन वि.स. क्षेत्र 36, उत्तम नगर वि.स. क्षेत्र 32,
नजफगढ़ वि.स. क्षेत्र 35, पालम वि.स. क्षेत्र 37, द्वारका वि.स. क्षेत्र 33 शामिल
हैं, किन्तु यहां एक भी लोकसभा क्षेत्र नहीं है अर्थात् इस जिले का अपना अलग सांसद
नहीं होता.
पर्यटन स्थल –
यह
जिला पर्यटन के दृष्टिकोण से अत्याधिक समृद्ध तो नहीं है, किन्तु यहां आधुनिक
शिल्प और सांस्कृतिक विरासत के बेजोड़ नमूने के तौर पर ‘दिल्ली
हाट’ स्थित है.
दिल्ली
हाट (डीएचजेपी) –
दिल्ली हाट जनकपुरी, दिल्ली शहर का तीसरा दिल्ली हाट है. इसकी स्थापना 13 जुलाई,
2014 को किया गया था. 8 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला यह दिल्ली हाट आधुनिक
शिल्प कला के साथ भारतीय संस्कृति व पारंपरिक विरासत को प्रदर्शित करता है. कला,
शिल्प, संगीत प्रेमियों के साथ दिल्ली आने वाले सभी पर्यटकों को यह हाट अपनी ओर
आकर्षित करता है. इस हाट में 160 वर्ग मीटर में फैला एक विशाल प्रदर्शनी हॉल है.
वहीं यहां अनेक प्रकार की दुकानें हैं, जो कि लोगों को खरीददारी के लिहाज़ से भी
आकर्षित करता है. यह शहर के दो अन्य दिल्ली हाट आईएनए और पीतमपुर की तुलना में
अधिक विशाल है.
द्वारका
- द्वारका
उप-शहर दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के प्रमुख सांस्कृतिक केन्द्रों में से एक है. यहां
बहुत से संगीत एवं नृत्य क्लब मौजूद हैं. साथ ही यहां आधुनिक शॉपिंग सेंटर,
फाइव-स्टार होटल अदि की बहुलता है,
विशेष तौर पर सेक्टर 12 मेट्रो
स्टेशन के आस पास घुमने फिरने के काफी अच्छे स्थान और भोजनालय स्थित हैं. वर्ष
2018 में, पैसिफिक इंडिया ने द्वारका सेक्टर 21,
मेट्रो स्टेशन के नजदीकी क्षेत्र को
शॉपिंग मॉल और मल्टी-लेवल कार पार्किंग विकसित करने के लिए चुना.
पालम
- विविध
संस्कृतियों को प्रदर्शित करते पालम में कई मंदिर शामिल हैं,
जिनमें से सबसे बड़ा और सबसे पुराना
दादा देव मंदिर है, जिसे पालम के 12 गांवों के ग्राम देवता (ग्राम देवता)
के रूप में पूजा जाता है. यह मंदिर सोलंकी राजाओं द्वारा 7वीं शताब्दी में बनाया
गया था. साथ ही यहां "टॉयलेट म्यूजियम" एवं "एयरफोर्स
म्यूजियम" भी उपस्थित है, जो टूरिस्ट के मध्य काफी प्रसिद्द
है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के प्रमुख हवाई अड्डा,
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय
एयरपोर्ट भी पालम में स्थित है.
नागरिक सुविधाएं –
नागरिक
सुविधाओं की यदि बात करें तो दक्षिण पश्चिम दिल्ली में नागरिकों के लिए आधारभूत
सुविधाओं के साथ ही छात्रों के लिए कई विद्यालय, प्रौद्योगिकी व मेडिकल संस्थान के
साथ ही अन्य संस्थान भी स्थित हैं. जिसके अंतर्गत नेता जी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ
टेक्नोलॉजी, गुरू गोविंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, चौधरी ब्रह्म प्रकाश
सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, राजकीय प्रतिभा विकास
विद्यालय, एकीकृत प्रौद्योगिकी संस्थान व राष्ट्रीय कानून विश्वविद्यालय आदि कुछ
प्रमुख संस्थान शामिल हैं.
वहीं
यहां इंदिरा गांधी अस्पताल, इंडो- अमेरिकन अस्पताल से लेकर आयुष्मान अस्पताल जैसे
कई बड़े स्वास्थ्य केन्द्र भी स्थित हैं. वहीं सुरक्षा के लिहाज़ से जिले में कुल
31 पुलिस स्टेशन हैं.
REFERENCES -
1. http://districts.nic.in/districtsdetails.php?sid=DL&disid=DL008
2. http://cgwb.gov.in/District_Profile/Delhi/South%20West.pdf
3. https://dmsouthwest.delhi.gov.in/
4. http://www.delhi.gov.in/wps/wcm/connect/DOIT_Education/education/home
5. https://dmsouthwest.delhi.gov.in/hi/
6. https://www.census2011.co.in/census/district/175-south-west-delhi.html