केशव धाम ऐसे कर्म योगियों की कार्य स्थली है जिनके मन में 'नर सेवा नारायण सेवा' की भावना होती है. उनका हितम् मम करणीयम्’.
"संघे शक्ति कलौयुगे" का मंत्र देने वाले केशव (योगेश्वर श्रीकृष्ण) तथा इस मंत्र को आत्मसात कर नूतन तंत्र विकसित करने वाले केशव (डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार) से प्रेरणा प्राप्त कर "कृण्वंतो विश्वमार्यम" की वैदिक पताका हाथ में उठाये "नर सेवा नारायण सेवा" का भाव हृदयंगम कर निरंतर आगे बढ़ने वाले कर्मयोगियों की निर्माण स्थली व कर्म स्थली है, वृंदावन स्थित केशव धाम.
जहां से सेवा, संस्कार, स्वालंबन राष्ट्रप्रेम, स्वाभिमान, त्याग, बलिदान, भक्ति, ज्ञान, अध्यात्म, अपनत्व, की सरिता प्रवाहित होकर संपूर्ण विश्व को संचित करेगी. ऐसी यमुना की यमुनोत्री के रूप में विकसित हो रहा है केशव धाम.
पतित पावनी यमुना के तट पर श्री वृंदावन धाम के सुरम्य वातावरण में निर्मित केशव धाम में महापुरुषों के सपनों को साकार करने के लिए आकार ले रहे विभिन्न प्रकारों का संक्षिप्त परिचय :-
विद्यालय
आस-पास के क्षेत्रों के बालगोपालों को आधुनिक एवं संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान करने के लिए विद्याभारती के द्वारा केशव धाम में एक सरस्वती विद्या मंदिर (सी.बी.एस.ई बोर्ड) विद्यालय संचालित है. इसको उच्च शिक्षा के एक प्रतिष्ठित केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है.
सेवाव्रती वृद्धजन आवास
हिंदू जीवन दर्शन के अनुसार अंतिम क्षणों तक क्रियाशील रहते हुए अर्जित ज्ञान का समाज के लिए उपयोग हो सके ऐसी वानप्रस्थ एवं सन्यास आश्रम की व्यवस्था को व्यवहारिक रूप में प्रतिस्थापित करने और अपने युवाजीवन में संपूर्ण संपत्ति के साथ मां भारती की सेवा के उपरांत जीवन के सांध्यकाल में वृंदावन के पवित्र एवं शांत वातावरण में जीवन व्यतीत करते हुए उनके ज्ञान एवं अनुभव का उपयोग नई पीढ़ी को प्राप्त हो सके, इस उद्देश्य की पूर्ति करता है सेवाव्रती आवास.
वेदविज्ञान शोध केंद्र
विश्व की प्राचीनतम ग्रंथ वेदों में भरे हुए ज्ञान के अथाह भंडार को वैज्ञानिक आधार पर शोधकार्य काशी के विद्वानों शिक्षण की व्यवस्था है.
कृष्ण तथा प्रशिक्षण केंद्र
भगवान श्रीकृष्ण की पावन लीलाओं का वन एवं पर्वतों पर निवास करने वाले समाज के मध्य प्रकाश फैलाने के लिए इन्हीं क्षेत्रों के बंधु एवं भगिनियों को कृष्ण कथावाचकों के रूप में श्री हरि सत्संग समिति द्वारा केशव धाम में प्रशिक्षित किया जा रहा है.
धर्मार्थ चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग संस्थान
क्षेत्र की जनता के लिए संचालित धर्मार्थ चिकित्सालय में आयुर्वेद एवं होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धतियों द्वारा रोगों का उपचार किया जाता है. साथ ही आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित 31 उपचार कक्ष वाला प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र स्थापित है जिसमें योग्य, कुशल चिकित्सकों द्वारा असाध्य एवं जटिल रोगों का निदान तथा उपचार प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति द्वारा किया जाता है.
कृषि प्रकल्प एवं वृंदावाटिका
- कृषकों को आधुनिक कृषि पद्धति की तकनीकी जानकारी के साथ व्यवसायिक एवं स्वरोजगारपरक बनाने का प्रशिक्षण.
- रतनजोत (जेट्रोफातरकस) एवं करंज द्वारा बायोडीजल का उत्पादन.
- औषधीय पौधों का कृषिकरण एवं जैविक कृषि द्वारा अन्न उत्पादन.
- तुलसी की सभी प्रजातियों को विकसित करने के लिए वृंदा वाटिका की स्थापना.
- लाखों परिवारों को तुलसी के पौधों का निशुल्क वितरण.
गौसदन
भगवान श्रीकृष्ण की प्रिय ब्रज की गायों के संरक्षण तथा संवर्धन हेतु गौसदन स्थापित है.
मेधावी छात्रवृति
राष्ट्र निर्माण के महायज्ञ में अपना योगदान करने को तत्पर कोई भी मेधावी छात्र आधुनिक शिक्षा से वंचित ना रहे ऐसा विचार कर भारत माता के इस समय व्यस्त पुत्रों के लिए केशव मेधावी छात्रवृति की व्यवस्था की गई है.
पुस्तकालय एवं वाचनालय
आधुनिक सुविधाओं से युक्त एक उच्च स्तरीय पुस्तकालय एवं वाचनालय स्थापित किया गया है. जिसमें वेद, विज्ञान, प्राचीन ग्रंथ आदि आधुनिक शोधों से संबंधित पुस्तकें एवं पत्रिकाएं उपलब्ध हैं.
केशव कुष्ठ सेवा केंद्र
कुष्ठ रोगियों के परिवारों की सेवा का प्रकल्प प्रारंभ किया गया है जिसमें होम्योपैथी एवं एलोपैथी चिकित्सा तथा बालकों की शिक्षा व प्रशिक्षण की व्यवस्था है.
बहुआयामी प्रशिक्षण केंद्र एवं जल संसाधन
युवक युवतियों एवं वानप्रस्थियों को स्वावलंबी एवं संस्कारयुक्त बनाने हेतु सेवा प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन.
क्षेत्र के जल स्तर को ऊंचा उठाने एवं वर्षा के पानी का सदुपयोग करने के उद्देश्य से एक विशाल सरोवर है.
अतिथि निवास
विभिन्न योजनाओं एवं प्रकल्पों के निमित्त विद्वानों, संतजनों, सामाजिक कार्यकर्ताओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए एक सुव्यवस्थित सुविधा संपन्न अतिथि निवास है.
केशव धाम की कई आगामी योजनाएं भी है :-
- मंदिर एवं सत्संग भवन
- विद्वानों के प्रवचन व सत्संग और ध्यान योग प्रशिक्षण के लिए एक भव्य मंदिर व सत्संग भवन प्रस्तावित है.
- यात्री निवास
- देश के कोने-कोने से आने वाले आस्थावान भक्तजनों की सुविधा हेतु यात्री निवास निर्माण की योजना है. यह आवास दो कमरों का होगा.
केशव सभागार
विभिन्न प्रकार के सामूहिक कार्यक्रमों, कथा एवं प्रवचनों को ध्यान में रखकर विशाल सभागार निर्माण की योजना प्रस्तावित है.
केशव धाम समिति
- अध्यक्ष - मेजर ब्रजपाल शर्मा, फरीदाबाद, संपर्क- 9891 2055 24
- उपाध्यक्ष राम निवास जैन, लखनऊ, संपर्क- 9415028351
- मंत्री लालचंद वासवानी, मथुरा, संपर्क- 92120 69796
- सहमंत्री बांकेबिहारी शर्मा, वृंदावन, संपर्क- 94110 65183
- कोषाध्यक्ष गिरधारी लाल अग्रवाल, वृंदावन, संपर्क- 9412 281401
- निदेशक पद्म सिंह 9412780365