दानाखोरी वार्ड के सीताराम मोहाल में नयी वाटर लाइन का कार्य कराया पूर्ण
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समाज एवं राष्ट्र, जहाँ लोग कुछ समय अपनी संस्कृति, सभ्यता, अधिकारों और जिम्मेदारियों को समझने एवं सँवारने में लगाते हैं। एक सोची समझी, जानी बूझी आवाज़ और समझ रखते हैं। वही देश संसार में विशिष्टता और प्रभुत्व स्थापित कर पाते हैं।
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By
Guru Narayan Gupta Contributors
Swarntabh Kumar
Deepika Chaudhary 29
साफ़ एवं स्वच्छ पेयजल मनुष्य की बुनियादी आवश्यकता है, वहीं स्वच्छ जल से मानव शरीर को मिलने वाले अनेक रासायनिक व पौष्टिक अवयवों का कारक भी होता है. पर इसके विपरीत वर्तमान में दूषित पेयजल देश के सामने गंभीर संकट बनकर खड़ा हुआ है और बहुत सी बीमारियों का कारण बन रहा है. आम लोगों तक पेयजल की सुलभ पहुंच बनाने के लिए सरकार वाटर लाइन्स की व्यवस्था तो करती है, लेकिन उनकी देख रेख सही प्रकार से और समय पर नहीं किये जाने के कारण उनमें लीकेज की समस्या पैदा होती है..नतीजा लोगों के घरों तक पेयजल नहीं बल्कि गन्दा प्रदूषित पानी ही पहुंचता है.
ऐसा ही कुछ देखने को मिला कानपुर के वार्ड 90 दानाखोरी में, जहां सीताराम मोहाल के अंतर्गत पंजाब नेशनल बैंक वाली गली में स्थानीय जनता काफी समय से दूषित पेयजल आपूर्ति से व्यथित हो रही थी. क्षेत्रीय पार्षद गुरु नारायण गुप्ता को इस मुद्दें की सूचना मिलने के उपरांत उन्होंने नयी वाटर लाइन यहां डलवाई और अपनी उपस्थिति में यह सभी कार्य संपन्न करवाया. समस्या के निवारण से अब स्थानीय जनता के घरों में शुद्ध पेयजल की सप्लाई हो रही है.
सर्वविदित है कि दूषित पेयजल गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है. संक्रामक पेयजल के सेवन से टाइफाइड, हैजा, डायरिया, जापानी बुखार जैसे जानलेवा रोग फैलते हैं, जिनसे प्रतिवर्ष अनेकों जानें चली जाती है. यदि समय रहते और सही व्यवस्था के साथ पेयजल से जुड़ी समस्याओं पर काबू पा लिया जाये तो जान माल का नुकसान बहुत हद तक कम हो जाता है. समस्या है तो समाधान भी है, बस कमी होती है तो सटीक प्रयासों की.