पर्यावरण सुरक्षा समिति विगत 22 वर्षों से भारत में अंधाधुंध औद्योगीकरण, खतरनाक उद्योगों की डंपिंग और इसके कारण वातावरण में उत्पन्न गंभीर समस्याओं पर ध्यान देने की दिशा में कार्य कर रहा है. संस्था का प्रमुख कार्य मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य करना है, हानिकारक उद्योगों से जुडें लोगो के बीच जाकर उनमें जागरूकता का प्रचार-प्रसार करना, उन्हें सीधे प्रभावित करने वाले मामलों में निर्णय लेने के उनके अधिकारों पर जोर देना और उनके बच्चों के भविष्य पर ध्यान केन्द्रित करके चलना संगठन की प्राथमिकता रही है. साथ ही यह संगठन पर्यावरण के विभिन्न उपागमों की सुरक्षा के लिए भी तत्पर है.
यह संगठन मानकर चलता है कि अब पर्यावरण संबंधी चिंताएं प्रशांत महासागर या अंटार्कटिका में वन्यजीवों एवं प्रजातियों की रक्षा के लिए ही नहीं रही, अपितु लोगों के जीवन और आजीविका के साथ भी जुड़ गयी हैं, जिनपर कार्य करना वर्तमान समय की आवश्यकता है. पीएसएस के सदस्य वैकल्पिक प्रौद्योगिकी, गांधीवादी आंदोलन और अन्य संगठनों के साथ बेहतर नेटवर्किंग स्थापित करते हुए लोगों को एक स्थायी जीवन शैली के लिए प्रेरित करने का कार्य कर रहे हैं.