अरवल जिला भारत के बिहार राज्य के अड़तीस जिलों में से एक है, और अरवल शहर इस जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है। यह पहले जहानाबाद जिले का हिस्सा था, 2011 तक यह बिहार का तीसरा सबसे कम आबादी वाला जिला था। अरवल जिला बिहार का बहुत छोटा जिला है। ज्यादातर लोग प्राथमिक क्षेत्र में लगे हुए हैं। भारत में 2011 की जनगणना के समय, जिले में 86.53% लोगों ने मगही, 8.11% हिंदी, और 4.96% उर्दू को अपनी पहली भाषा के रूप में बताया। ज्यदा बोली जाने वाली भाषा 'मगही' है। इस जिले की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कृषि पर आधारित है, और इस क्षेत्र में किसी भी उद्योग की उपस्थिति नहीं है। धान, गेहूं और दाल यहां की मुख्य फसलें हैं। कृषि से संबंधित उद्योग भी कुछ समय से शुरू हो गया हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार अरवल जिले की जनसंख्या 700,843 है, और साक्षरता दर 69.54% है।
अरवल जिले में 2 विधानसभा क्षेत्र हैं। उसमें से एक कुरथा, और दूसरा खुद अरवल हैं। अब हम बात करेंगे अरवल ब्लॉक की, अरवल जहानाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस समय विधायक के रूप में रविंद्र सिंह उपस्थित हैं। साथ ही अरवल ब्लॉक में 15 पंचायतें हैं। एलजेपी, सीपीआई, बीजेपी, आरजेडी अरवल विधानसभा क्षेत्र के इस समय के प्रमुख राजनीतिक दल हैं।