संक्षिप्त परिचय-
घाघरा
नदी के दक्षिणी तट पर बसा आजमगढ़ उत्तर प्रदेश का मुख्य जिला है. आजमगढ़ का प्रशासनिक
मुख्यालय लखनऊ-बलिया राजमार्ग पर है, जो जिले से 269 किलोमीटर दूर है. आज़मगढ़ मंडल में
तीन जिले आज़मगढ़, मऊ और बलिया शामिल हैं. राज्य के पूर्वी
जिलों में से एक आजमगढ़ मुख्य रूप से तमसा नदी के तट पर स्थित है.
ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य-
आजमगढ़ प्राचीन
कोसल राज्य का एक हिस्सा था. जिले के उत्तर-पूर्वी हिस्से को छोड़कर जिला मल्ल
राज्य में शामिल था. कोसल भगवान बुद्ध के समय में उत्तर भारत के चार शक्तिशाली राज्यों
में प्रमुख था. कोसल राज्य गंगा और पूर्व में मगध के राज्य से घिरा था. उत्तर-पूर्व
में लिच्छवि के राज्य क्षेत्रों से और उत्तर में शाक्य प्रदेशों से घिरा था. साथ
ही पश्चिम में सुरसेना से और दक्षिण की ओर अपनी राजधानी के रूप में कौशांबी के साथ
घिरा हुआ था. जिला अपनी ऐतिहासिकता का कोई साक्ष्य या प्रमाण नहीं देता जिससे यह
जिला कितना पौराणिक है, इसकी पुष्टी नहीं की जा सकती है.
भौगोलिक परिदृश्य-
आजमगढ़
उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग में स्थित है. 26.068° N एवं 83.184°
E पर स्थित यह जिला पूर्व
में मऊ जिले से लगता है. उत्तर की ओर गोरखपुर और दक्षिण-पूर्व में गाजीपुर की सीमा क्षेत्र से
जुड़ता है. पश्चिम में सुल्तानपुर और उत्तर-पश्चिम में अंबेडकर नगर की सीमा से लगा
हुआ है.
जलवायु-
औसत
वार्षिक वर्षा 1031 मिमी है. जिले की जलवायु उप-आर्द्र होती है. जिले में एक मध्यम
उष्णकटिबंधीय मानसून सर्दियों का अनुभव होता है. गर्मीयां मार्च से जून के अंत तक
रहती हैं. आमतौर पर मई का महीना सबसे गर्म होता है. दिन का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस
होता है. आमतौर पर जनवरी का महीना सबसे ठंडा महीना होता है. अगस्त महीने के दौरान
सापेक्ष आर्द्रता सबसे अधिक देखी जाती है.
मृदा एवं कृषि-
आजमगढ़
की मिट्टी को दो भागों में बांटा जा सकता है, जो पुराने और छोटे जलोढ भाग में
विभाजित है. भौगोलिक रूप से क्षेत्र दक्षिणी नीचले मैदान और उत्तरी ऊँचे मैदान
क्षेत्र में बंटा है. यहां कचनार, लाल और पीले रंग की कार्बन युक्त मिट्टी पायी जाती है. यह क्षेत्र ज्यादातर
'भांगर' के नाम से जाना जाता है. घाघरा
नदी के किनारे स्थित होने के कारण स्थानीय लोग इसे कच्छर के नाम से भी जानते हैं.
मिट्टी
के कारण जिले में तंबाकू और गन्ने की खेती की जाती है. इसके अलावा लगभग सभी प्रकार
की दालें भी उगाई जाती हैं.
प्रशासनिक ढांचा-
2011 की
जनगणना के अनुसार आजमगढ़ जिले की कुल जनसंख्या 46,13,913 है. जिनमें से पुरुषों की
संख्या 22,85,004 और महिलाओं की संख्या 23,28,909 है.
जिले के नगर पालिका परिषदों की संख्या 2 है. तहसीलों की संख्या 8 और ब्लॉकों की संख्या 22 है. नगर पंचायतों की बात करें तो वह 11 हैं. जिले में कुल गांव 4101 हैं.
पर्यटन-
जिला दुर्वासा ऋषि के आश्रम के लिए प्रसिद्ध है, जहां प्राचीन काल में कार्तिक पूर्णिमा के मेले का आयोजन होता था. इसके अलावा टोंस और कुंवर नदी के संगम पर से कुछ दूर दत्तात्रेय स्थित है, जो निजामाबाद तहसील से 3 किमी दूर है. यहां स्थित दत्तात्रेय ऋषि के आश्रम में लोग ज्ञान और शांति प्राप्त करने आते थे. इसके अतिरिक्त अवंतिकापुरी विकास खंड मुहम्मदपुर में स्थित है. माना जाता है कि राजा जन्मेजई ने पृथ्वी पर सभी सांपों को मारने के लिए यज्ञ का आयोजन किया.
मुबारकपुर
उत्तर-पूर्व में जिला मुख्यालय से 13 किमी की दूरी पर मुबारकपुर स्थित है. ऐसा माना जाता है, इसका मूल नाम कसीमाबाद रहा था. जिसे सूफी राजा मुबारक के नाम पर पुनर्स्थापित किया गया. यह स्थान बनारसी साड़ियों के निर्माण के लिए प्रसिद्ध है, जो कि दुनिया में भी बहुत लोकप्रिय और निर्यात किए जाते हैं.
मेहनगर
यह धार्मिक स्थल जिला मुख्यालय से 36 किमी स्थित है. यहां राजा हरिबान और विशाल तालाब द्वारा निर्मित किले स्थित हैं. प्रतिवर्ष मडिलहा नामक तालाब पर एक धार्मिक मेला आयोजित किया जाता है.
Reference-
http://cgwb.gov.in/District_Profile/UP/Azamgarh.pdf
https://www.districtsofindia.com/uttarpradesh/azamgarh/agriculture/index.aspx