संक्षिप्त परिचय-
गोमती नदी के किनारे
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पास स्थित जिला हरदोई शाहजहांपुर और लखीमपुर खीरी
के दक्षिण किनारे पर स्थित है. क्षेत्र की पश्चिम सीमा पर कानपुर (औद्योगिक नगरी) और फर्रुखाबाद को
छूती हैं. द्वापर का तीर्थस्थल नैमिषारण्य तीर्थ 45 किमी दूर स्थित है.
ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य-
इतिहास
के पन्नों को पलटें तो जिला हिरण्यकश्यप संबंधित है, जो इसके पहले के नाम “हरिदो” का एक विकृत संस्करण है। कुछ लोगों का मानना है कि क्षेत्र का विकास
हरदेव बक्स द्वारा करवाया गया था, जिसके कारण जिले के एक इलाके का नाम हरदेवगंज भी
है. संडीला, रुइया, पिहानी, मालवा, शाहाबाद जिले के पास स्थित हैं, जो अपनी
ऐतिहासिकता के लिए जाने जाते हैं. इतिहासकारों का मानना है, कि मालवा की जड़ें
बौद्ध धर्म से बढ़ी हैं. वहीं कुछ मानते हैं, कि सैयद सलर मसूद गाजी यहां आए थे.
मालवा पहले यहां का हेडक्वाटर हुआ करता था.
पिहानी
फारसी शब्द पिहानी से व्युत्पन्न है. यह माना जाता है, कि जब वह सदरखान के शेरशाह
सूरी सम्राट अकबर से हार गए थे, तब मुगल वंश के राजा हुमायूं ने पिहानी के जंगल
में शरण ली थी. उनके मकबरे और पेंटिंग अभी भी यहां
स्थित हैं। कुछ लोगों के अनुसार, संडीला
ऋषि सांडिल्य अथवा संडीला द्वारा उपनिवेशित पुरानी इमारतों, मस्जिद और बाराखंभा के लिए भी प्रसिद्ध
है.
भौगोलिक परिदृश्य-
इस
जिले की लंबाई उत्तर-पश्चिम से दक्षिण-पूर्व में 125.529 किमी और चौड़ाई पूर्व से
पश्चिम की ओर 74.83 किमी है। हरदोई में 5 तहसील (हरदोई, शाहाबाद, बिलग्राम, संडीला और स्वराजपुर) शामिल हैं, 19 ब्लॉक और 191 न्याय पंचायत है. 1101 ग्राम सभा और 1901 आवासित राजस्व गांव हैं जो जिले को वृहद रूप
प्रदान करता है। जनपद में 7 नगर पालिका परिषद
और 6 नगर पंचायतें भी हैं। भौगोलिक क्षेत्रफल 5947 वर्ग किमी है। जिला 26-53 से 27-46 उत्तरी अक्षांश और 79-41 से 80-46 पूर्वी देशांतर के
बीच स्थित है।
जनसांख्यिकी-
साल
की 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 40,91,380 है. इसमें पुरुषों की
जनसंख्या 22,04,264
और साथ ही महिलाओं की संख्या 18,87,116 है. जिले में हिन्दी भाषा का विशेष प्रयोग
किया जाता है.
कृषि एवं सिंचाई-
उत्तर प्रदेश में स्थित जिले हरदोई में ग्रीष्म, शरद, वर्षा ऋतुओं को देखा जाता है. अलग-अलग ऋतुओं के
चलते यहां खरीब की फसल अरहर, ज्वार एवं रबी की फसल मसूर,
गेंहू के अलावा मौसमी सब्जियों की पैदावार होती है. बात करें नदियों
की तो गोमती नदी, राम गंगा और घाघरा नदी के तट पर बसा हरदोई सिंचाई के लिहाज से भी
इन्हीं नदियों के जल का दोहन करता है.
पर्यटक-
बात
करें घूमने की तो इस लिहाद से जिले से कुछ दूरी पर सांडी बर्ड सेंचुरी
स्थित है. हरदोई में स्थित विक्टोरिया हॉल यहां की शान बढ़ाता है. रामायण
से संबंधित प्रहलाद कुंड धार्मिक आस्था का प्रतीक बनता है.
Reference-
http://www.nicra-icar.in/nicrarevised/images/statewiseplans/Uttar%20Pradesh/UP46-Hardoi-26.07.14.pdf
https://www.devalt.org/images/L2_ProjectPdfs/(21)AdpativePlanningHardoi.pdf?Tid=156
https://www.districtsofindia.com/uttarpradesh/hardoi/agriculture/index.aspx