समाज एवं पर्यावरण के सकारात्मक संयुक्त कल्याण, संरचनात्मक रूप से पृथ्वी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए व्यक्तिगत एवं संस्थागत क्षमताओं में सक्रियता के दृढ़ विश्वास तथा सेवा भावना के उद्देश्यार्थ वर्ष 2002 में स्वैच्छिक संगठन पृथ्वी इनोवेशन्स का निर्माण आदरणीय अनुराधा गुप्ता जी के द्वारा किया गया. यह संस्थान अपने अथक प्रयासों, स्वयंसेवकों की प्रतिबद्धता व सलाहकारों के समर्थन के जरिये कुछ ही समय में सामाजिक क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हो गया है.
स्थानीय अभियानों के माध्यम से जनता के बीच जागरूकता का बिगुल बचने में अग्रणीय पृथ्वी इनोवेशन्स वैश्विक तौर पर भी मान्यता प्राप्त है. 21 अगस्त, 2002 में यह संस्थान उत्तर प्रदेश में क्लीन अप द वर्ल्ड, सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) नामक वैश्विक पर्यावरण संगठन की पहली आधिकारिक समिति के रूप में चुने गये. पृथ्वी इनोवेशन्स जागरूकता, प्रतिबद्धता, रचनात्मकता, आपसी सामंजस्य, सामर्थ्य आदि सिद्धांतो के साथ चलकर सामाजिक कार्यों में अपना योगदान दर्ज कराकर पृथ्वी पर बेहतरीन जीवन की संकल्पना के लिए निरंतर कार्य कर रहा है.
पृथ्वी इनोवेशन्स के प्रमुख उद्देश्य :
1. शिक्षा, पर्यावरण, प्रबंधन, स्वास्थ्य एवं पोषण इत्यादि क्षेत्रों में विकासात्मक परिवर्तन लाने के लिए यह संस्था सतत कार्य कर रही है.
2. सामाजिक परिवर्तन की इच्छा रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति व समुदाय को एक मंच उपलब्ध कराना पृथ्वी इनोवेशन्स का एक अभिन्न अंग है, जिसके माध्यम से नवपरिवर्तनकारी व्यक्तियों या संस्थाओं के साथ एकजुट होकर सामाजिक कार्यों को सम्पन्न किया जा सके.
3. समाज की समसामायिक व्यवस्था के प्रति जिम्मेदारी व नैतिक कर्तव्य की गहन भावना को बढ़ावा देना तथा पर्यावरण, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे मुद्दों से जुडी समस्याओं के यथोचित समाधान खोजने के लिए समुदायों का संगठन एवं उन्हें विकास कार्यों के लिए प्रेरित करना भी पृथ्वी इनोवेशन्स का मुख्य ध्येय है.
4. युवाओं एवं बच्चों को इस संगठन द्वारा अत्याधिक विकसित किये जाने की मुहिम अनवरत जारी रहती है.
पृथ्वी इनोवेशन्स की सचिव अनुराधा जी का मानना है कि बच्चों एवं युवाओं के भीतर छिपी रचनात्मकता को व्यक्तिगत के साथ साथ व्यावसायिक स्तर पर उभारना अत्यंत आवश्यक है, यह जरूरी है कि इनके विकास के लिए उत्कृष्ट संभावनाएं उत्पन्न की जाए ताकि इनमें निहित अपार क्षमताएं धरातलीय स्तर पर प्रदर्शित हो सकें.
इस प्रकार पृथ्वी इनोवेशन्स विशेष रूप से बच्चों, युवाओं, ग्रामीण महिलाओं एवं वंचित समुदायों के विकास के लिए निरंतर अभियानों का आयोजन करते रहता हैं, जिससे समाज में सभी को योग्य शिक्षा, कौशल प्रबंधन, प्रबुद्धता, सक्षमता एवं समृद्ध जीवन प्रदान कराया जा सके. इस संस्था के माध्यम से राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर बहु-आयामी कार्यक्रमों, कार्यशालाओं, अनेक योजनाओं की सफलतापूर्वक संकल्पना व बेहतर समन्वय के साथ विशिष्ट योगदान दे रही है.
पृथ्वी इनोवेशन्स के तत्वाधान में चलाए गये अभियान :
1. पृथ्वी उत्सव - पर्यावरण जागरूकता के मुद्दें को लेकर जल संरक्षण, जैव विविधता, प्राकृतिक संसाधनों के उचित संरक्षण पर बल दिया जाना पृथ्वी उत्सव के अंतर्गत आता है. विभिन्न गतिविधियों, कार्यक्रमों, कार्यशालाओं, नदी तट यात्राओं आदि के माध्यम से पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए जन सामान्य एवं समुदायों को जागरूक, प्रेरित तथा सशक्त किया जाना और पारिस्थितिक स्थिरता को बनाए रखने का बीड़ा उठाना इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य है.
2. पृथ्वी दिवस – नदियों के संरक्षण के लिए जनता को सचेत करने के लिए पृथ्वी इनोवेशन्स द्वारा यह दिवस आयोजित किया जाता है. इसमें स्कूली विद्यार्थियों, स्वयंसेवियों तथा संरक्षणवादियों द्वारा प्रदूषित हो चुकी नदियों की सफाई की जाती है, साथ ही नदी तट से निकले कचरे को रिसाइकिल करके लोगों के समक्ष उदाहरण रखा जाता है. इसके अंतर्गत पृथ्वी जल यात्रा भी सम्मिलित है, जिसके माध्यम से जल की महत्ता दर्शायी जाती है.
3. वन महोत्सव उत्सव - जुलाई से सितंबर तक चलने वाले वन महोत्सव में प्रकृति को बचने व सुनियोजित करने का पूर्ण प्रयास किया जाता है, इसके अंतर्गत प्राचीन पंचवटी एवं नक्षत्र शाला जैसी प्राचीन धरोहरों को जाग्रत करने का कार्य स्वयंसेवकों का समूह मिलकर करता हैं. गोमती नदी के किनारे की सुन्दरता को बनाए रखने का प्रयास भी इस दौरान वृक्षारोपण, घाटों की सफाई आदि के माध्यम से किया जाता है.
4. लघु हरित प्रयास - पृथ्वी इनोवेशन्स के तत्वाधान में धरती की हरीतिमा बनाए रखने के बहुत से प्रयास सतत रूप से भी जारी रहते हैं. लघु हरित कार्य भी उन्हीं में से एक है, जिसके माध्यम से आवासीय कॉलोनियों में जन जागरूकता का अभियान पृथ्वी टीम द्वारा लगातार चलाया जाता है. हाल ही में पृथ्वी मंडली ने पॉलिथीन बैग्स से मुक्ति एवं वृक्षारोपण के जरिये लोगों के बीच पर्यावरण की महत्ता को अंकित किया. आवासीय कॉलोनियों में फल, सब्जी व अन्य रोजमर्रा की वस्तुओं के लिए पॉलिथीन बैग्स के स्थान पर कपड़े के बैग्स को प्राथमिकता देने की मुहिम पृथ्वी टीम द्वारा चलाई गयी.
हम इन प्रयासों को अनुराधा जी के उत्तम विचार तथा प्रकृति के लिए अपनेपन की भावना ही कहेंगे कि वें इस प्रकार के संक्षिप्त क्रियाकलापों की लयबद्ध श्रृंखला के माध्यम से वातावरण को पोषित करने का बीड़ा उठाए हुए हैं. वैसे भी पर्यावरण के संरक्षण के लिए आज सामान्य जनता के सहयोग की आवश्यकता सर्वाधिक बनी हुई है, क्योंकि यदि जन जन के भीतर अपने आस पास के पर्यावरण को साफ सुथरा रखने की अंतर्भावना निहित हो जाएगी, तो निश्चित रूप से पृथ्वी का कल्याण संभव हो जाएगा.
भोजन की व्यर्थ बर्बादी को रोकने के लिए पृथ्वी इनोवेशन्स के संस्थापक व सचिव अनुराधा जी द्वारा एक जागरूकता अभियान " BE FOOD WISE, LEAVE NO FOOD PRINT" चलाया गया, जिसके माध्यम से भोजन को फेंका ना जाकर जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा सके. अन्न को बचाने के इस अनूठे प्रयास के लिए अनुराधा जी को प्रधानमंत्री के द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है. वाकई समाज की कल्याणकारी भागीदारी के लिए पृथ्वी इनोवेशन्स की भूमिका बेहद महत्त्वपूर्ण रही है.
पृथ्वी इनोवेशन्स इन सभी प्रयासों के अतिरिक्त आईपीएएनसी (International Persistent Organic Pollutants Elimination Network) जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों से जुड़कर बहुत से अभियानों के माध्यम से कार्यशालाओं का आयोजन भी करता रहता है, जिनमें बताया जाता है कि रोजाना हानिकारक रसायनों के दूरगामी प्रभाव हमारे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर कितना विषम प्रभाव डाल रहे हैं. साथ ही इन रसायनों के विपरीत प्रभावों से बचाव के लिए उचित उपाय भी कार्यशालाओं में सुझाएं जाते हैं.
इस प्रकार समाज को जागरूक एवं सचेत बनाने का कार्य पृथ्वी इनोवेशन्स सतत रूप से कर रही है, अपने कईं कार्यक्रमों में यह संस्थान सफल भी हो चुका है. अनुराधा जी का मानना है कि समाज में परिवर्तन लेन के लिए तथा पर्यावरण को स्वस्थ बनाए रखने के लिए विचारों का स्वस्थ होना प्रथम आवश्यकता है, तभी हमारा वातावरण स्वच्छ एवं प्रदूषण मुक्त बना रह सकता है. साथ ही समाज में व्यापक सकारात्मकता लाने के लिए समाज के प्रत्येक व्यक्ति का समान कल्याण होना भी जरूरी है, जिससे पृथ्वी पर जीवन सुचारू हो सके.