प्रारम्भिक सफर -
राष्ट्रीय किसान मंच हमारे देश के सभी पीड़ित, शोषित किसानों की आवाज़ बन कर सामने आया है. वर्ष 2017 में किसानों के संवैधानिक अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए मंच का प्रारम्भ किया गया. 6 फरवरी 2018 को राष्ट्रीय किसान मंच संगठन का निर्माण पंडित शेखर दीक्षित जी के नेतृत्व में हुआ. राष्ट्रीय किसान मंच उन खुले विचारों को स्थान देता है, जिनके माध्यम से किसानों के हितों की बात रखी जाती है.
वर्तमान राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित जी
की मुलाक़ात राजा मांडा स्वर्गीय वी. पी. सिंह जी से
7अप्रैल 2003 को
नागपुर में हुई. इसके बाद स्वर्गीय वीपी सिंह जी और श्री शेखर दीक्षित जी के नेतृत्व में किसानों के हक़ के लिए
कई आंदोलन किये गए.
राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से किए गये महत्वपूर्ण आन्दोलन -
राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से किए गये महत्वपूर्ण आन्दोलनों में रिलायंस इंडस्ट्रीज के खिलाफ वह आन्दोलन प्रमुख रूप से शामिल है, जिसमें रिलायंस की ओर से दादरी में किसानों की जमीनों का अवैध तरीके से भूमि अधिग्रहण किया गया. जिसमें राष्ट्रीय किसान मंच ने हजारों किसानों के साथ आन्दोलन छेड़ा और किसानों की जमीनों को मुक्त कराया. राष्ट्रीय किसान मंच ने दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ी के बच्चों के अस्तित्व की लड़ाई भी लड़ी और उन्हें उनका अधिकार दिलाया.
किसान मंच का इतिहास -
- साल 2006 में
किसानों के साथ दुर्भेद करने वाले हुजूम के खिलाफ 17
पार्टियों को मिलाकर जनमोर्चा का गठन किया गया .
- साल 2008 में
वी. पी. सिंह के निधन के बाद उनके सुपुत्र धंनजय सिंह ने जनमोर्चा का विलय
कांग्रेस में कर दिया. उसी समय राजनीतिक महत्वाकांक्षा के चलते राजबब्बर कांग्रेस
में अकेले शामिल हो गये.
- 2009 में किसानों की लड़ाई के लिए राष्ट्रीय
किसान मंच की ओर से तमाम किसान नेताओं को इन्साफ के लिए एक मंच पर लाया गया.
- साल 2009 में
ही राष्ट्रीय किसान मंच के सक्रिय सदस्यों की संख्या बढ़ कर ढाई लाख हो गई.
- साल 2012 में
किसान मंच को पूर्व जनरल वी के सिंह का और साल 2013
में समाजसेवी अन्ना हजारे का समर्थन मिला. इसके बाद 2014 में भ्रष्टाचार के खिलाफ राष्ट्रीय
किसान मंच के आंदोलन में सबका साथ मिला.
- साल 2016 में
राष्ट्रीय किसान मंच की ओर से भूमि अधिग्रहण बिल संशोधन का विरोध किया गया.
- किसान ऋणमाफी योजना लागू करवाने के लिए माननीय शीला दीक्षित
(वरिष्ठ नेता कांग्रेस), माननीय
ऑस्कर फर्नांडीज (वरिष्ठ नेता कांग्रेस), माननीय संजय सिंह (वरिष्ठ नेता कांग्रेस), माननीय गुलाम नबी आजाद (वरिष्ठ नेता कांग्रेस) की उपस्थिति में साल
2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड कांग्रेस को समर्थन दिया गया.
- साल 2018 में
किसानों के हितों के लिए चीनी मिलों, भूमि अधिग्रहण, पानी
की समस्या को लेकर संघर्ष हुआ .
- 6 फरवरी 2018 को राष्ट्रीय किसान मंच नाम से किसानों के लिए संवैधानिक लड़ाई के लिए लीगल बॉडी का निर्माण किया गया.
राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर जी के विचार -
राष्ट्रीय
अध्यक्ष शेखर जी अपने हर सम्मलेन में किसानों के समर्थन में ही अपनी
बात कहते हैं. उनका मानना है, कि सरकार के नियमों, कायदे, कानूनों के चलते किसान
को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. यह मंच जनता के विचारों का भी स्वागत करता है. राष्ट्रीय किसान मंच के संवैधानिक पेज पर
जाकर कोई भी व्यक्ति अपने विचार लिख सकता है. शेखर जी किसानों को देश का
अन्नदाता मानते हैं और चाहते हैं कि उन्हें उपयुक्त सम्मान एवं सरकारी सविधाओं का
पूर्ण लाभ मिले.